कहते है प्यार का रोग कब लग जाए उसकी कोई उम्र नहीं होती जी हां , मुज़फ्फरनगर के 82 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी के सर भी कुछ ऐसा ही प्यार का भुत सवार है इस बुजुर्ग व्यक्ति को एक 55 वर्षीय महिला से प्यार हो गया जिसके लिए दोनों शादी की जिद पर अडिंग है और उन्होंने विशेष विवाह अधिकारी के यहाँ शादी करने की अर्जी पेश की है वही स्वतंत्रता सेनानी का एक बेटा उत्तर प्रदेश पुलिस में डीएसपी और दुसरा इंस्पेक्टर है दोनों बेटो ने पिता के विवाह करने को लेकर विवाह अधिकारी की अदालत में अपनी आपत्ति दर्ज कराई है जिस वजह से मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है
स्वतंत्रता सेनानी ओमप्रकाश और गासिया मैरिज प्रकरण इस समय सुर्खियों में है ओमप्रकाश और गासिया का कोर्ट मैरिज करने का सपना उस समय चुरचुर हो गया जब उसके दोनों पुत्रो ने अपने पिता के शादी करने को लेकर कोर्ट में आपत्ति दर्ज कराई उधर विशेष विवाह अधिकारी एसडीएम घनश्याम सिंह ने गासिया के मायके और तहसील शामली से स्वतंत्रता सेनानी के गढ़ीपुख्ता में निवास करने की सत्यता की पुष्टि के लिए भेजे गए नोटिसो का भी जवाब नहीं आया है तब तक सुनवाई के लिए आगामी तारीख घोषित की गई है दरअसल मुज़फ्फरनगर के समीपवर्ती कस्बा गढ़ीपुख्ता चौधरान पट्टी निवासी ओमप्रकाश (82 ) एक समय आजाद हिंद फ़ौज के जांबाज रहे है
उन्होंने मलेशिया , वियतनाम समेत कई लड़ाइयो में शिरकत की उन्हें आजादी की सिल्वर जुबली पर 1972 में तत्कालीन प्रधानमन्त्री ने तामपत्र देकर सम्मानित भी किया था करीब दो दशक पूर्व पत्नी की म्रत्यु के बाद ओमप्रकाश ने पहले अपने बेटो की परवरिश की तीन बेटो में एक की म्रत्यु हो गई जबकि दुसरा यूपी पुलिस में डीएसपी और तीसरा इंस्पेक्टर है डीएसपी ने कुछ साल पूर्व अपने पिता की सेवा के लिए लखीमपुर खीरी निवासी गासिया उर्फ़ रेशमा बेगम को याहा रखा था लगभग 55 वर्षीय चार बच्चो की माँ गासिया की सेवा से प्रभावित तो हुए ही साथ ही साथ ओमप्रकाश गासिया को अपना दिल भी दे बैठे इसी को लेकर ओमप्रकाश ने गासिया के समक्ष शादी का प्रस्ताव रखा इसे गासिया ने स्वीकार कर लिया फिर कया था इससे मानो सेनानी के घर भूचाल आ गया दोनों बेटो डीएसपी और इस्पेक्टर को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने शादी का विरोध किया विरोध के चलते ओमप्रकाश ने शादी के लिए विशेष विवाह अधिकारी एसडीएम शामली घनशाम सिंह की कोर्ट में मैरिज के के लिए आवेदन किया ओमप्रकाश गासिया से शादी करने की जिद पर अडिग है विशेष विवाह अधिकारी एसडीएम घनश्याम सिंह का कहना है की 2004 में पहली बार इन्होने शादी के लिए इन्होने आवेदन दिया था जो की उस समय तो कैंसिल हो गया था मगर दोनों ने इन्होने एक बार फिर शादी के लिए आवेदन किया है जिसमे जाच चल रही है बुढापे में जो प्यार की कली ओमप्रकाश और गासिया के दिल में खिली है क्या वो खिलेगी ये तो देखने वाली बात होगी हालाकि अभी तक तो ये ही कहा जाएगा की पिता के प्यार का सबसे बड़ा दुश्मन उसके दोनों बेटे है जिन्होंने कोर्ट में अपनी आपत्ति दर्ज कराकर ये साबित कर दिया है
अमित सैनी
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