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Friday, December 16, 2011

एक और उद्यमी का सूर्यास्त : जेल में बंद धर्मदास जैन की मौत

- दहेज हत्या के मामले में सजायेआफ्ता
- मृतक कैदी था रेनबो स्टील का साझेदार
मुजफ्फरनगर।
जिला कारागार में उम्र कैद की सजा काट रहे उद्यमी की खून की कमी के चलते जिला चिकित्सालय में मौत हो गयी, जो कि दहेज हत्या के मामले में अपने तीनों बेटो सहित जेल में बंद थे, जबकि हाल ही में उनकी पत्नी को पैरोल पर छोड़ा गया था। मृतक रेनबो स्टील के मालिकों में से एक थे। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जानी-मानी 'रेनबो स्टीलÓ के साझेदार नगर कोतवाली क्षेत्र के रेनबो विहार मौहल्ला निवासी धर्मदास जैन पुत्र मांगेराम के बेटे संजीव जैन की शादी सहारनपुर निवासी अल्पना के साथ हुई थी, जिसने सन् 1998 में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी, जिस पर अल्पना के परिजनों की ओर से दहेज हत्या का मामला दर्ज कराया गया था, जिसके चलते पुलिस ने धर्मदास जैन सहित उसकी पत्नी मेमलता जैन, बेटे संजीव जैन, राजीव जैन और अजय जैन को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। केश ट्रायल पर आया तो जज ने दोनों पक्षों की सुनने के बाद कथित आरोपियों को दोषी करार देते हुए 4 अक्टूबर, सन् 2०1० में उम्र कैद की सजा सुना दी। बताया जाता है  हाल ही में उनकी पत्नी मेमलता को पैरोल पर छोडा गया था, जबकि 75 वर्षीय धर्मदास अपने तीनों बेटो सहित जेल में सजा काट रहे थे।
सूत्रों की माने तो पिछले कुछ दिनों से धर्मदास जैन खून की कमी की बिमारी से जूझ रहे थे, जिसके चलते उनको जेल के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, मगर जब उनकी हालत बद से बदतर होती चली गयी तो उनको बृहस्पतिवार को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां पर उनको गत शाम उनको अस्पताल में ही एक बोतल खून चढाया गया था, जिसके चलते उनकी हालत में धीरे-धीरे सुधार भी होने लगा था। इतना ही नहीं सुबह सवेरे उन्होने अच्छी तरह से बातचीतों के अलावा कस्टडी के लिए तैनात सिपाहियों से हंसी-ठिठौली भी काफी दे तक की थी, जबकि उनकी पत्नी मेमलता उनको चाय अथवा कॉफी पीने के लिए कहने लगी तो उन्होंने पीने से इंकार कर दिया, मगर करीब साढे आठ बजे के लगभग उनको दम तोड़ दिया, जिसकी सूचना मिलते ही जेल प्रशासन में हड़कम्प मच गया। आनन-फानन में जेल अधिकारी अस्पताल पहुंचे, जबकि सूचना मिलते ही मृतक की पत्नी एवं बेटी-दामाद मौके पर जा पहुंचे। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। ज्ञात रहे कि रेनबो स्टील में धर्मदास के अलावा पूर्व मंत्री विद्या भूषण भी साझेदार थे।

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Friday, December 16, 2011

एक और उद्यमी का सूर्यास्त : जेल में बंद धर्मदास जैन की मौत

- दहेज हत्या के मामले में सजायेआफ्ता
- मृतक कैदी था रेनबो स्टील का साझेदार
मुजफ्फरनगर।
जिला कारागार में उम्र कैद की सजा काट रहे उद्यमी की खून की कमी के चलते जिला चिकित्सालय में मौत हो गयी, जो कि दहेज हत्या के मामले में अपने तीनों बेटो सहित जेल में बंद थे, जबकि हाल ही में उनकी पत्नी को पैरोल पर छोड़ा गया था। मृतक रेनबो स्टील के मालिकों में से एक थे। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जानी-मानी 'रेनबो स्टीलÓ के साझेदार नगर कोतवाली क्षेत्र के रेनबो विहार मौहल्ला निवासी धर्मदास जैन पुत्र मांगेराम के बेटे संजीव जैन की शादी सहारनपुर निवासी अल्पना के साथ हुई थी, जिसने सन् 1998 में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी, जिस पर अल्पना के परिजनों की ओर से दहेज हत्या का मामला दर्ज कराया गया था, जिसके चलते पुलिस ने धर्मदास जैन सहित उसकी पत्नी मेमलता जैन, बेटे संजीव जैन, राजीव जैन और अजय जैन को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। केश ट्रायल पर आया तो जज ने दोनों पक्षों की सुनने के बाद कथित आरोपियों को दोषी करार देते हुए 4 अक्टूबर, सन् 2०1० में उम्र कैद की सजा सुना दी। बताया जाता है  हाल ही में उनकी पत्नी मेमलता को पैरोल पर छोडा गया था, जबकि 75 वर्षीय धर्मदास अपने तीनों बेटो सहित जेल में सजा काट रहे थे।
सूत्रों की माने तो पिछले कुछ दिनों से धर्मदास जैन खून की कमी की बिमारी से जूझ रहे थे, जिसके चलते उनको जेल के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, मगर जब उनकी हालत बद से बदतर होती चली गयी तो उनको बृहस्पतिवार को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां पर उनको गत शाम उनको अस्पताल में ही एक बोतल खून चढाया गया था, जिसके चलते उनकी हालत में धीरे-धीरे सुधार भी होने लगा था। इतना ही नहीं सुबह सवेरे उन्होने अच्छी तरह से बातचीतों के अलावा कस्टडी के लिए तैनात सिपाहियों से हंसी-ठिठौली भी काफी दे तक की थी, जबकि उनकी पत्नी मेमलता उनको चाय अथवा कॉफी पीने के लिए कहने लगी तो उन्होंने पीने से इंकार कर दिया, मगर करीब साढे आठ बजे के लगभग उनको दम तोड़ दिया, जिसकी सूचना मिलते ही जेल प्रशासन में हड़कम्प मच गया। आनन-फानन में जेल अधिकारी अस्पताल पहुंचे, जबकि सूचना मिलते ही मृतक की पत्नी एवं बेटी-दामाद मौके पर जा पहुंचे। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। ज्ञात रहे कि रेनबो स्टील में धर्मदास के अलावा पूर्व मंत्री विद्या भूषण भी साझेदार थे।

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