SAMACHAR TODAY LIVE TV

http://samacharcloud.purplestream.in/samachar/samachar2-live.smil/playlist.m3u8

Tuesday, December 7, 2010

आने वाली फिल्म ‘भूत एंड फ्रैंडस

नई दिल्ली, (प्रेमबाबू शर्मा)... आजकल मार्किटिंग के हिसाब से बच्चों को भी टारगेट बनाकर फिल्म और धारावाहिकों के निर्माण जो सिलसिला चल रहा है। यह एक सफल प्रयोग भी हैं। इसी क्रम में ‘भूत एंड फ्रैंडस’ फिल्म भी पूरी तरह से बच्चों को ध्यान में रखकर बनायी हैं। फिल्म का विषय बच्चों के साहसिक कारनामों पर केन्द्रित है। इस फिल्म के एक शीर्ष किरदार याानि भूत के रोल में हैं जैकी श्राप। हालांकि इससे पूर्व वे इसी प्रकार का किरदार निर्माता कृष्णा चौधरी निर्मित फिल्म भूत अंकल में निभा चुके हैं। लेकिन जैकी कहते हैं कि ‘दोनों ही किरदारों में भले ही समानता हो, लेकिन कही तो कुछ अंतर जरूर आपको नजर आयेगा।’
फिल्म की कहानी एक 11 साल के लडके और उसके तीन दोस्तों पर केन्द्रित है। जो गार्मियों की छुटिटयां बिताने के लिए बाहर जातें हैं। लेकिन इस सफर के दौरान अंजाने में वे चारों एक रहस्यमय छिपें खजाने की खोज करने वाले गिरोह के चंगुल में फंस जाते हैं। जबकि इसी खजाने पर एक अन्य गिरोह की भी गिद्वदृष्टि है। मुसीबत और उलझन में फंसे में इन बच्चों की मदद के लिए आगे आता है। इसी जंगल में जादुई षाक्ति रखने वाला भूत। अब बच्चें उस खजाने को कैसे बचाते है, उन अपराधियों से । इसी के चलते कहानी बच्चों के साहसिक कारनामें के अनेक नाटकीय मोडो के साथ में आगे बढती है और फिर हर मोड पर रोमांच ही रोमांच मिलता है।


प्रेमबाबू शर्मा (दिल्ली

No comments:

Tuesday, December 7, 2010

आने वाली फिल्म ‘भूत एंड फ्रैंडस

नई दिल्ली, (प्रेमबाबू शर्मा)... आजकल मार्किटिंग के हिसाब से बच्चों को भी टारगेट बनाकर फिल्म और धारावाहिकों के निर्माण जो सिलसिला चल रहा है। यह एक सफल प्रयोग भी हैं। इसी क्रम में ‘भूत एंड फ्रैंडस’ फिल्म भी पूरी तरह से बच्चों को ध्यान में रखकर बनायी हैं। फिल्म का विषय बच्चों के साहसिक कारनामों पर केन्द्रित है। इस फिल्म के एक शीर्ष किरदार याानि भूत के रोल में हैं जैकी श्राप। हालांकि इससे पूर्व वे इसी प्रकार का किरदार निर्माता कृष्णा चौधरी निर्मित फिल्म भूत अंकल में निभा चुके हैं। लेकिन जैकी कहते हैं कि ‘दोनों ही किरदारों में भले ही समानता हो, लेकिन कही तो कुछ अंतर जरूर आपको नजर आयेगा।’
फिल्म की कहानी एक 11 साल के लडके और उसके तीन दोस्तों पर केन्द्रित है। जो गार्मियों की छुटिटयां बिताने के लिए बाहर जातें हैं। लेकिन इस सफर के दौरान अंजाने में वे चारों एक रहस्यमय छिपें खजाने की खोज करने वाले गिरोह के चंगुल में फंस जाते हैं। जबकि इसी खजाने पर एक अन्य गिरोह की भी गिद्वदृष्टि है। मुसीबत और उलझन में फंसे में इन बच्चों की मदद के लिए आगे आता है। इसी जंगल में जादुई षाक्ति रखने वाला भूत। अब बच्चें उस खजाने को कैसे बचाते है, उन अपराधियों से । इसी के चलते कहानी बच्चों के साहसिक कारनामें के अनेक नाटकीय मोडो के साथ में आगे बढती है और फिर हर मोड पर रोमांच ही रोमांच मिलता है।


प्रेमबाबू शर्मा (दिल्ली

No comments: