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Thursday, May 26, 2011

उपलब्धियों पर हावी होती अव्यवस्थाएं:इलाज के अभाव में राजस्थान की जेलों में दम तोड़ रहे कैदी

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री : 

आज देश की संप्रग सरकार के दो साल पूरे हो गये|इस दौरान अपने द्वारा किये गये विकास कार्यों का सरकार ने आज एक लेखा जोखा भी जारी किया|इस अवसर पर प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह ने कहा कि किसी भी भ्रष्टाचारी को बख्शा नही जायेगा|माना कि सरकार ने अपने दो साल के कार्यकाल में कुछ विकासपरक काम किये होंगे|लेकिन इस दौरान सरकार भ्रष्टाचार के आरोपों को भी झेले हैं और अब तक सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार के मामले भी कांग्रेस के शासनकाल में ही उजागर हुए हैं|दूसरी और इस दौरान देश भर में अव्यवस्थाओं के दौर भी देखने को मिले हैं|देश की जनता को इस वक्त जहाँ शिक्षा शेत्र में और चिकित्सा सुविधाओं के आभाव के दौर से जूझना पड़ रहा अहि वहां देश की जेलों में रहने वाले कैदियों को ये अव्यवस्थाएं झेलनी पड़ रही हैं|  
राजस्थान की जेलों में मेडिकल सुविधाओं के अभाव में हर चौथे दिन किसी न किसी कैदी की जान जा रही है। राज्य की जेलों के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो साल 2009 और 2010 में जेलों में 180 कैदियों की मौत बीमारी के कारण हो चुकी है । फिर चाहे सबसे सुरक्षित कही जाने वाली जोधपुर सेंट्रल जेल हो या जयपुर सेंट्रल जेल। मरने वाले में सबसे ज्यादा 50 कैदी जयपुर सेंट्रल जेल से हैं। वहीं कोटा सेंट्रल जेल में गुजरे दो सालों में 29 कैदियों की सांसे उखड़ गईं। उदयपुर सेंट्रल जेल से 26 कैदियों की जीवन डोर टूट गई। बीकानेर सेंट्रल जेल में बीमारी और अन्य कारणों से बीते दो सालों में 19 कैदी मारे गए। देश की दूसरी सबसे सुरक्षित जेल जोधपुर सेंट्रल जेल से बीते दो सालों में 15 कैदी हमेशा के लिए आजाद हो चुके हैं। भरतपुर सेंट्रल जेल से पांच, अजमेर सेंट्रल जेल से नौ ओर गंगानगर जेल से दो कैदियों की मौत हो चुकी है। वहीं अलवर जिला जेल से दो कैदी, निंबाहेड़ा उपकारागार से एक कैदी, हनुमानगढ़ जिला जेल से तीन कैदी, डीडवाना जेल से एक कैदी, मांडलगढ़ जेल से एक कैदी, जैतसर जेल से दो कैदी, कोटपूती जेल से दो कैदी, सिरोही, भीलवाड़ा और करौली जेल से एक-एक कैदी की मौत हो चुकी है। चूरू की राजगढ़ जेल से तीन कैदियों की मौत हो चुकी है। डीग, नागौर, ब्यावर, पाली, बीछवाल, राजसिंहनगर जेल से भी एक-एक कैदी की बीमारी से मौत हो गई। वहीं सांगानेर में स्थित खुली जेल से भी एक कैदी की मौत हो चुकी है। रिकॉर्ड्स के अनुसार, राज्य की जेलों में मरने वाले कैदियों में सबसे ज्यादा मौतें टीबी से होना सामने आया है। जेलों में प्राथमिक उपचार के अलावा अन्य गंभीर बीमारियों से निपटने के लिए दी जानेवाली मेडिकल सुविधाओं के हालात भी नाजुक हैं। अन्य रोगों से निपटने के लिए भी प्राथमिक उपचार के साधनों का अभाव है। हर साल कैदियों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन सुविधाएं वहीं की वहीं हैं।

इन अव्यवस्थाओं को और भ्रष्टाचार के आरोपों को सरकार की उपलब्धियों पर या दो साल का कायकाल पूरा होने की ख़ुशी पर कालिख कहा जाये तो कुछ गलत नही|क्योंकि अव्यवस्थाएं होते हुए उपलब्धियां अधूरी ही होती हैं|जनता को तो सुविधाएँ चाहियें उपलब्धियां नही|


खबरीलाल: Role of communication highlighted at the PRCI semi...

खबरीलाल: Role of communication highlighted at the PRCI semi...: "Dr KK Khandelwal honoured with Chanakya Award Chandigarh, Sanjay Pahwa: No country can progress if only a fraction of population is doing w..."

Sunday, May 22, 2011

श्रीमती इन्दिरा देवी शिक्षण संस्थान में विदाई समारोह का आयोजन

रादौर, कुलदीप सैनी :
श्रीमती इन्दिरा देवी शिक्षण संस्थान में डी.एड. प्रथम वर्ष के छात्रों द्वारा डी.एड. द्वितीय वर्ष, बी.एड. एवं एम.एड. के सम्मान में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में एम.एड. की छात्राओं ने मनमोहक नृत्य प्रस्तूत किया। इसके अतिरिक्त डी.एड. के छात्रों ने अपने अग्रजों के लिए कई कार्यक्रमों करा आयोजन किया जिसमें बौल डाँस, माडलिगं, न्यूज पेपर गेम, डायस गेम आदि प्रमुख थे। शिक्षण संस्थान के निर्णायक मंडल के माडलिगं राउँड में मनीष को मिस्टर फाइनल व रूचि को मिस फाइनल चुना गया।
इस अवसर पर शिक्षण संस्थान की निदेशिका डा. सीमा धवन ने अपने आशीर्वचनो में शिक्षक समाज में स्वागत करते हुए कहा कि शिक्षक समाज के निर्माणकर्ता होते हेैं। अत: उनका दृष्टिकोण सकारात्मक होना आवश्यक हैं। यदि हमारी नजर सदा लक्ष्य पर रहती हैं तो हमें सफलता अवश्य मिलती हैं पर इससे पहले लक्ष्यों का निर्धारण होना आवश्यक हैं। शिक्षण संस्थान के प्रबन्धक निदेशिक श्री दिनेश गोयल व रंजना गोयल ने भी भावी शिक्षको के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाए दी।इस अवसर पर रंजना, नीलू, कोम्पल, कविता, अनिता जिदंल, प्रभा, अमिता, अलका, अरूण, विक्रम, नवजीवन, सुशील शर्मा, सुदेश, संतोष व नेहा भी उपस्थित थे।



आस्था कालेज ऑफ एजूकेशन में मॉडल व चार्ट प्रदर्शनी की आयोजन

रादौर, कुलदीप सैनी:
आस्था कालेज ऑफ एजूकेशन दामला की रानी लक्ष्मीबाई सामाजिक अध्ययन प्रयोगशाला की ओर से मॉडल व चार्ट प्रदर्शन की आयोजन किया गया। जिसमें कालेज के छात्र छात्राओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। मॉडलों के माध्यम से छात्रों ने सम्प्रदायवाद, जातिवाद, भ्रूण हत्या, जैसी सामाजिक समस्याओं को प्रर्दशित किया। इसके माध्यम से छात्रों ने दर्शाया कि यह सामाजिक समस्याएं किस तरह बुराईयों का रूप धारण कर हमारे जीवन पर प्रहार कर रही है। प्रदर्शनी में निर्णायक की भूमिका पवन शर्मा व मनोज आर्य ने निभाई।
विजेता छात्रों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता में कालेज की छात्रा प्रियंका प्रथम, पूजा द्वितीय व सोनम तृतीय स्थान पर रही। इस अवसर पर शाखा के इंचार्ज बलवंत ङ्क्षसह व रूचि गुप्ता ने इस विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि छात्रों में रचनात्मकता होनी आवश्यक है। छात्रों को समय समय पर होने वाल घटनाओं के प्रति भी जागरूक रहना चाहिए। कालेज के विभागाध्यक्ष पवन शर्मा ने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताओं से बच्चों का मानसिक व बौद्धिक विकास होता है। बच्चों में कुछ अलग करने व सीखने की भावना जागृत होती है। इस लिए समय समय पर इस तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन आवश्यक है। इस अवसर पर बलवंत ङ्क्षसह, रूचि गुप्ता, पपीन्द्र कुमार, विजय मलिक, संदीप, पूजा गुलाटी, गुरजीत, पूजा कल्याण व रेनू आदि ने अपना विशेष योगदान दिया।

महिलाओं ने निकाली मलेरिया रोकथाम जागरूकता रैली

रादौर, कुलदीप सैनी :
गांव रादौरी की साक्षर महिला समूह की महिलाओं द्वारा गांव में एक जागरूकता रैली निकाली गई। रैली में दर्जनों महिलाओं ने भाग लिया। रैली के माध्यम से मलेरिया व डेंगू जैसी बिमारी से रोकथाम के उपाय बताए गए। रैली की अध्यक्षता समूह की प्रधान कुसमलता व खंजाची निशा रानी ने की।
इस अवसर पर प्रधान कुसमलता ने कहा कि मलेरिया व डेंगू एक जानलेवा बिमारी है। कम्पन के साथ सर्दी लगना, तेज बुखार, सिरदर्द व उल्टियां लगना इसके लक्षण है। मलेरिया के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी चिकित्सक के पास जाकर ईलाज करवाना चाहिए। मलेरिया व डेंगू मच्छरों के काटने से फैलता है। इसलिए हमें अपने आसपास मक्खी मच्छर नहीं फैलने देना चाहिए। घरों के आसपास पानी इक_ा नहीं होने देना चाहिए और कीटनाशक दवाईयों का प्रयोग करना चाहिए। मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानियों को प्रयोग करना चाहिए। इस अवसर पर निशा, सपना, शालू, उर्मिला, मीना, विमला आदि उपस्थित थे।





विद्यार्थियों ने निकाली कन्या जागरूकता अभियान रैली

रादौर, कुलदीप सैनी :
इंडियन पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल रादौर के विद्यार्थियों द्वारा जागरूकता रैली निकाली गई। रैली में स्कूल के लगभग एक हजार से अधिक बच्चों ने भाग लिया। रैली मुख्य बाजार से होती हुई स्कूल परिसर पर पहुंची। इस दौरान बच्चों ने हाथ में कन्या भ्रूण हत्या रोको व पर्यावरण बचाओं जैसे स्लोगन लिखे बैनर हाथ में लिए लोगों को इन ज्वलंत समस्याओं के प्रति जागरूक होने का आह्वान किया। रैली को स्कूल के प्रिसींपल ईश मेहता ने हरी झंडी देकर रवाना किया।
इस अवसर पर स्कूल के प्रिसींपल ईश मेहता ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या समाज के लिए एक के लिए एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। अगर इस पर जल्द ही अकुंश नहीं लगाया गया तो समस्या एक विकराल रूप धारण कर लेगी। जिससे कई प्रकार की सामाजिक समस्याएं भी उत्पन्न हो जाएगी। भाइयों की कलाई राखी के दिन सूनी रहेगी तो वहीं कुंवारे लडक़ों को शादी के लिए लड़किया मिलना भी मुश्किल हो जाएगा। कन्या भ्रूण हत्या एक सामाजिक अपराध है। इस सामाजिक बुराई के कारण दिन प्रतिदिन लिंगानुपात असंतुलित होता जा रहा है। लड़कियों की संख्या लगातार कम होती जा रही है। कन्याओं को गर्भ में मार देने वाले लोग एक छोटी सोच वाले होते है। जो लड़कियों को बोझ समझते है। लेकिन लड़कियां आज किसी भी क्षेत्र में लडक़ो से पीछे नहीं है। कन्या भ्रूण हत्या करने वाले लोग यह बात भूल जाते है कि लडक़ी के बिना तो वंश वृद्धि भी संभव नहीं है। लेकिन इस बुराई को रोकने के लिए हम सभी को आगे आना होगा। नहीं तो यह समाज का संतुलन बिगाड़ देगी। कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए महिलाओं को भी जागरूक होना होगा। अगर कोई महिलाओं पर भ्रूण हत्या का दबाव डालता है तो उसके खिलाफ महिलाओं को आवाज उठानी होगी। तभी कन्या भ्रृण हत्या पर अंकुश लगाया जा सकेगा। प्रर्यावरण प्रदुषण पर बोलते हुए ईश मेहता ने कहा कि वैज्ञानिक उन्नति ने मानव जीवन को अंत्यंत सरल बना दिया है। लेकिन इसका दुष्प्रभाव भी हमे देखने को मिल रहा है। प्रर्यावरण प्रदुषण भी इसी उन्नति की देन है। बड़ी बड़ी फैक्ट्रियों का धुआं आज प्रदुषण को बढ़ावा दे रहा है। आबादी बढऩे से वनों व पेड़ पौधों की संख्या में भी कमी आ रही है। जिस कारण पर्यावरण प्रदुषण अधिक हो रहा है। पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए पेड़ो की संख्या बढ़ाना अति आवश्यक है। इसलिए हमें समय समय पर पौधारोपण अवश्य करते रहना चाहिए। इस अवसर पर सभी बच्चों ने कन्या भ्रूण हत्या को रोकने व पर्यावरण को साफ सूथरा रखने की भी शपथ ली।

क्षेत्रवाद विपक्षी पार्टियों की बौखलाहट का नतीजा है:दीपेंद्र हुड्डा

यमुनानगर, कुलदीप सैनी :
रोहतक के सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ब्लॉक कांग्रेस प्रधान राजपाल खरकाली के कार्यालय पर पहुंचे। दीपेन्द्र हुड्डा का रादौर पहुचंने पर सभी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस प्रधान राजपाल खरकाली ने दीपेन्द्र हुड्डा को शॉल भेंटकर सम्मानित किया। दीपेन्द्र हुड्डा को इस दौरान जब ब्लॉक प्रधान राजपाल खरकाली द्वारा किए गए कार्यो से अवगत करवाया गया तो उन्होंने उनके कार्यो की खूब सराहना करते हुए कहा कि उनकी मेहनत आने वाले समय में पार्टी व उनके लिए लाभकारी साबित होगी।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री है जो प्रदेश में बिना किसी भेदभाव के कार्य कर रहे है। प्रदेश में विकास कार्यो की लहर है। उन्होंने विपक्षी पार्टियों के क्षेत्रवाद के आरोप को गलत बताते हुए कहा कि यह सब उनकी बौखलाहट का नतीजा है। प्रदेश सरकार द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्यो को देखकर विपक्ष के नेता बौखला चुके है और इसी बौखलाहट में वे अनाप शनाप ब्यानबाजी कर रहे है। प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने का हर संभव कार्य किया जा रहा है। आने वाले समय में प्रदेश में कोई भी युवा बरोजगार नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि बिजली उत्पादन में प्रदेश आत्मनिर्भर हो चुका है। जहां अभी बिजली की कुछ समस्या है उसे भी जल्द ही दूर कर दिया जाएगा। युवा विंग पार्टी की रीड्ड है। इसलिए युवाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। युवाओं का भी उन्हें भरपूर समर्थन मिल रहा है। इस अवसर पर शाहबाद विधायक अनिल धतौंडी, पूर्व विधायक कैलोशो सैनी, रमेश गुप्ता,ब्लॉक काग्रेंस प्रधान राजपाल खरकाली, अजयङ्क्षसह चौहान, राकेश पांचाल, बलिन्द्रपाल ढांडा, रणदीप ढांडा, धर्मङ्क्षसह पिंकी, नंदलाल रादौर, बालकिशन रोहिला, ओमप्रकाश, संजू धौलरा, जितेन्द्र, सतीश रादौरी, मंगतराम खजूरी, यशपाल फग्गू, संजू बकाना आदि उपस्थित थे।

इनेलो पार्टी करेगी जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन

यमुनानगर, कुलदीप सैनी :
इनैलो पार्टी की ओर से 24 मई को मंहगाई के विरोध में जंतर मंतर दिल्ली पर प्रदेश स्तरीय विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। जिसमें पूरे प्रदेश से भारी संख्या में इनैलो कार्यकर्ता भाग लेगें और कांग्रेस सरकार की जनविरोधी नितियों के खिलाफ प्रदर्शन करेगें। प्रदेश स्तरीय इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई इनैलों सुप्रीमों व पूर्व मुख्यमंत्री चौ० ओमप्रकाश चौटाला करेगें। यह जानकारी विधायक रादौर व इनैलो जिला अध्यक्ष डॉक्टर बिशनलाल सैनी ने दी। बिशनलाल सैनी रादौर स्थित अपने कार्यालय पर इनैलों कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
बिशनलाल सैनी ने कहा कि प्रदेश स्तरीय इस सम्मेलन को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं की डयूट्यिा लगाई जा रही है। जिसके तहत कार्यकर्ता गांव गांव जाकर लोगों को इस विरोध सम्मेलन में पहुचंने का न्यौता देगें। उन्होंने कहा कि आज देश की जनता मंहगाई की मार के नीचे दब गई है। आम आदमी अपने लिए दो वक्त की रोटी भी नहीं जुटा पा रहा है। केन्द्र व प्रदेश की कांग्रेस सरकार जनता को लूटने व खसोटने का कार्य कर रही है। कांग्रेस सरकार की यह लूट व्यापारियों के माध्यम से की जा रही है। कांग्रेस सरकार व्यापारियों व अपने नेताओं के खजाने भरने में लगी हुई है। जिससे साबित हो गया है कि कांग्रेस सरकार व्यापारियों व पूंजीपतियों की सरकार है। आम आदमी से उसका कोई सरोकार नहीं है। लेकिन इनैलो पार्टी जनता के हो रहे इस शोषण का विरोध करेगी। पूरे प्रदेश से लोग इस विशाल प्रदेश स्तरीय विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेकर सरकार की चूलें हिलाकर रख देगें। यह विरोध प्रदर्शन साबित कर देगा कि केन्द्र व प्रदेश में कांग्रेस सरकार अब ज्यादा दिनों की मेहमान नहीं रही है। जनता का आक्रोश कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेगा। प्रदेश में आगामी सरकार इनैलों की होगी। तब प्रदेश के मुख्यमंत्री चौ० ओमप्रकाश चौटाला प्रदेश की जनता को इस तानाशाही सरकार द्वारा दिए गए जख्मों पर मरहम लगाएगें। तभी प्रदेश खुशहाली की राह पर चल पड़ेगा। इस अवसर पर पूर्व विधायक ईश्वरसिंह पलाका, ब्लॉक प्रधान राजकुमार बुबका, डॉ जरनैल पंजेटा, बलजीत सैनी घेसपूर, मांगेराम कण्ड्ररौली, बनीङ्क्षसह पलाका, मनोज ढांगी, राजेश कश्यप, सुभाष खुदर्बन, कमल चमरोड़ी, डॉ लाभङ्क्षसह राणा, खिलाराम नरवाल, मेजरसिंह, रामचन्द्र, प्रदीप, सुमित परूथी, दीपक, जगमाल नेहरा आदि उपस्थित थे।

नरेश टिकैत बने चौधरी

अमित सैनी, मुज़फ्फरनगर :
मुज़फ्फरनगर किसान राजधानी सिसोली में आज चौ महेंद्र सिंह टिकैत की रश्म तेहरवी के साथ साथ चौधरी साहब के बड़े बेटे नरेश टिकैत को भारतीय किसान यूनियन का राष्टीय अध्यक्ष और बालियान खाप का चौधरी बना पगड़ी पहनाई गयी!
इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रिय अध्यक्ष लाल क्रष्ण आडवानी .पंकज सिंह ॐ प्रकाश चोटाला(पूर्व मुख्य मंत्री हरिय्ना ),चौ अजीत सिंह (RLD) ने नरेश टिकैत को आशीर्वाद दिया और पगड़ी पहनाकर नरेश को किसानो की रहनुमाई करने का ओदा दिया ! जब मंच पर रश्म पगड़ी का कार्यक्रम चल रहा था तभी चौ अजीत सिंह को उनके समर्थको ने कंधे पर उठा लिया और भीड़ होने के करण अजीत सिंह निचे गिर पड़े ! सिसोली में लगभग डेढ़ लाख किसानो ने अपने मसीहा चौ महेंद्र सिंह टिकैत को याद कर उनकी आत्मा की शांति के लिए मों रख्खा और भ्रम भोज लेकर नरेश को पगड़ी पहनाई !


ताला तोडक़र दुकान से सामान चोरी

यमुनानगर, कुलदीप सैनी :
रादौर के बुबका रोड़ पर बीती रात चोरों ने एक दुकान के चौबारे का ताला तोडक़र दुकान से हजारों रूपये का सामान चुरा लिया। मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और चोरी के मामले की गहनता से जांच की।
जानकारी के अनुसार गांव खेडक़ी ब्राह्मण निवासी जयमल सैनी बुबका रोड़ रादौर पर सैनी जनरल स्टोर के नाम से दुकान चलाता है। बीती रात चोरों ने जनरल स्टोर के ऊपर बने चौबारें के ताले तोडक़र दुकान में सेंध लगाकर दुकान से लगभग 30 से 35 हजार रूपये का सामान चुरा लिया। प्रभावित दुकानदार जयमल सैनी ने बताया कि चोरों ने उसकी दुकान से नोटों के हार, मंहगा कोस्मैटिक का सामान, जूते व अन्य सामान चुरा लिया। रविवार की सुबह जब वह अपनी दुकान पर आया तो उसने दुकान के ताले खोले। अंदर जाकर देखा तो दुकान के अंदर सामान बिखरा पड़ा था और चौबारें के दरवाजे के ताले भी टूटे हुए थे। जिसके बाद उसने मामले की सूचना रादौर पुलिस को दी। इस बारे थाना रादौर प्रभारी रणसिंह ने बताया कि पुलिस चोरी के मामले की जांच कर रही है। दुकान से फिंगर प्रिंट विशेषज्ञों की टीम द्वारा सबूत जुटाए जा रहे है। जिसके बाद वह चोरों का पता लगा लेने की कोशिश कर रही है।



उत्तर प्रदेश की पुलिस उत्पीड़न में नंबर वन

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री :
नोएडा में भूमि अधिग्रहण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों पर कार्रवाई के लिए आलोचनाएं झेल रही उत्तर प्रदेश पुलिस के खिलाफ वर्ष 2010-11 में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को सर्वाधिक शिकायतें मिली हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2010-11 में यूपी पुलिस के खिलाफ आयोग को 8,768 शिकायतें मिलीं। इनमें हिरासत में मौत, प्रताड़ना, अत्याचार, फर्जी मुठभेड़ और कानूनी कार्रवाई करने में नाकामी जैसे मामले शामिल हैं। पुलिस के खिलाफ मिली शिकायतों के मामले में राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली।,023 शिकायतों के साथ दूसरे स्थान पर है। इसके बाद हरियाणा (782 शिकायतें), राजस्थान (571), बिहार (533) का नंबर है। शिकायतों का यह सिलसिला 2011-12 में भी जारी है और यूपी से 25 अप्रैल तक राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को 619 शिकायतें और दिल्ली से 85 शिकायतें मिल चुकी हैं। पुलिस के खिलाफ दादरा और नागर हवेली से राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को एक शिकायत, नगालैंड से दो शिकायतें, मिजोरम तथा त्रिपुरा से तीन-तीन और पुडुचेरी तथा अरुणाचल प्रदेश से सात-सात शिकायतें मिली हैं। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को वर्ष 2010 से 12 में उत्तर प्रदेश से हिरासत में प्रताड़ना की 654 शिकायतें, अनुसूचित जातियों -जनजातियों के खिलाफ ज्यादती की 93 और फर्जी मुठभेड़ की 40 शिकायतें मिलीं। हालांकि आंकड़े बताते हैं कि राज्य से मिलने वाली शिकायतों की संख्या घटी है। वर्ष 2009-10 में आयोग को 10,191 और 2008 - 09 में 10,740 शिकायतें मिली थीं। नक्सल प्रभावित राज्यों में पुलिस संबंधी शिकायतें बढ़ी हैं। उड़ीसा में 2009-10 में इनकी संख्या जहां 87 थी वहीं 2010-11 में यह संख्या बढ़ कर 182 हो गई। झारखंड में पुलिस के खिलाफ 2009 -10 में 208 और 2010 -11 में 254 शिकायतें, छत्तीसगढ़ में इसी अवधि में 53 और 58, मध्यप्रदेश में 336 और 355, पश्चिम बंगाल में 113 और 161 शिकायतें राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को मिलीं। महाराष्ट्र में इनकी संख्या कम हुई है। उग्रवाद प्रभावित मणिपुर से राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को 2011-12 के दौरान फर्जी मुठभेड़ की आठ शिकायतें मिलीं। थाने में युवक की मौत दो उप निरीक्षक निलंबित बस्ती, जासं : यूपी पुलिस की वर्दी रविवार को दागदार हो गई। दुबौलिया थाने की हवालात में एक युवक की जान चली गई। परिवारजनों का आरोप है कि पुलिस की क्रूरता से वह मरा, जबकि एसपी इसे खुदकुशी का मामला बता रहे हैं। फिलहाल उन्होंने थाने के दो उप निरीक्षकों को निलंबित कर दिया है, जबकि जिलाधिकारी ने घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दिए हैं। जानकारी के अनुसार दुबौलिया पुलिस ने विशुनदासपुर निवासी भगवंत सिंह के पुत्र नागेन्द्र कुमार सिंह उर्फ झिन्नू (35) को शनिवार को कटरिया से गिरफ्तार किया था। गांव पट्टीदारी की दर्जा नौ की एक छात्रा को 11 मई की रात जबरन उठा ले जाने का उस पर आरोप था। रविवार को दिन के 11 बजे नागेन्द्र की थाने की हवालात में मौत हो गई। इसके बाद पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। इस दौरान आनन-फानन में पुलिस ने चालाकी दिखाते हुए शव हवालात से बाहर निकाल दिया व जिला अस्पताल लाकर उसे मॉर्चरी में रख दिया। जिला मुख्यालय पहुंचे नागेन्द्र के भतीजे रजनीकांत उर्फ सिंपल सिंह ने कहा कि पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार करने के बाद बेरहमी से उसकी पिटाई की और उसके हाथ की अंगुलियां तोड़ डाली। इसी वजह से हवालात में ही जान चली गई।


पहला शख्स, जिसने दी एड्स को मात

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री :
अमेरिका के एक व्यक्ति ने विश्र्व की सबसे खतरनाक बीमारी एड्स को मात देकर चिकित्सा जगत को चमत्कृत कर दिया है। वह दुनिया का ऐसा पहला मरीज है, जिसके शरीर में एचआइवी वायरस पूरी तरह नष्ट हो चुके हैं। 45 वर्षीय टिमोथी रे ब्राउन के लिए इसे किस्मत की ही बात कहेंगे। वह एड्स के अलावा एक और प्राणघातक बीमारी ल्यूकेमिया (एक प्रकार का ब्लड कैंसर) से पीडि़त थे। ल्यूकेमिया के इलाज के लिए उनके शरीर में एक बार बोन मैरो का ट्रांसप्लांटेशन किया गया और उसी के बाद से उनका एड्स भी ठीक होने लगा। अब उनके शरीर में एचआइवी वायरस पूरी तरह नष्ट हो चुके हैं। डॉक्टरों ने इस अनोखी घटना को फंक्शनल क्योर कहा है। ब्राउन ने अपने जीवन की घटना को सैन फ्रांसिस्को में न्यूज चैनल सीबीएस 5 से साझा किया।
ऐसे बदली जिंदगी : 1995 में ब्राउन के शरीर में एचआइवी वायरस के संक्रमण के बारे में पता लगा। वह ल्यूकेमिया से भी जूझ रहे थे। तब वह जर्मनी में रहते थे। बर्लिन में 2007 में हुए बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन ने उनकी जिंदगी बदल दी। वैज्ञानिकों का मानना है कि उनके शरीर में जिस व्यक्ति का बोन मैरो प्रत्यारोपित किया गया था, संभवत: उसके अंदर एचआइवी वायरस के प्रति प्रतिरोधी जीन रहे होंगे, जो बोन मैरो के जरिए ब्राउन के शरीर में भी पहुंच गए और उनका एड्स सही होने लगा। माना जा रहा है कि जिस व्यक्ति का बोन मैरो ब्राउन के शरीर में डाला गया वह काकेशियाई मूल का रहा होगा। यूरोप स्थित काकेशिया पर्वत के आस-पास रहने वाले लोग काकेशियाई मूल के माने जाते हैं। इस मूल के लोग श्वेत होते हैं और यूरोप, उत्तर अफ्रीका, पश्चिम एशिया, मध्य एशिया तक पाए जाते हैं। काकेशियाई मूल के एक प्रतिशत लोगों के शरीर में एड्स के प्रतिरोधी जीन पाए जाते हैं और यह व्यक्ति भी उनमें से एक रहा होगा।
ऐसे विकसित हुई क्षमता : कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि चौदहवीं शताब्दी में यूरोप में लाखों लोगों की जान लेने वाली महामारी ग्रेट प्लेग से बच जाने वाले काकेशियाई लोगों में स्वत: ही एड्स से लड़ने की क्षमता विकसित हो गई थी। उसके बाद यह जीन पीढ़ी दर पीढ़ी उनकी संतानों में आते गए। बड़ी उपलब्धि : एचआइवी वायरस की खोज में प्रमुख भूमिका निभाने वाले यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के डॉक्टर जे लेवी ने इसे चिकित्सा विज्ञान के लिए बड़ी उपलब्धि करार दिया है। उनका कहना है कि उन एड्स के प्रतिरोधी जीनों की संरचना का पता लगाकर इनसे बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है।


सस्ते स्मार्ट मीटर रोकेंगे बिजली की चोरी

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री :
देश में बिजली का उत्पादन बढ़ाने में तो बहुत कामयाबी नहीं मिल रही है, लेकिन सरकार अब बिजली खपत को नियंत्रित करने के लिए कुछ स्मार्ट कदम उठाने की सोच रही है। केंद्र सरकार देश के सभी घरों में स्मार्ट मीटर लगाने की योजना पर काम कर रही है। यह मीटर न सिर्फ बिजली की चोरी को पूरी तरह से रोक देगा, बल्कि घरों में बिजली के साथ ही पानी व रसोई गैस की खपत की भी निगरानी करेगा। स्मार्ट मीटर को दुनिया के कुछ गिने-चुने देशों ने हाल ही में लगाना शुरू किया है।
भारत में इसे लाने के लिए सैम पित्रोदा की अध्यक्षता में गठित एक समिति योजना बना रही है। वैसे इस समिति का गठन पिछले वर्ष देश में स्मार्ट ग्रिड स्थापित करने का रोड मैप तैयार करने के लिए किया गया था। बिजली मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में पित्रोदा समिति ने इस बारे में विचार किया है कि पूरे देश में एक ही तरह के मीटर हों, जो बिजली के साथ ही अन्य सभी सार्वजनिक उपयोग वाली आपूर्तियों (प्रमुख तौर पर पानी और रसोई गैस) पर नजर रख सकें। समिति की कोशिश यह है कि स्मार्ट मीटर की कीमत बेहद किफायती हो ताकि हर ग्राहक इसका इस्तेमाल कर सके। इसलिए पित्रोदा समिति ने इस प्रोजेक्ट को लो कास्ट स्मार्ट मीटर नाम दिया है। खासियत : सूत्रों के मुताबिक, यह मीटर बिजली की खपत की ऑन लाइन निगरानी करेगा। इसलिए इसमें छेड़छाड़ नहीं की जा सकेगी। बिजली चोरी को यह पूरी तरह से रोक सकता है। अभी हर राज्य के अपने-अपने मीटर होते हैं। इनमें छेड़छाड़ करने की घटनाएं आम है। स्मार्ट मीटर की एक खासियत यह होगी कि घर में जिस बिजली उपकरण को जितनी बिजली की जरूरत है, यह उसे उतनी ही बिजली की आपूर्ति करेगा। मसलन, चौबीसों घंटे चलने वाले फ्रिज और कभी-कभार चलने वाले माइक्रोवेव ओवन को कितनी बिजली दी जाए, यह अपने आप ही तय करेगा। इससे बिजली की खपत कम होगी। ग्राहकों के लिए अपना बिजली बिल जानना आसान होगा और बिजली वितरण कंपनियों को ज्यादा कर्मचारी रखने की जरूरत भी नहीं होगी। विस्तार : सरकारी सूत्रों के मुताबिक, शुरुआत में लो कॉस्ट स्मार्ट मीटर सिर्फ बिजली के लिए होंगे। मगर बहुत जल्द ही पानी और पाइप लाइन के जरिये दी जाने वाली गैस की भी निगरानी इनसे होने लगेगी। इनकी बिलिंग भी की जा सकेगी। बिजली मंत्रालय के सूत्र बताते हैं कि स्मार्ट मीटर लगाना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि बिजली उपकरणों का इस्तेमाल भारत में तेजी से बढ़ने वाला है। अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ ही हर घर में टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन के अलावा माइक्रोवेव ओवन, हीटर, होम थिएटर, कंप्यूटर जैसे उपकरण आएंगे। ऐसे में स्मार्ट मीटर के जरिये काफी बिजली बचाई जा सकेगी।


PHOTOGRAPH OF SENIOR UT OFFICIALS:

SANJAY PAHWA, Chandigarh :
PHOTOGRAPH OF SENIOR UT OFFICIALS:The Adviser to the Administrator, Mr. K.K. Sharma , Sh. V.K. Singh,
Finance Secretary, Sh. Ram Niwas Home Secretary, Sh. Pardeep k. Srivastava IGP, Sh. Naunihal Singh-SSP, Sh. Barinder Singh Deputy Commissioner, Sh. Rahul Gupta AEO Releasing the CHANDIGARH ADMINISTRATION'S "SUVIDHA" HAND BOOK Compiled BY SEEMA HANDA, Law Officer ,Department Of LAW & PROSECUTION , UT ,CHD, A facility to procedures pertaining to the construction usage of buildings in Chandigarh (Building Bye Laws).

Saturday, May 21, 2011

हरियाणा में लिंग जांच की सूचना पर एक लाख इनाम

खुशबू (ख़ुशी), इन्द्री :
हरियाणा में बालिकाओं को बचाने की मुहिम बेहद प्रभावी ढंग से चलाई जाने वाली है। गर्भस्थ शिशु की लिंग की जांच करने वालों के खिलाफ राज्य सरकार कड़ी अदालती कार्रवाई के पक्ष में है। इसके साथ ही लिंग परीक्षण की जांच की सूचना देने वाले व्यक्ति को एक लाख रुपये का पुरस्कार देने की योजना है।
इस वर्ष बालिका बचाओ मुहिम पर राज्य में 90 लाख 16 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राव नरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में पीएनडीटी (प्रसव पूर्व निदान तकनीकी अधिनियम) पर राज्य सुपरवाइजरी बोर्ड की बैठक में तय हुआ कि सभी जिलों में विशेष पीएनडीटी प्रकोष्ठों का गठन किया जाएगा। नवजात शिशु को नर्सिग देखभाल उपलब्ध करवाने के लिए सभी जिला सामान्य अस्पतालों में नवजात शिशु गहन देखभाल इकाइयां स्थापित होंगी। बैठक में निर्णय किया गया कि पीएनडीटी अधिनियम के अंतर्गत आने वाले मामलों को न्यायालय के समक्ष रखने से पहले पूरी तैयारी की जाए। इसके लिए जिलास्तर पर वरिष्ठ अधिवक्ताओं की सहायता से मामले तैयार किए जाएं, ताकि अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप आरोपी की सजा को सुनिश्चित बनाया जा सके। यह भी सुझाव दिया गया कि न्यायालय में ऐसे मामलों की पैरवी के लिए वरिष्ठ उप जिला अटॉर्नी मनोनीत किए जाएं। फैसला किया गया कि सामान्य अस्पतालों में प्रयोग की जा रही अल्ट्रासाउंड मशीनों की गतिविधि पर निगरानी रखने के लिए मशीन को साइलेंट आब्जर्वर नामक एक सॉफ्टवेयर से जोड़ा जाएगा। शुरुआती चरण में इस सॉफ्टवेयर से पंचकूला व फरीदाबाद या गुड़गांव के सामान्य अस्पताल की अल्ट्रासाउंड मशीन जोड़ी जाएंगी। इसकी सहायता से मशीन की पूरे दिन की गतिविधि का ब्यौरा मिल सकेगा। फिर अन्य पंजीकृत मशीनों के साथ यह साफ्टवेयर जुड़ेगा

पुलिस भर्ती में नवविवाहिताओं की कतार

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री :
इसे बेरोजगारी व गुरबत की मार कहा जाए या खाकी वर्दी पहनने का खुमार। पंजाब पुलिस में कांस्टेबल बनने के लिए बुधवार को 40 नवविवाहिताएं व तीन गर्भवती महिलाएं भी फिजिकल फिटनेस टेस्ट देने पहुंच गईं। 44 डिग्री तापमान के बीच वे पुलिस लाइन की परेड ग्राउंड में घंटों कतार में खड़ी रहीं। कतार में वकालत व इंजीनियरिंग डिग्रीधारी लड़कियां भी अपना दमखम दिखाने पहुंची थीं।
पंजाब से बाहर के आवेदन भी पहुंचे जिनमें हरियाणा से 28 व राजस्थान से 18 हैं। सूबे में महिला पुलिस कांस्टेबल भर्ती की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास है, लेकिन आवेदक लड़कियों की डिग्रियां राज्य में रोजगार अवसरों के दावों को मुंह चिढ़ा रही हैं। महिला कांस्टेबल के 47 पदों के लिए पुलिस विभाग के पास 1440 आवेदन पहुंचे थे। पुलिस लाइन में 18 मई तक फिजिकल फिटनेस टेस्ट चला। आवेदकों में 3 ऐसी नवविवाहिताएं थीं जो 3 से 4 माह की गर्भवती थीं। वह टेस्ट देने भी पहुंच गई थीं, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने बच्चे को नुकसान होने के डर से उन्हें रोक दिया। 192 लड़कियां तय आयु से कम की थीं जबकि 10 ओवरएज निकलीं। करीब 40 लड़कियां ऐसी थीं जिनका 3 से 6 माह के अंदर विवाह हुआ था। फिर भी वे फिटनेस टेस्ट देने पहुंच गई। आवेदकों में जुझार सिंह नगर बठिंडा की रमनप्रीत का बायोडाटा देखने से पता चला कि उन्होंने बीए व एलएलबी कर रखा है। गांव चुग्घे कलां की किरना, बंगी कलां की अमरजीत, जंडावाला की अमनप्रीत, जोगानंद की सर्बजीत, झंडूके की जतिंदर व बंबीहा की सुखराज के पास एमसीए की डिग्री है। माइसरखाना की परमजीत व भोखड़ा की अमनजीत के पास बीटेक डिग्री है। गांव नागला की रमनदीप, गोनियाना की नवदीप, कोटफत्ता की रमनदीप, जियोंद की सुखपाल, झंडूके की सुखवीर, नागला की गुरदीप, इंद्रजीत, बंबीहा की किरनदीप, हमीरगढ़ की अर्शदीप, मेहमा सरजा की हरप्रीत व रामपुरा की कमलदीप कौर बीसीए डिग्रीधारी हैं। नई बस्ती की ऋचारान, मानसा कलां की सोनप्रीत कौर ने बी कॉम किया है। अमृतसर की वीरपाल, मंडी कलां की हरप्रीत, चुग्घे कलां की रजिया, दूलेवाली की किरनदीप व जलाल की वीरपाल बीएड की डिग्री लेकर नौकरी मांगने पर पुलिस की लाठियां खाने के बजाय खुद भर्ती होने की आस में हैं। मौड़ मंडी की कुलविंदर के पास बीबीए की डिग्री है। बीएससी की डिग्री वाली 15 व एमए की 19 लड़कियां हैं। तलवंडी की सुखजीत कौर, बंगी रुघु की मनजीत, अकलियां कलां की लखवीर ने एमपीएड किया हुआ है। दस के पास एमएससी की डिग्री है।


Role of communication highlighted at the PRCI seminar

Dr KK Khandelwal honoured with Chanakya Award
Chandigarh, Sanjay Pahwa:
No country can progress if only a fraction of population is doing well. All sections of the society should be taken together. And communication plays a big role in bringing all people together. Media is a force multiplier and it can play a vital role in informing people and creating awareness. Mr Vipin Pubby, resident editor, Indian Express, said this while addressing a seminar on "Communication for Inclusive growth" here today at the PHD House. The seminar was organised by the Chandigarh Chapter of Public Relations Council of India (PRCI).
Renuka Salwan, Dr KK Khandelwal  IAS, Vipin Pubby, Resident Editor Indian Express,Lalit Sharma & CJ Singh at PRCI Seminar
Dr KK Khandelwal, IAS, Additional Chief Secretary to Chief Minister of Haryana was the chief guest. He was felicitated by the prestigious Chanakya Award 2011. Dr Khandelwal emphasized on quick and consistent approach with team work and good strategy based on core competency. He narrated the hair and tortoise story to bring his point across.
Dr Khandelwal said role of media was important in keeping a check on corruption and bad administration. He said social marketing needs to be done like product marketing. He also emphasized the multi-sectoral growth for inclusive growth.
Ms Renuka Salwan, Chairman, PRCI Chandigarh Chapter, suggested that professional bodies like PRCI need to get opportunity to work on communication policy making in the government and corporate sector.
PRCI Zonal chairman, Mr Charanjit Singh described the communication professionals as the change agents.
Local chapter secretary Mr Lalit Sharma said PRCI is head quartered in Bangalore and it has 18 chapters with over 3000 members all over the country. The organization is making efforts to bring high standards in the profession of public relations. The Chandigarh chapter is in infancy stage. It successfully organized the Global PR Conclave in the city a month ago.
The programme was well attened by a large gathering of Media and PR professionals besides experts from diffrent walks of life.

यौन उत्पीड़न में आइएमएफ प्रमुख गिरफ्तार

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री :
जिस्मानी हवस से आम इंसान तो क्या दुनिया के नामी गिरामी लोग भी अछूते नही रह सके हैं! दो दो तीन शादियाँ कर लेने के बावजूद इनकी भूख शांत नही होती! जिस कारण ये लोग अपने यहाँ काम करने वाली महिलाओं तक की इज्जत पर हाथ डालने से बाज़ नही आते!
हाल ही में दुनिया के एक जानी मानी संस्था अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) न्यूयॉर्क के प्रबंध निदेशक डॉमिनिक स्ट्रॉस कान को यहां होटल की एक महिला कर्मचारी के यौन उत्पीड़न मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अमेरिकी मीडिया ने पुलिस विभाग के प्रवक्ता डिप्टी कमिश्नर पॉल जे ब्राउनी के हवाले से कहा, उनसे पूछताछ की जा रही है। उन पर बलात्कार की कोशिश, यौन उत्पीड़न और बंधक बनाने का आरोप लगाया गया है। उल्लेखनीय है कि फ्रांस के आगामी चुनाव में राष्ट्रपति पद के दावेदार 62 वर्षीय कान पर शनिवार को मैनहट्टन के सोफिटेल होटल में ठहरने के दौरान वहां की महिला कर्मी को अपने कमरे में बंदकर उसके साथ बदसलूकी करने का आरोप है। 32 वर्षीय महिला ने कहा कि कान ने उसके साथ ऐसा दूसरी बार किया। उसने बताया कि वह साफ-सफाई करने के लिए कान के कमरे में पहुंची थी। उस वक्त वह नहा रहे थे। उसकी आवाज सुनकर वह जैसे थे, वैसे ही बाहर आ गए। महिला ने जब भागने की कोशिश की, तो उन्होंने उसे दबोच लिया और जोर-जबर्दस्ती की। महिला द्वारा पुलिस से शिकायत के बाद शनिवार शाम कान को जॉन एफ कैनेडी हवाईअड्डे से तब गिरफ्तार किया, जब वह फ्रांस जाने के लिए जहाज में सवार हो चुके थे। विमानतल प्रशासन के प्रवक्ता जॉन पीएल केली ने कहा, कान को हथकड़ी नहीं लगाई गई। उन्होंने अधिकारियों से साथ सहयोग किया। मामले की सुनवाई न्यूयॉर्क पुलिस विभाग के स्पेशल विक्टम यूनिट द्वारा की जा रही है। होटल के प्रवक्ता ने बताया कि महिला कर्मी को पुलिस अस्पताल ले गई, जहां पर उसकी हल्की फुल्की चोटों का इलाज किया गया। उनके वकील ने कहा कि इस संबंध में वह सोमवार को अपने मुवक्किल से मिलने के बाद ही कुछ कहेंगे। वहीं पेरिस में उनकी पत्नी एनी सिनक्लेयर ने कहा, मुझे अपने पति पर लगे आरोपों पर विश्वास नहीं है। मुझे विश्वास है कि उनकी बेगुनाही साबित होगी। एनी एक प्रसिद्ध टीवी पत्रकार हैं। इस बीच आइएमएफ के विदेशी संबंधों के प्रमुख कैरोलिन अटकिंसन ने एक बयान जारी कर कहा, आइएमएफ पूरी तरह से परिचालन में है और कामकाज कर रहा है। पहले भी पकड़े गए : कान पर 2008 में भी आइएमएफ के अफ्रीकी विभाग में महिला सहकर्मी से संबंधों का आरोप लग चुका है। हालांकि तब वह सजा से इसलिए बच गए थे कि महिला ने रजामंदी स्वीकार की थी। उस समय कान ने विभाग समेत अपनी पत्नी से भी माफी मांगी थी। कान तीन शादियां कर चुके हैं।

प्रशासन की पोल खोलने पर पत्रकार को जेल

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री :
कहते है सच बोलना इश्वर की इब्बाद्त करना है ! लेकिन भारत देश में ऐसा नही है यहाँ सच बोलने पर सज़ा भुगतनी पड़ती है खासकर तब सरकारी गतिविधियों की पोल खोलने के लिए सच बोला जाये! भारतीय प्रशासनव्यवस्था में इतनी कमियाँ हैं कि कोई भी परेशान हो जाये! लेकिन सरकार है कि सुधार करना ही नही चाहती! और जो सुधार करना चाहते हैं उन्हें वह पसंद नही करती! क्योंकि सरकार जो जैसे चल रहा है वैसे ही चलते रहना चाहती है! हो भी क्यों न सरकार का काला खजाना जो भरता है!
हाल ही में ऐसे ही एक सच के कारण एक पत्रकार को सज़ा भुगतनी पड़ी! मुंबई 26 नवंबर, 2008 को मुंबई पर हुए आतंकी हमले के दौरान पाकिस्तानी आतंकियों से मुकाबला कर रहे मुंबई पुलिस के कई जवानों की राइफलें जाम हो गई थीं। जिन कारणों से ये राइफलें जाम हुईं, उन्हें उजागर करने वाले अंग्रेजी दैनिक मिड-डे के पत्रकार को पिछले दो दिनों से हवालात की हवा खानी पड़ रही है। जागरण समूह के मुंबई से प्रकाशित हो रहे दैनिक अखबार मिड-डे के वरिष्ठ संवाददाता टी.के. द्विवेदी अकेला ने करीब साल भर पहले मुंबई आरपीएफ के शस्त्रागार की एक तस्वीर के साथ खबर प्रकाशित की थी। इस तस्वीर में वहां रखे हथियारों पर बरसात का पानी गिरता दिख रहा था। इस खबर के बाद आरपीएफ के कुछ अधिकारियों पर गाज गिरी थी और विभाग ने अपनी कमी दुरुस्त करते हुए शस्त्रागार की मरम्मत भी करा ली थी। लेकिन, इस घटना के करीब 6 माह बाद राज्य रेल पुलिस (जीआरपी) अपनी खुन्नस निकालते हुए मंगलवार रात मिड-डे कार्यालय से अकेला को पूछताछ के बहाने अपने साथ ले गई और थाने पहुंचने के बाद गोपनीयता उल्लंघन कानून के तहत उनकी गिरफ्तारी दिखा दी। अकेला की गिरफ्तारी जिस प्राथमिकी के आधार पर की गई है, उसमें उनके नाम का उल्लेख कहीं नहीं है। प्राथमिकी में सिर्फ अनधिकृत प्रवेश का आरोप लगाया गया है। यह आरोप भी किसी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी द्वारा नहीं बल्कि मुंबई सीएसटी क्षेत्र में हॉकर्स यूनियन चलाने वाले एक व्यक्ति प्रदीप सोंथालिया की शिकायत के आधार पर लगाया गया है। अकेला की गिरफ्तारी से मुंबई के पत्रकार जगत में रोष है। गिरफ्तारी का विरोध करने के लिए गुरुवार को मुंबई के सभी पत्रकार संगठनों ने मुंबई मराठी पत्रकार संघ में विरोध सभा कर मुंबई प्रेस क्लब से मंत्रालय तक पैदल मार्च किया। पत्रकारों का एक दल राज्य के गृह मंत्री आरआर पाटिल से भी मिलने गया। पाटिल से उन अधिकारियों को तुरंत निलंबित करने की मांग की गई, जिन्होंने अकेला पर बदले की भावना से गोपनीयता उल्लंघन कानून के तहत मामला दर्ज कर उन्हें प्रताडि़त किया। अकेला ने करीब साल भर पहले मुंबई आरपीएफ के शस्त्रागार की तस्वीर के साथ एक खबर प्रकाशित की थी। इस तस्वीर में शस्त्रागार में रखे असलहों पर बरसात का पानी गिरता दिखाई दे रहा था। यह तस्वीर प्रकाशित होने के बाद आरपीएफ के कुछ अधिकारियों पर गाज गिरी थी।


IIFT Mohali & Zaira Diamond ,Chandigarh Presents LAKHSYA-2011

Chandigarh - Sanjay Pahwa:
IIFT-Mohali( International Institute of Fashion Technology) , Mohali and Zaira Diamond , Presents “Lakshya 2011” the institute Annual fashion show in collaboration with The Bella Vista hotel , Panchkula .
Eminent global models catwalking on the ramp at the Hotel
 Bella Vista, on the eve of Annual Fashion Show organised by INTERNATIONAL INSTITUTE OF FASHION TECHNOLOGY , Mohali and Zaira Dimonds .

The associate partners are State bank of India , Swatch group, Signature mineral water , PTC news , Hindustan times , 92.7 BIG FM and Femina Plus. The students of MBA, Fashion Designing , AMM and GMT, course showcased their creativity by designing awesome collection for their Fashion Show, “LAKSHYA-2010”. Giving details of the show Mr Kawaljeet Singh , director of IIFT-Mohali said that students were given a choice of themes to design their collection like Delhi Ethno, Celestial, love & Happiness, Out of Africa, Free Fall, Bheegi Basanti, Fashion Rajdhani, Pakiza, Random, Red Fever, Black Scratch, Floral retreat, Dipped in chocolate. Students used fabrics like cotton, chiffon, crepe, satin, crinkly georgette, silk taffeta and leather keeping in mind the fashion forecast and colors. Surface ornamentation is given with embroidery in semi precious stones, sequins, shimmer embellishments, decorative bias facing, embroidered ruffles, handmade buttons etc. A total number of 90 dresses were displayed on International fashion week model , super model and fashion week models like , Anna, Dona Mishi, Ashita ,Mehak,Shipra malik and many more. The show was choreographed by Kaushik Ghosh.
Designers who showcased their talent along with their chosen themes were:
Theme:                                                         Designers name:
Delhi Ethno                                                 Md. Rayees Akhtar
Celestial                                                      Jaswinder Kaur
Love & Happiness                                       Monika Chauhan
Out of Africa                                               Deepika Kochar
Free Fall                                                      Rakesh Thakur
Bhegi Basanti                                             Devinder Singh
Fashion Rajdhani                                      Zenieb rao
Pakiza                                                         Rupinder Kaur
Random                                                      Verinder Kaur
Red fever                                                    Divya Aggarwal
Black Scratch                                            Poonam Thakur
Floral Retreat                                            Jyoti Sharma
Dipped In Chocolate                                 Damanpreet Kaur
The chief guest for the show was Mrs. & Mr. Manoj jain MD Zaira Diamon Chandigarh and VVIP guest Bhai Sukhdeep singh sidhu OSD to chief minister , Punjab.The guest of honor was Mr. S.K.Sehgal, CGM, State bank of India , Chandigarh.



कोई भूखा सो रहा तो कहीं खाने की बर्बादी हो रही

खुशबू, इन्द्री (करनाल) :
आपने अपने आसपास या फिर रेड लाइट सिग्नल पर ऐसे बच्चों और बुजुर्गो को जरूर देखा होगा, जो दूसरों से मांगकर अपना पेट भरते हैं। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि इन्हें पूरे दिन कुछ नहीं मिल पाता और भूखे पेट ही सोना पड़ता है। भूख किसी भी सभ्य समाज के लिए एक बदनुमा दाग की तरह होती है। फिर भी इस हकीकत को दरकिनार कर देते हैं। दरअसल, इसके लिए हमारी कुछ आदतें ही जिम्मेदार हैं। जब आप किसी होटल या रेस्त्रां में लंच या डिनर करने जाते हैं तो वहां एक से ज्यादा डिश ऑर्डर तो कर देते हैं, लेकिन पूरा खाना किसी भी रूप में संभव नहीं होता। और जो खाना आप रेस्त्रां की मेज पर छोड़कर आते हैं, वह बर्बाद ही होता है। इसी तरह शादी या किसी समारोह की पार्टी में जो लोग जाते हैं, उनमें से ज्यादातर अपनी प्लेट में अधिक खाना रख लेते हैं, जिसे बाद में कूड़ेदान के हवाले कर दिया जाता है। जरा सोचिए, यह खाना कई लोगों की भूख शांत कर सकता था, लेकिन कूड़ेदान में जाकर बर्बाद हो जाता है। खाने की बर्बादी पर पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र संघ के फूड एंड एग्रीकल्चर संगठन यानी एफएओ की रिपोर्ट में ऐसा आंकड़ा उजागर किया है, जो पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय होना चाहिए। रिपोर्ट के मुताबिक, पूरी दुनिया में एक साल में करीब 130 करोड़ टन खाद्य सामग्री या तो बेकार हो जाती है या फिर उसे फेंक दिया जाता है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि खाना बेकार करने की समस्या औद्योगिक देशों में सबसे ज्यादा है। आंकड़ों के मुताबिक, विकासशील देशों में 63 करोड़ टन और औद्योगिक देशों में 67 करोड़ टन खाने की बर्बादी हर साल होती है।
अफ्रीका महाद्वीप में हर साल करीब 23 करोड़ टन भोजन का उत्पादन होता है, जबकि अमीर देशों में 22.2 करोड़ टन खाना बर्बाद हो जाता है। कहने का अर्थ यह है कि जितना खाना एक महाद्वीप में रहने वाले लोगों की एक साल में भूख मिटाता है, उतना तो अमीर देश बर्बाद कर देते हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि पूरी दुनिया में कई देश भुखमरी की समस्या से जूझ रहे हैं और दूसरी ओर बड़े पैमाने पर खाने की बर्बादी हर साल हो रही है। एक अध्ययन के मुताबिक अमेरिका और ब्रिटेन में संपन्न लोग जितना भोजन खराब करते हैं, उससे दुनिया के 1.5 अरब भूखे लोगों को खाना खिलाया जा सकता है। पश्चिमी देशों खासकर अमेरिका और ब्रिटेन में संपन्न लोग रेस्त्रां में थोड़ा-बहुत भोजन खाकर शेष छोड़ देते है। यदि इस बचे हुए भोजन को गरीब लोगों को खिला दिया जाता तो इसका सदुपयोग हो जाता, परंतु रेस्त्रां के मालिक इस बचे हुए भोजन को कूड़ेदान के हवाले कर देते हैं। खाने की बर्बादी में भारत भी कम पीछे नहीं है। हमारे यहां सबसे ज्यादा खाने की बर्बादी शादी समारोहों और पार्टियों में होती है। छोटे से छोटे समारोह में भी कम से कम 20 पकवान तैयार कराए जाते हैं। और मामला किसी रईस का हो तो पकवानों की गिनती करना ही मुश्किल हो जाता है। हमारे देश में सामाजिक-आर्थिक विकास के साथ शादियों की तड़क-भड़क भी बढ़ती ही जा रही है। समाज का नव धनाढ्य तबका विवाह समारोहों को अपनी हैसियत दिखाने का एक अवसर मानता है और इस मौके पर बेहिसाब खर्च करता है। बड़ी शादियों में खाने की स्टॉल कई सौ मीटर तक फैली हो सकती हैं। इसमें शामिल होने वाले लोग पहले तो अपनी क्षमता से ज्यादा प्लेट में खाना परोस लेते हैं, जो जब खाया नहीं जाता तो उसे बर्बाद कर देते हैं। हमारे यहां शादियों में मेहमानों की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं है। इसलिए मेजबान हमेशा कुछ अधिक लोगों के भोजन का इंतजाम करके चलता है ताकि अधिक लोग आने पर खाने की कमी नहीं रहे, लेकिन ऐसा बहुत कम ही होता है कि किसी समारोह में भोजन कम पड़ जाए। समारोहों में अक्सर खाना ज्यादा बन जाता है और अंत में उसे कूड़ेदान के हवाले ही करना पड़ता है। कैटर्स भी मानते हैं कि शादी या दूसरी पार्टियों में कई प्रकार के व्यंजन रखने से खाने की बर्बादी होती है। उनके मुताबिक, खाने की बर्बादी दो तरह से होती है, एक तो लोगों द्वारा थाली में ज्यादा जूठन छोड़ने से और दूसरा, मेहमानों के उम्मीद से कम आने पर। कैटर्स का मानना है कि जितने ज्यादा पकवान होंगे उतनी ही बर्बादी होगी। पिछले दिनों भारत सरकार ने शादी-ब्याह और अन्य सामाजिक समारोहों में खाने की बर्बादी को लेकर चिंता जताई और इसे रोकने के लिए गंभीर कदम उठाने की बात भी कही। खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री केवी थॉमस का कहना था कि इसके लिए जागरूकता अभियान तो चलाया ही जाएगा और सरकार जल्द ही ऐसा विधेयक लाने वाली है, जिससे शादियों में बनने वाले विभिन्न व्यंजनों की संख्या पर रोक के साथ-साथमेहमानों की संख्या को भी नियंत्रित किया जा सके। सरकार का कहना है कि इसके लिए पाकिस्तान में शादियों के लिए लागू एक व्यंजन व्यवस्था का अध्ययन किया जाएगा। अगर यह हमारे देश के हिसाब से सही रही तो इसे कानून बनाकर लागू किया जा सकता है। थॉमस का कहना था कि सरकार ने विवाह समारोहों में खाने की बर्बादी का पता लगाने के लिए कोई विधिवत अध्ययन तो नहीं कराया है, लेकिन अनुमान है कि यह बर्बादी 15 से 20 प्रतिशत तक की है। भारत जैसे देश के लिए जहां अब भी एक बड़ा तबका भुखमरी का शिकार है, यह शर्मनाक है। शादी में अपव्यय रोकने के लिए तमाम सामाजिक तथा धार्मिक संगठन भी अपनी ओर से पहल करते रहे हैं, लेकिन उसका कोई खास असर पड़ता नजर नहीं आ रहा है। सवाल है कि क्या सरकार के प्रयासों का कोई लोगों पर प्रभाव पड़ेगा? वैसे तो सामाजिक समारोहों पर किसी तरह के नियंत्रण का विचार कोई नया नहीं है। साठ के दशक में सरकार गेस्ट कंट्रोल ऑर्डर ला चुकी है। सरकार जो करेगी, वह तो बाद की बात है, लेकिन इससे पहले हमें इस बात का प्रण लेना होगा कि आगे से हम जब भी किसी शादी या पार्टी में जाएंगे, वहां उतना ही खाना अपनी प्लेट में लेंगे, जितना हम खा सकते हों। साथ ही अपने साथियों, रिश्तेदारों और दोस्तों को भी ऐसा ही करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। भारतीय परंपराओं में माना गया है कि किसी भूखे व्यक्ति को खाना खिलाना सबसे बड़ा पुण्य होता है। खाने की बर्बादी को रोककर हम न केवल अपने देश से बल्कि पूरी दुनिया से भुखमरी नामक राक्षस का अंत कर सकेंगे। यदि भोजन की बर्बादी तुरंत नहीं रोकी गई तो वह दिन दूर नहीं, जब पूरी दुनिया के देशों भयानक अकाल का सामना करना पड़ेगा। खाने की बर्बादी को हमें हर हालत में रोकना होगा ताकि कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए।

IMRAN KHAN ASKS FANS TO FOLLOW HIS LEAD – ADOPT A DOG, DON'T BUY!

Bollywood Heartthrob Pays Tribute to the Beloved Canine Sidekick Who 'Changed My Life' in New PETA Ad

Chandigarh / Mumbai : Sanjay Pahwa–
Posing with his adopted dog – who passed away recently – beside the caption "Tony Changed My Life. You Can Change a Homeless Dog's Life. Please Adopt", renowned actor Imran Khan appears in a brand-new ad for People for the Ethical Treatment of Animals (PETA) India. Khan – who sprang to prominence following his performance in the 2008 Hindi film Jaane Tu … Ya Jaane Na – says his life was enriched after he adopted Tony and that he would like his legions of fans to experience the same joy. After his friend found Tony wandering in the streets, Khan took the time to file a complaint with the police and learned that the person Tony had been living with had thrown him out of the house. The ad was shot by top photographer Avinash Gowariker.
In an exclusive PETA interview, Khan talked about how he has always tried to help animals in need. The broadcast quality interview can be found at http://petaav.com/4broadcast/Imran_Khan_PETA_India_v1_PAL.htm
"Ultimately it boils down to how much you care", says Khan in the video, who wants to open his own animal shelter. "I care a lot about animals. If I see an injured animal, sick animal and essentially any animal I feel I could help in some way, I do that." Adds Khan, "The fact is that there are dogs and cats and all kinds of animals roaming around the streets. Very often people buy dogs, buy cats – they see them as toys or as fashion accessories. They get bored of them and they … throw them out of the house. That's a very horrible thing to do".
In India, around 25 million homeless dogs struggle to survive on the streets. Many of them go hungry, are injured or killed, are hit by vehicles or are abused by cruel people. Countless others are kept in animal shelters because there aren't enough good homes for them. Every time a dog or cat has a litter, it means fewer homes for the dogs and cats who are languishing in animals shelters or roaming the streets. PETA encourages all prospective cat or dog guardians to always adopt from an animal shelter or take in a homeless animal from the streets and never to buy from a breeder or pet store. PETA also reminds guardians always to get their animal companions sterilised.

Friday, May 20, 2011

Anjali shoots additional song for film Koi Hai Apna at locales of Mumbai

New Delhi, Chandan sharma:
Bharat Giri producer of film Koi Hai Apna organised the shoot of additional song for their film at Mumbai studio..Music of this film is given by Satish Dhehras .The film is made under the banner of kujika Films Movies .Ram Gopal Mali director of the film has taken additional song from Mumbai Filmcity the shoot.The song is choreographed by Mahesh Balraj.The song and some scenes were picturised with Dharam Giri & Anjali in three days. Other cast of the film are Mahesh Giri,Paresh Bhatt,Versha Chandra & Altaf.haya, Anjali is very happy to be part of this film as she has a great role and basically a women oriented role.The film will release in September 2011 all over.

शाहदत में नैगेटिव किरदार है: अशफाक खान

नई दिल्ली,(प्रेमबाबू शर्मा)...
काली,तेरे लिए,बंदिनी, माता की चौकी, बाबा ऐसा वर ढूढो और जिंदगी लव यू जैसे अनेक धारावाहिकों में विविधतापूर्ण किरदारों को निभाने वाले अभिनेता अश्फाक खान की इस सप्ताह फिल्म शाहदत रीलिज हो रही है। फिल्म अशफाक नैगेटिव किरदार को निभा रहे है। उन्होंने हाल में हुई मुलाकात में बताया कि ‘शाहदत’ फिल्म में उनका किरदार पूरी तरह से नैगेटिव एक दबंग इंसान का है। जिसका मकसद गांव में आंतक फैलाकर अपना उल्लू सीधा करना है। फिल्म का निर्देशक आर.के.खान ने किया।
बुलंदशहर से जुडे अश्फाक जमीन से जुडे कलाकार है और अब
एक लंबे के बाद में अश्फाक सुर्खियों मे आये है इसकी खास वजह ? प्रश्न के जबाव मेें उनका कहना था कि वे वजह सुर्खियां क्यों ? जब बाजार में आपका काम नजर आयेगा तो आप स्वयं ही सुर्खियां में आ जाओगें । अश्फाक के खाते में एक फिल्म गड़बड़ घोटाला है’ इस फिल्म में वे हास्य किरदार को निभा रहे है । उनका कहना है कि मैं अलग दिखने और अलग तरह का अभिनय करने का प्रयास कर रहा हॅू यह एक चुनौती है साथ ही रोचक भी। इस फिल्म के अलावा और क्या चल रहा है? हाल ही में एक शॉर्ट फिल्म ‘कडवा सच’ की है और दो सीरीयल्स। फिल्हाल तो फिल्म शाहदत और फिल्म में मेरे किरदार पर दर्शको की प्रतिक्रिया क्या होगी के बारे में सोच रहा हॅू

सबको स्वास्थ्य बीमा तो एड्स रोगियों को क्यों नहीं

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री:
जब संविधान में सबको समानता का अधिकार मिला हुआ है तो कैसे बीमा कंपनियां किसी नागरिक के साथ बीमारी के आधार पर भेदभाव कर सकती हैं। कुछ इसी तरह का सवाल उठाते हुए उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई है। इसमें मांग की गई है कि बीमा कंपनियों को निर्देश दिए जाएं कि एचआइवी व एड्स के रोगियों को भी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी दी जाए और उनके इलाज का खर्च उठाया जाए।
मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा व न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की खंडपीठ ने इस याचिका पर केंद्र सरकार, इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अॅथारिटी (आइआरडीए) व अन्य पक्षों को नोटिस जारी कर 27 जुलाई तक जवाब मांगा है। डाक्टर राजीव शर्मा ने अधिवक्ता तारिक अदीब के जरिए दायर इस याचिका में कहा है कि देखने में आया है कि बीमा कंपनियां एचआइवी व एड्स पीडि़तों को स्वास्थ्य बीमा की सुविधा नहीं दे रही हैं। जिन लोगों के पास स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी है और अगर पॉलिसी की अवधि के दौरान उनको यह बीमारी हो जाती है तो कंपनियां इलाज का खर्च उठाने से मना कर देती हंै। आइआरडीए के पास रजिस्टर्ड 24 में से 15 कंपनियां ऐसे लोगों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ नहीं देती हैं। कुछ कंपनियां स्वास्थ्य बीमा देती ही नहीं, जबकि अन्य कंपनियां भी बहाने बनाकर ऐसे लोगों को पॉलिसी नहीं देती हंै। सिर्फ एक कंपनी एचआइवी व एड्स मरीजों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ दे रही है।

खाने में मिलावट पर होगी उम्रकैद

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री : नई दिल्ली शहर से मिलावटी खाने की चीजें पूरी तरह से हटाने को अब कटिबद्ध दिल्ली सरकार ने एक कड़ा कानून बनाने का फैसला किया है। ऐसी अवैध गतिविधियों में लिप्त पाए जाने वालों को अब अधिकतम सजा आजीवन कारावास और दस लाख रुपये तक का जुर्माना भुगतना पड़ेगा।
अब आयेंगे मिलावटखोर काबू में इस दिशा में दिल्ली सरकार द्वारा एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है!
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री एके वालिया ने कहा कि इस संबंध में 2006 में ही संसद में खाद्यान्न सुरक्षा और मानक अधिनियम पारित किया गया था। लेकिन दूषित और मिलावटी खाद्यान्न से लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली सरकार इस कानून को अगले तीन महीने में अमल में ले आएगी। उन्होंने कहा कि इस नए कानून के लागू होने के बाद खाने की चीजों में मिलावट लगभग असंभव हो जाएगी। चूंकि इस अपराध में भागीदार लोगों के खिलाफ भारी जुर्माना और उम्रकैद की सजा लागू हो जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया हालांकि संसद ने इस अधिनियम को साल 2006 में ही पारित कर दिया था लेकिन इसे कानून का रूप देकर इसे लागू करने की अधिसूचना केंद्र सरकार ने कुछ ही हफ्ते पहले जारी की है। इस अधिनियम में खाद्य सामग्री के निर्माताओं पर कम से कम एक लाख रुपये से लेकर अधिकतम दस लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता है। इस दंड को देने का अधिकार सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट का होगा। कानून के प्रावधानों के अनुसार मिलावट कर्ता को अपराध की गंभीरता के आधार पर छह माह की कैद से लेकर उम्रकैद तक की सजा हो सकती है। वालिया ने बताया कि नया कानून मौजूदा खाद्यान्न में मिलावट रोकने के प्रावधानों की जगह लेगा। उन्होंने कहा कि वह शहर से दूषित और विषाक्त भोजन सिरे से हटाने के लिए इस कानून को लागू करने को प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि नए कानून के तहत नकली या मिलावटी भोज्य पर्दाथ बनाने वाले को सात साल कैद और दस लाख रुपये जुर्माना भरना पड़ेगा। अगर ऐसे किसी मामले में किसी की मौत हो जाती है तो उन पर अधिकतम दंड उम्रकैद के साथ ही दस लाख रुपये जुर्माना लगेगा। इतना ही नहीं अगर मिलावटी भोजन से किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है तो मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता के तौर पर कम से कम पांच लाख रुपये हर्जाना और घायल व बीमार को तीन लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। वालिया ने कहा कि इस प्रावधान के तहत खाद्य पदार्थो के व्यापार से जुड़े सभी कारोबारियों को खाद्य विभाग से खुद को पंजीकृत कराना होगा या फिर इसके लिए लाइसेंस हासिल करना होगा। अब नए प्रावधान के मुताबिक अब मानक पर खरे नहीं उतरने वाले खाद्य पदार्थो के लिए विज्ञापनों से गुमराह नहीं किया जा सकेगा। चूंकि अब ऐसे मामले में अदालत नहीं जाना होगा और निर्माता कंपनी पर सीधे-सीधे दस लाख रुपये का जुर्माना लगेगा। फिलहाल मौजूदा पीएफए अधिनियम के अनुसार अभी ऐसे सारे मामले अदालत में जाते हैं। इसलिए मामले का निपटारा अब जल्द होगा। वालिया ने कहा कि खाद्य पदार्थ में बताई गई सामग्री न होने पर नए प्रावधानों के तहत दो लाख रुपये का जुर्माना होगा जबकि गुणवत्ता से समझौता करके खाद्यान्न बेचने पर पांच लाख रुपये का जुर्माना होगा। साफ-सफाई से खाद्य पदार्थ नहीं बनाने या बेचने पर भी एक लाख रुपये का जुर्माना होगा। उन्होंने बताया कि खाद्यान्न मिलावट रोकथाम विभाग के अधिकारियों को पहले विभिन्न बाजारों में छापे मारने को कहा गया है। पिछले महीने पीएफए विभाग ने दिल्ली में विभिन्न स्थानों से खाद्य पदार्थो के 264 नमूने उठाए हैं। अभी 43 नमूने के नतीजे आने बाकी हैं।


ऑनर किलिंग : बेटियों के खून से रंगे मांओं ने हाथ

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री
भारत देश में आये दिन ऑनर किलिंग के मामले बढ़ते जा रहे हैं! हाल ही में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ऑनर किलिंग का एक और मामला सामने आया है। इज्जत की खातिर इस बार खून से हाथ सने हैं दो मांओं के। दोनों ने बेटियों की मौत के लिए एक ही रात मुकर्रर की और तरीका भी एक जैसा ही अपनाया। दोनों मांओं ने मिलकर एक-एक कर दोनों युवतियों को फांसी पर लटका दिया। दोनों के घर के बीच लगभग 50 मीटर का फासला है। मामले की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
मुगलपुरा में रहने वाली जाहिदा (18) पुत्री स्व. जरीफ और हुसनो (24) पुत्री स्व. इस्लाम मवींकला के एक स्कूल में मजदूरी करते हुए प्रेम संबंध दो बिहारी मजदूरों से हो गए। करीब 15 दिन पूर्व परिजनों को चकमा देकर दोनों प्रेमियों के साथ फरार हो गईं। तीन दिन पूर्व अचानक दोनों युवतियां कोतवाली पहंुची और सुरक्षा की गुहार लगाते हुए बताया कि उन्होंने प्रेमियों के साथ धर्म परिवर्तन कर विवाह रचा लिया है। जाहिदा की गुमशुदगी दर्ज थी तो इस पर पुलिस ने उसके परिजनों को सूचित कर दिया। दोनों लड़कियां इस जिद पर अड़ी थीं कि वे अपने घर न जाकर प्रेमियों के साथ ही रहेंगी। मामला बढ़ता देख दोनों को एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया, जिस पर एसडीएम ने दोनों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया। गुरुवार को दोनों युवतियों के बयान होने थे। सुबह के समय दोनों युवतियों के घर में चीख-पुकार मच गई तो मोहल्ले के लोग एकत्र हो गए। दोनों के घर के अंदर जाहिदा और हुसनो के शव फांसी पर लटके थे। बाद में जाहिदा की मां खातून और हुसनो की मां सुबरातो ने कुबूल किया कि इज्जत की खातिर उन दोनों ने एक साथ मिलकर पहले जाहिदा और फिर हुसनो को मौत के घाट उतार दिया। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।अब इन माओं को कानून क्या सज़ा देगा,देगा भी या नही कोई नही जनता
लेकिन इज्जत की खातिर हत्या जैसा संगीन जुर्म करने वाले हत्यारों को मृत्यु दंड जैसी सज़ा अवश्य दी जनि चाहिए
इसके लिए सविधान में संशोधन भी किया जाना चाहिए



इमेजिन पर रामायण की गूंज

नई दिल्ली,(प्रेमबाबू शर्मा )
पौैराणिक सीरियलों की कडी में रामायण का एक बार फिर से प्रसारण  16मई से सोमवार से बृहस्पतिवार तक शाम 7 से 8 बजे तक चैनल इमेजिन पर होगा।
इमेजिन टीवी के प्रोग्रामिंग हेड (फिक्शन) सौरभ तिवारी का कहना है कि इसमें कोई दो राय नहीं कि रामायण अब तक का श्रेष्ठ फिक्शन है। देशव्यापी स्तर पर इसे देखने वाले दर्शकों की संख्या भी बहुत है। दर्शकों की मांग पर इस सदियों पुराने पौराणिक ग्रंथ पर बने सीरियल को एक बार फिर प्रस्तुत किया जा रहा है। सीरियल में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है, बल्कि इसके तकनीकी पक्ष को और बेहतर करने का प्रयास किया गया है। यह सीरियल महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण एवं तुलसीदास द्वारा रचित रामचरित मानस पर आधारित है। यह कहानी है बुराई पर अच्छाई की जीत की। इस शो में संगीत पक्ष को ज्यादा सुदृढ़ किया गया है, ताकि यह वर्तमान समय के दर्शकों की कसौटी पर खरा उतर सके।

नया शो ‘इंडियाज़ मोस्ट हांटेड’

नई दिल्ली (प्रेमबाबू शर्मा )...
क्या भूतप्र्रेत का अस्तित्व है ? कपोल कल्पित से जैसे लगने वाले विषय को भुनाते हुए एनडीटीवी गुड टाइम्स ने 13 मई,शक्रवार से रात 10 बजे एक नयेे शो का प्रसारण शुरू किया है ‘इंडिया’ज मोस्ट हाउंटेड’ । यह रिसर्च शो है जो भूतों की रहस्यमयी दुनियां और रहस्यमयी स्थानों के पीछे छिपे सच को उजागर करेगा। रॉकी और मयूर की मषहूर जोड़ी सूत्रधार की भूमिका निभाएगी।
इस शो में भारत की असंख्य प्राचीन मान्यताओं और  रीतिरिवाजों और व्यक्ति विषेष के मन पर पड़ने वाले इन मान्यताओं के मनोवैज्ञानिक प्रभावों पर रोषनी डाली जाएगी।
एनडीटीवी गुड टाइम्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्मिता चक्रवर्ती ने कहा, ‘भूत जैसे रोमांचित करने वाले कथानक आज भी कुछ लोगों का पंसद विषय है। हम ने जब यह शो शरू करने का निणर्य लिया तो लोगों में रॉकी और मयूर से ‘भुतहा’ कहानी सुनने को लेकर खासा उत्साह देखा गया। वस्तुतः न्यू ओरलियंस जैसी जगहों पर भुतहा  या भयानक पर्यटन बेहद आकर्षक रहा है हमारे देष में आज भी अनेक भुतहा हवेलियां या हिल स्टेषन हैं जिनके अधख्ुाले रहस्य आज भी आम लोगों में  कौतुहल का विषय रहा है।इस शो के द्वारा उनके पीछे की वास्तविकता को उजागर करना है।एनडीटीवी गुड टाइम्स इस बात को लेकर उत्साहित है कि रॉकी और मयूर इस शो को नए नजरिये से पेष कर रहे है।
सूत्रधार रॉकी सिंह शो का हिस्सा बन कर रोमांचित हैं क्योंकि रूहानी दुनिया का राज खोलने वाला पहला शो है।

अपने अब तक के सफर से खुश है: गायक जैवी

नई दिल्ली (प्रेमबाबू शर्मा )...
शौकीन कुडियां, नी वालिया, पंजाबी मुडे जैसी अनेक अलबम की सफलता के बाद गायक जैवी अपनी नई अलबम हॉट बीट में व्यस्त है। बातचीत के दौरान बताया कि उस्ताद नुसरत फतेह अली की गायकी से प्रभावित होकर ही वे गायकी में आये थे। उनकी अलबम को हॉट बीट को म्युजिक कंपनी एमी ग्रुप रीलिज कर रही है।
आजकल गीतों के प्रमोषन के लिए उनके विडियों तैयार किये जाते है हॉट वीट के दो गीतों के विडियों पर काम चल रहा है। आखिर अलबम में क्या खास है ? जैवी ने बताया कि ‘ हॉट बीट अलबम 8 बहुरंगीय गीतों का संग्रह है, या यूं कहे कि इसमें हर मूड के गीत है। संगीतकार लोली, जानी सिंह और जीती ने कमाल की कंपोजिग की है तो निर्देषक अमृतसिंह ने भी दमदार विडियों तैयार किया है।
पंजाब के कपूरथला में जन्में जैवी सिंह ने गायकी की विधिवत् शिक्षा ली हैृ, पटियाला घराने के उस्ताद सुखदेव साहिल से। जैवी देष और विदेष में अपनी गायकी का रंग बिखरने के बाद आज भी हंसराज हंस की षैली को अपनाते है। इसकी वजह जो भी रही हो , लेकिन वे एक साफ कहते है कि ‘बदलते समय के अनुसार ही इंसान को भी उसी के अनुरूप ढाल लेना चाहिए।‘ अतीत की एक घटना को याद करते हुए जैवी कहते है कि ‘ गायकी के शुरूआती दौर में एक बार मुझे पंजाब एंड सिंध बैक द्वारा आयोजित प्रतिभा खोज प्रतियोगिता में गाने का अवसर मिला। लेकिन जब अंत तक मुझे मंच पर नहीं बुलाया गया तो मै मयूस हो गया खैर, एक नेक आदमी ने मेरा हौसला बढाते हुए मंच पर मौका दिलाया और जब मैंने मंच पर गीत ‘ जुगनी गई सी’ गाया तो पूरा ही प्रागंण तालियों से गूंज उठा। मजेदार बात यह रही की उस प्रतियोगिता में मैं दुसरे स्थान पर रहा।’ अपने अब तक के सफर से जैवी सिंह खुश हैं। भविष्य की योजनाओं की चर्चा चलते ही जैवी कहते है कि ‘मैं फिलहाल तो पंजाबी फिल्मों व बॉलीवुड की कुछ फिल्मों में गाने के प्रस्ताव आये है। बाकी तो समय ही बतायेगा किया क्या जाए।

FIVE BJP MLAS SWORN IN AS PUNJAB CABINET MINISTER

CHANDIGARH, Sanjay Pahwa :
The Punjab Governor and Administrator, UT, Chandigarh, Mr. Shivraj V. Patil, today administered the oath of office and secrecy to Mr Tikshan Sood, Ms Laxmi Kanta Chawla, Mr. Satpal Gosai, Mr. Surjit Kumar Jaiyani and Mr. Arunesh Shakir as Cabinet Ministers, Punjab at a brief but impressive ceremony held at Punjab Raj Bhavan.
Earlier, Mr. S.S. Brar, who is holding the charge of State Chief Secretary sought the permission of the Governor to start the swearing in ceremony. Soon after being sworn in Mr Tikshan Sood, Ms Laxmi Kanta Chawla, Mr. Satpal Gosai, Mr. Surjit Kumar Jaiyani and Mr. Arunesh Shakir signed the oath, which was counter signed by the Governor.
The oath to these Cabinet Ministers was administered by the Governor in the presence of Punjab Chief Minister, Mr. Parkash Singh Badal.
Prominent amongst others who attended the swearing in ceremony included Speaker Punjab Vidhan Sabha, Mr. Nirmal Singh Kahlon, Mr Shanta Kumar,Senior National Vice President incharge of the party affairs in Punjab, Member of Rajya Sabha, Mr. Sukhdev Singh Dhindsa, besides Members of Punjab Council of Ministers, senior leaders of political parties, top brass of State civil and police administration. Likewise, the members of the journalist fraternity and the invitees from all over the State also attended the ceremony.
On the occasion, the newly sworn in Cabinet Ministers were accompanied by their family members, friends and well wishers.
The Swearing-in-Ceremony ended with the National Anthem played by the Police Band. High-Tea was also served to the guests at the Punjab Raj Bhavan after the ceremony

Sunday, May 15, 2011

PIKENDER PAL SINGH TAKES OVER AS THE REGIONAL DIRECTOR OF CII NORTHERN REGION

Chandigarh : Sanjay Pahwa:
 Mr Pikender Pal Singh has taken over as the new Regional Director of Confederation of Indian Industry (Northern Region) stated a press release from CII, Northern Region
In a career spanning over 20 years, Pikender has worked in different capacities and departments of the Confederation. Prior to assuming the position of Regional Director, he was responsible for the implementation of the CII national theme of India @75, a vision building exercise to transform India into an economically vital, technologically innovative, socially and ethically vibrant leader by 2022 , in Northern states. The exercise was spread over 5 states which included Chandigarh, Delhi, Punjab, Rajasthan and Uttarakhand. It was under his leadership, the states developed vision documents for preparing a roadmap to economic development and inclusive growth in the region. Taking forward the path breaking initiative of India@75 in Northern region, Singh worked bringing together all stakeholders including the industry, government, institutions, community groups and individuals to translate the vision into a reality.
One of his other areas of responsibilities included facilitating and catalyzing change by working closely with the State Governments on policy issues, enhancing efficiency, competitiveness and expanding business opportunities for industry through a range of specialized services and global linkages for various sectors – manufacturing, engineering, food processing, textiles, IT/ITES, Infrastructure, Education, Healthcare, to name a few.
With a specialization of over 15 years of conceptualizing and building brand for tradefairs, Pikender has been actively involved in institutionalizing the major National & International Trade Fairs of CII, which included Agro Tech, CeraGlass India 2010 , Tex Tech and other B-2-B trade shows in the Region.
As a part of various delegations and networking assignments, he has travelled to Italy, Hungary, Pakistan, Mauritius, and Belgium. He was also a part of Punjab Chief Minister’s delegation to Israel, Egypt and Dubai representing CII at WATEC 2009.
A firm believer in the theory of CHANGE, Singh says “A break from the past is necessary both in terms of thinking and action. It requires partnerships with diverse stakeholders ranging from government to individuals, and community groups to institutions. And for this we need to develop next practices that help us achieve the vision.”, expressed Pikender . The northern Region would further strengthen its linkages with its membership spread over 9 states in the north, business opportunity for MSMEs , Skill development , Affirmative Action and ground interface with the state government are some of the thrust areas for the region in the coming months , stated the new Regional Director .
Mr Pikender is a Post Graduate from Delhi University and holds specialization in Marketing, Business Management and Trade Fairs. Urge to learn, trust and development of people in a professional environment, are imbibed in his work ethics

आज भी जिन्दा है इंसानियत :एक दूसरे के पति को किडनी देंगी महिलाएं

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री :
बठिंडा की सुमन व फिरोजपुर की अनीता (काल्पनिक नाम) के बीच वैसे तो कोई नाता नहीं, लेकिन अपने-अपने पति की जिंदगी बचाने के लिए दोनों रिश्ते की अटूट डोर में बंध गई हैं। दोनों ही एक दूसरे की जिंदगी में मसीहा बनकर आई हैं। ब्लड ग्रुप मैच होने के बाद वे एक-दूसरे के पति को किडनी दान कर रही हैं। फरीदकोट में ह्यूमन आर्गन ट्रांसप्लांटेशन की ऑथोराइजेशन कमेटी बठिंडा के इस मामले को मंजूरी दे चुकी है। फिरोजपुर की महिला को भी जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
जानकारी के अनुसार शहर के वार्ड नंबर बसंत विहार 16 में मकान नंबर 561 में रहने वाली सुमन के पति महेश सिंह की दोनों किडनियां खराब हैं। महेश की लगातार डायलसिस करवानी पड़ती है। उन्होंने जालंधर के एक निजी अस्पताल में इसकी जांच करवाई तो डाक्टर ने कहा कि एक किडनी मिल जाए तो फिर वह स्वस्थ जिंदगी जी सकेंगे। इस पर सुमन ने सावित्री बन पति महेश की जिंदगी बचाने के लिए किडनी दान करने की इच्छा जाहिर की। यह केस इस क्षेत्र के लिए बनी ऑथोराइजेशन कमेटी को भेज दिया गया। वहां सुमन व महेश का ब्लड ग्रुप आपस में मैच नहीं हुआ। कुछ यही हाल फिरोजपुर की मोरी गेट के नजदीक मकान नंबर 190 में रहने वाली अनीता का भी था। उसके पति यशपाल का भी जालंधर के ही अस्पताल में इलाज चल रहा था। यशपाल की भी दोनों किडनियां खराब हो गई थीं। उनकी पत्नी ने भी अपनी किडनी देने की इच्छा जाहिर की, लेकिन उनका भी पति से ब्लड ग्रुप मैच नहीं हुआ। ऐसे में इसे संयोग ही कहेंगे कि दोनों पक्षों की आपस में मुलाकात हुई तथा सुमन का ब्लड ग्रुप यशपाल से मैच हो गया और अनीता का महेश से। फिर दोनों परिवारों ने तय किया कि सुमन, यशपाल को किडनी देंगी और अनीता महेश को, ताकि दोनों अपने-अपने पति की जिंदगी बचा सकें। सिविल सर्जन बठिंडा डॉ. नीलम बजाज ने कहा कि यहां के केस को मंजूरी मिल गई है। सिविल सर्जन फिरोजपुर डॉ. धर्मपाल गोदारा ने कहा कि पुलिस की तरफ से किसी के न आने के कारण मंजूरी नहीं मिल सकी। संभवत: अगली बैठक में मंजूरी मिल जाएगी।


Thursday, May 26, 2011

उपलब्धियों पर हावी होती अव्यवस्थाएं:इलाज के अभाव में राजस्थान की जेलों में दम तोड़ रहे कैदी

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री : 

आज देश की संप्रग सरकार के दो साल पूरे हो गये|इस दौरान अपने द्वारा किये गये विकास कार्यों का सरकार ने आज एक लेखा जोखा भी जारी किया|इस अवसर पर प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह ने कहा कि किसी भी भ्रष्टाचारी को बख्शा नही जायेगा|माना कि सरकार ने अपने दो साल के कार्यकाल में कुछ विकासपरक काम किये होंगे|लेकिन इस दौरान सरकार भ्रष्टाचार के आरोपों को भी झेले हैं और अब तक सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार के मामले भी कांग्रेस के शासनकाल में ही उजागर हुए हैं|दूसरी और इस दौरान देश भर में अव्यवस्थाओं के दौर भी देखने को मिले हैं|देश की जनता को इस वक्त जहाँ शिक्षा शेत्र में और चिकित्सा सुविधाओं के आभाव के दौर से जूझना पड़ रहा अहि वहां देश की जेलों में रहने वाले कैदियों को ये अव्यवस्थाएं झेलनी पड़ रही हैं|  
राजस्थान की जेलों में मेडिकल सुविधाओं के अभाव में हर चौथे दिन किसी न किसी कैदी की जान जा रही है। राज्य की जेलों के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो साल 2009 और 2010 में जेलों में 180 कैदियों की मौत बीमारी के कारण हो चुकी है । फिर चाहे सबसे सुरक्षित कही जाने वाली जोधपुर सेंट्रल जेल हो या जयपुर सेंट्रल जेल। मरने वाले में सबसे ज्यादा 50 कैदी जयपुर सेंट्रल जेल से हैं। वहीं कोटा सेंट्रल जेल में गुजरे दो सालों में 29 कैदियों की सांसे उखड़ गईं। उदयपुर सेंट्रल जेल से 26 कैदियों की जीवन डोर टूट गई। बीकानेर सेंट्रल जेल में बीमारी और अन्य कारणों से बीते दो सालों में 19 कैदी मारे गए। देश की दूसरी सबसे सुरक्षित जेल जोधपुर सेंट्रल जेल से बीते दो सालों में 15 कैदी हमेशा के लिए आजाद हो चुके हैं। भरतपुर सेंट्रल जेल से पांच, अजमेर सेंट्रल जेल से नौ ओर गंगानगर जेल से दो कैदियों की मौत हो चुकी है। वहीं अलवर जिला जेल से दो कैदी, निंबाहेड़ा उपकारागार से एक कैदी, हनुमानगढ़ जिला जेल से तीन कैदी, डीडवाना जेल से एक कैदी, मांडलगढ़ जेल से एक कैदी, जैतसर जेल से दो कैदी, कोटपूती जेल से दो कैदी, सिरोही, भीलवाड़ा और करौली जेल से एक-एक कैदी की मौत हो चुकी है। चूरू की राजगढ़ जेल से तीन कैदियों की मौत हो चुकी है। डीग, नागौर, ब्यावर, पाली, बीछवाल, राजसिंहनगर जेल से भी एक-एक कैदी की बीमारी से मौत हो गई। वहीं सांगानेर में स्थित खुली जेल से भी एक कैदी की मौत हो चुकी है। रिकॉर्ड्स के अनुसार, राज्य की जेलों में मरने वाले कैदियों में सबसे ज्यादा मौतें टीबी से होना सामने आया है। जेलों में प्राथमिक उपचार के अलावा अन्य गंभीर बीमारियों से निपटने के लिए दी जानेवाली मेडिकल सुविधाओं के हालात भी नाजुक हैं। अन्य रोगों से निपटने के लिए भी प्राथमिक उपचार के साधनों का अभाव है। हर साल कैदियों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन सुविधाएं वहीं की वहीं हैं।

इन अव्यवस्थाओं को और भ्रष्टाचार के आरोपों को सरकार की उपलब्धियों पर या दो साल का कायकाल पूरा होने की ख़ुशी पर कालिख कहा जाये तो कुछ गलत नही|क्योंकि अव्यवस्थाएं होते हुए उपलब्धियां अधूरी ही होती हैं|जनता को तो सुविधाएँ चाहियें उपलब्धियां नही|


खबरीलाल: Role of communication highlighted at the PRCI semi...

खबरीलाल: Role of communication highlighted at the PRCI semi...: "Dr KK Khandelwal honoured with Chanakya Award Chandigarh, Sanjay Pahwa: No country can progress if only a fraction of population is doing w..."

Sunday, May 22, 2011

श्रीमती इन्दिरा देवी शिक्षण संस्थान में विदाई समारोह का आयोजन

रादौर, कुलदीप सैनी :
श्रीमती इन्दिरा देवी शिक्षण संस्थान में डी.एड. प्रथम वर्ष के छात्रों द्वारा डी.एड. द्वितीय वर्ष, बी.एड. एवं एम.एड. के सम्मान में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में एम.एड. की छात्राओं ने मनमोहक नृत्य प्रस्तूत किया। इसके अतिरिक्त डी.एड. के छात्रों ने अपने अग्रजों के लिए कई कार्यक्रमों करा आयोजन किया जिसमें बौल डाँस, माडलिगं, न्यूज पेपर गेम, डायस गेम आदि प्रमुख थे। शिक्षण संस्थान के निर्णायक मंडल के माडलिगं राउँड में मनीष को मिस्टर फाइनल व रूचि को मिस फाइनल चुना गया।
इस अवसर पर शिक्षण संस्थान की निदेशिका डा. सीमा धवन ने अपने आशीर्वचनो में शिक्षक समाज में स्वागत करते हुए कहा कि शिक्षक समाज के निर्माणकर्ता होते हेैं। अत: उनका दृष्टिकोण सकारात्मक होना आवश्यक हैं। यदि हमारी नजर सदा लक्ष्य पर रहती हैं तो हमें सफलता अवश्य मिलती हैं पर इससे पहले लक्ष्यों का निर्धारण होना आवश्यक हैं। शिक्षण संस्थान के प्रबन्धक निदेशिक श्री दिनेश गोयल व रंजना गोयल ने भी भावी शिक्षको के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाए दी।इस अवसर पर रंजना, नीलू, कोम्पल, कविता, अनिता जिदंल, प्रभा, अमिता, अलका, अरूण, विक्रम, नवजीवन, सुशील शर्मा, सुदेश, संतोष व नेहा भी उपस्थित थे।



आस्था कालेज ऑफ एजूकेशन में मॉडल व चार्ट प्रदर्शनी की आयोजन

रादौर, कुलदीप सैनी:
आस्था कालेज ऑफ एजूकेशन दामला की रानी लक्ष्मीबाई सामाजिक अध्ययन प्रयोगशाला की ओर से मॉडल व चार्ट प्रदर्शन की आयोजन किया गया। जिसमें कालेज के छात्र छात्राओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। मॉडलों के माध्यम से छात्रों ने सम्प्रदायवाद, जातिवाद, भ्रूण हत्या, जैसी सामाजिक समस्याओं को प्रर्दशित किया। इसके माध्यम से छात्रों ने दर्शाया कि यह सामाजिक समस्याएं किस तरह बुराईयों का रूप धारण कर हमारे जीवन पर प्रहार कर रही है। प्रदर्शनी में निर्णायक की भूमिका पवन शर्मा व मनोज आर्य ने निभाई।
विजेता छात्रों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता में कालेज की छात्रा प्रियंका प्रथम, पूजा द्वितीय व सोनम तृतीय स्थान पर रही। इस अवसर पर शाखा के इंचार्ज बलवंत ङ्क्षसह व रूचि गुप्ता ने इस विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि छात्रों में रचनात्मकता होनी आवश्यक है। छात्रों को समय समय पर होने वाल घटनाओं के प्रति भी जागरूक रहना चाहिए। कालेज के विभागाध्यक्ष पवन शर्मा ने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताओं से बच्चों का मानसिक व बौद्धिक विकास होता है। बच्चों में कुछ अलग करने व सीखने की भावना जागृत होती है। इस लिए समय समय पर इस तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन आवश्यक है। इस अवसर पर बलवंत ङ्क्षसह, रूचि गुप्ता, पपीन्द्र कुमार, विजय मलिक, संदीप, पूजा गुलाटी, गुरजीत, पूजा कल्याण व रेनू आदि ने अपना विशेष योगदान दिया।

महिलाओं ने निकाली मलेरिया रोकथाम जागरूकता रैली

रादौर, कुलदीप सैनी :
गांव रादौरी की साक्षर महिला समूह की महिलाओं द्वारा गांव में एक जागरूकता रैली निकाली गई। रैली में दर्जनों महिलाओं ने भाग लिया। रैली के माध्यम से मलेरिया व डेंगू जैसी बिमारी से रोकथाम के उपाय बताए गए। रैली की अध्यक्षता समूह की प्रधान कुसमलता व खंजाची निशा रानी ने की।
इस अवसर पर प्रधान कुसमलता ने कहा कि मलेरिया व डेंगू एक जानलेवा बिमारी है। कम्पन के साथ सर्दी लगना, तेज बुखार, सिरदर्द व उल्टियां लगना इसके लक्षण है। मलेरिया के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी चिकित्सक के पास जाकर ईलाज करवाना चाहिए। मलेरिया व डेंगू मच्छरों के काटने से फैलता है। इसलिए हमें अपने आसपास मक्खी मच्छर नहीं फैलने देना चाहिए। घरों के आसपास पानी इक_ा नहीं होने देना चाहिए और कीटनाशक दवाईयों का प्रयोग करना चाहिए। मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानियों को प्रयोग करना चाहिए। इस अवसर पर निशा, सपना, शालू, उर्मिला, मीना, विमला आदि उपस्थित थे।





विद्यार्थियों ने निकाली कन्या जागरूकता अभियान रैली

रादौर, कुलदीप सैनी :
इंडियन पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल रादौर के विद्यार्थियों द्वारा जागरूकता रैली निकाली गई। रैली में स्कूल के लगभग एक हजार से अधिक बच्चों ने भाग लिया। रैली मुख्य बाजार से होती हुई स्कूल परिसर पर पहुंची। इस दौरान बच्चों ने हाथ में कन्या भ्रूण हत्या रोको व पर्यावरण बचाओं जैसे स्लोगन लिखे बैनर हाथ में लिए लोगों को इन ज्वलंत समस्याओं के प्रति जागरूक होने का आह्वान किया। रैली को स्कूल के प्रिसींपल ईश मेहता ने हरी झंडी देकर रवाना किया।
इस अवसर पर स्कूल के प्रिसींपल ईश मेहता ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या समाज के लिए एक के लिए एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। अगर इस पर जल्द ही अकुंश नहीं लगाया गया तो समस्या एक विकराल रूप धारण कर लेगी। जिससे कई प्रकार की सामाजिक समस्याएं भी उत्पन्न हो जाएगी। भाइयों की कलाई राखी के दिन सूनी रहेगी तो वहीं कुंवारे लडक़ों को शादी के लिए लड़किया मिलना भी मुश्किल हो जाएगा। कन्या भ्रूण हत्या एक सामाजिक अपराध है। इस सामाजिक बुराई के कारण दिन प्रतिदिन लिंगानुपात असंतुलित होता जा रहा है। लड़कियों की संख्या लगातार कम होती जा रही है। कन्याओं को गर्भ में मार देने वाले लोग एक छोटी सोच वाले होते है। जो लड़कियों को बोझ समझते है। लेकिन लड़कियां आज किसी भी क्षेत्र में लडक़ो से पीछे नहीं है। कन्या भ्रूण हत्या करने वाले लोग यह बात भूल जाते है कि लडक़ी के बिना तो वंश वृद्धि भी संभव नहीं है। लेकिन इस बुराई को रोकने के लिए हम सभी को आगे आना होगा। नहीं तो यह समाज का संतुलन बिगाड़ देगी। कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए महिलाओं को भी जागरूक होना होगा। अगर कोई महिलाओं पर भ्रूण हत्या का दबाव डालता है तो उसके खिलाफ महिलाओं को आवाज उठानी होगी। तभी कन्या भ्रृण हत्या पर अंकुश लगाया जा सकेगा। प्रर्यावरण प्रदुषण पर बोलते हुए ईश मेहता ने कहा कि वैज्ञानिक उन्नति ने मानव जीवन को अंत्यंत सरल बना दिया है। लेकिन इसका दुष्प्रभाव भी हमे देखने को मिल रहा है। प्रर्यावरण प्रदुषण भी इसी उन्नति की देन है। बड़ी बड़ी फैक्ट्रियों का धुआं आज प्रदुषण को बढ़ावा दे रहा है। आबादी बढऩे से वनों व पेड़ पौधों की संख्या में भी कमी आ रही है। जिस कारण पर्यावरण प्रदुषण अधिक हो रहा है। पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए पेड़ो की संख्या बढ़ाना अति आवश्यक है। इसलिए हमें समय समय पर पौधारोपण अवश्य करते रहना चाहिए। इस अवसर पर सभी बच्चों ने कन्या भ्रूण हत्या को रोकने व पर्यावरण को साफ सूथरा रखने की भी शपथ ली।

क्षेत्रवाद विपक्षी पार्टियों की बौखलाहट का नतीजा है:दीपेंद्र हुड्डा

यमुनानगर, कुलदीप सैनी :
रोहतक के सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ब्लॉक कांग्रेस प्रधान राजपाल खरकाली के कार्यालय पर पहुंचे। दीपेन्द्र हुड्डा का रादौर पहुचंने पर सभी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस प्रधान राजपाल खरकाली ने दीपेन्द्र हुड्डा को शॉल भेंटकर सम्मानित किया। दीपेन्द्र हुड्डा को इस दौरान जब ब्लॉक प्रधान राजपाल खरकाली द्वारा किए गए कार्यो से अवगत करवाया गया तो उन्होंने उनके कार्यो की खूब सराहना करते हुए कहा कि उनकी मेहनत आने वाले समय में पार्टी व उनके लिए लाभकारी साबित होगी।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री है जो प्रदेश में बिना किसी भेदभाव के कार्य कर रहे है। प्रदेश में विकास कार्यो की लहर है। उन्होंने विपक्षी पार्टियों के क्षेत्रवाद के आरोप को गलत बताते हुए कहा कि यह सब उनकी बौखलाहट का नतीजा है। प्रदेश सरकार द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्यो को देखकर विपक्ष के नेता बौखला चुके है और इसी बौखलाहट में वे अनाप शनाप ब्यानबाजी कर रहे है। प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने का हर संभव कार्य किया जा रहा है। आने वाले समय में प्रदेश में कोई भी युवा बरोजगार नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि बिजली उत्पादन में प्रदेश आत्मनिर्भर हो चुका है। जहां अभी बिजली की कुछ समस्या है उसे भी जल्द ही दूर कर दिया जाएगा। युवा विंग पार्टी की रीड्ड है। इसलिए युवाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। युवाओं का भी उन्हें भरपूर समर्थन मिल रहा है। इस अवसर पर शाहबाद विधायक अनिल धतौंडी, पूर्व विधायक कैलोशो सैनी, रमेश गुप्ता,ब्लॉक काग्रेंस प्रधान राजपाल खरकाली, अजयङ्क्षसह चौहान, राकेश पांचाल, बलिन्द्रपाल ढांडा, रणदीप ढांडा, धर्मङ्क्षसह पिंकी, नंदलाल रादौर, बालकिशन रोहिला, ओमप्रकाश, संजू धौलरा, जितेन्द्र, सतीश रादौरी, मंगतराम खजूरी, यशपाल फग्गू, संजू बकाना आदि उपस्थित थे।

इनेलो पार्टी करेगी जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन

यमुनानगर, कुलदीप सैनी :
इनैलो पार्टी की ओर से 24 मई को मंहगाई के विरोध में जंतर मंतर दिल्ली पर प्रदेश स्तरीय विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। जिसमें पूरे प्रदेश से भारी संख्या में इनैलो कार्यकर्ता भाग लेगें और कांग्रेस सरकार की जनविरोधी नितियों के खिलाफ प्रदर्शन करेगें। प्रदेश स्तरीय इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई इनैलों सुप्रीमों व पूर्व मुख्यमंत्री चौ० ओमप्रकाश चौटाला करेगें। यह जानकारी विधायक रादौर व इनैलो जिला अध्यक्ष डॉक्टर बिशनलाल सैनी ने दी। बिशनलाल सैनी रादौर स्थित अपने कार्यालय पर इनैलों कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
बिशनलाल सैनी ने कहा कि प्रदेश स्तरीय इस सम्मेलन को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं की डयूट्यिा लगाई जा रही है। जिसके तहत कार्यकर्ता गांव गांव जाकर लोगों को इस विरोध सम्मेलन में पहुचंने का न्यौता देगें। उन्होंने कहा कि आज देश की जनता मंहगाई की मार के नीचे दब गई है। आम आदमी अपने लिए दो वक्त की रोटी भी नहीं जुटा पा रहा है। केन्द्र व प्रदेश की कांग्रेस सरकार जनता को लूटने व खसोटने का कार्य कर रही है। कांग्रेस सरकार की यह लूट व्यापारियों के माध्यम से की जा रही है। कांग्रेस सरकार व्यापारियों व अपने नेताओं के खजाने भरने में लगी हुई है। जिससे साबित हो गया है कि कांग्रेस सरकार व्यापारियों व पूंजीपतियों की सरकार है। आम आदमी से उसका कोई सरोकार नहीं है। लेकिन इनैलो पार्टी जनता के हो रहे इस शोषण का विरोध करेगी। पूरे प्रदेश से लोग इस विशाल प्रदेश स्तरीय विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेकर सरकार की चूलें हिलाकर रख देगें। यह विरोध प्रदर्शन साबित कर देगा कि केन्द्र व प्रदेश में कांग्रेस सरकार अब ज्यादा दिनों की मेहमान नहीं रही है। जनता का आक्रोश कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेगा। प्रदेश में आगामी सरकार इनैलों की होगी। तब प्रदेश के मुख्यमंत्री चौ० ओमप्रकाश चौटाला प्रदेश की जनता को इस तानाशाही सरकार द्वारा दिए गए जख्मों पर मरहम लगाएगें। तभी प्रदेश खुशहाली की राह पर चल पड़ेगा। इस अवसर पर पूर्व विधायक ईश्वरसिंह पलाका, ब्लॉक प्रधान राजकुमार बुबका, डॉ जरनैल पंजेटा, बलजीत सैनी घेसपूर, मांगेराम कण्ड्ररौली, बनीङ्क्षसह पलाका, मनोज ढांगी, राजेश कश्यप, सुभाष खुदर्बन, कमल चमरोड़ी, डॉ लाभङ्क्षसह राणा, खिलाराम नरवाल, मेजरसिंह, रामचन्द्र, प्रदीप, सुमित परूथी, दीपक, जगमाल नेहरा आदि उपस्थित थे।

नरेश टिकैत बने चौधरी

अमित सैनी, मुज़फ्फरनगर :
मुज़फ्फरनगर किसान राजधानी सिसोली में आज चौ महेंद्र सिंह टिकैत की रश्म तेहरवी के साथ साथ चौधरी साहब के बड़े बेटे नरेश टिकैत को भारतीय किसान यूनियन का राष्टीय अध्यक्ष और बालियान खाप का चौधरी बना पगड़ी पहनाई गयी!
इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रिय अध्यक्ष लाल क्रष्ण आडवानी .पंकज सिंह ॐ प्रकाश चोटाला(पूर्व मुख्य मंत्री हरिय्ना ),चौ अजीत सिंह (RLD) ने नरेश टिकैत को आशीर्वाद दिया और पगड़ी पहनाकर नरेश को किसानो की रहनुमाई करने का ओदा दिया ! जब मंच पर रश्म पगड़ी का कार्यक्रम चल रहा था तभी चौ अजीत सिंह को उनके समर्थको ने कंधे पर उठा लिया और भीड़ होने के करण अजीत सिंह निचे गिर पड़े ! सिसोली में लगभग डेढ़ लाख किसानो ने अपने मसीहा चौ महेंद्र सिंह टिकैत को याद कर उनकी आत्मा की शांति के लिए मों रख्खा और भ्रम भोज लेकर नरेश को पगड़ी पहनाई !


ताला तोडक़र दुकान से सामान चोरी

यमुनानगर, कुलदीप सैनी :
रादौर के बुबका रोड़ पर बीती रात चोरों ने एक दुकान के चौबारे का ताला तोडक़र दुकान से हजारों रूपये का सामान चुरा लिया। मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और चोरी के मामले की गहनता से जांच की।
जानकारी के अनुसार गांव खेडक़ी ब्राह्मण निवासी जयमल सैनी बुबका रोड़ रादौर पर सैनी जनरल स्टोर के नाम से दुकान चलाता है। बीती रात चोरों ने जनरल स्टोर के ऊपर बने चौबारें के ताले तोडक़र दुकान में सेंध लगाकर दुकान से लगभग 30 से 35 हजार रूपये का सामान चुरा लिया। प्रभावित दुकानदार जयमल सैनी ने बताया कि चोरों ने उसकी दुकान से नोटों के हार, मंहगा कोस्मैटिक का सामान, जूते व अन्य सामान चुरा लिया। रविवार की सुबह जब वह अपनी दुकान पर आया तो उसने दुकान के ताले खोले। अंदर जाकर देखा तो दुकान के अंदर सामान बिखरा पड़ा था और चौबारें के दरवाजे के ताले भी टूटे हुए थे। जिसके बाद उसने मामले की सूचना रादौर पुलिस को दी। इस बारे थाना रादौर प्रभारी रणसिंह ने बताया कि पुलिस चोरी के मामले की जांच कर रही है। दुकान से फिंगर प्रिंट विशेषज्ञों की टीम द्वारा सबूत जुटाए जा रहे है। जिसके बाद वह चोरों का पता लगा लेने की कोशिश कर रही है।



उत्तर प्रदेश की पुलिस उत्पीड़न में नंबर वन

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री :
नोएडा में भूमि अधिग्रहण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों पर कार्रवाई के लिए आलोचनाएं झेल रही उत्तर प्रदेश पुलिस के खिलाफ वर्ष 2010-11 में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को सर्वाधिक शिकायतें मिली हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2010-11 में यूपी पुलिस के खिलाफ आयोग को 8,768 शिकायतें मिलीं। इनमें हिरासत में मौत, प्रताड़ना, अत्याचार, फर्जी मुठभेड़ और कानूनी कार्रवाई करने में नाकामी जैसे मामले शामिल हैं। पुलिस के खिलाफ मिली शिकायतों के मामले में राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली।,023 शिकायतों के साथ दूसरे स्थान पर है। इसके बाद हरियाणा (782 शिकायतें), राजस्थान (571), बिहार (533) का नंबर है। शिकायतों का यह सिलसिला 2011-12 में भी जारी है और यूपी से 25 अप्रैल तक राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को 619 शिकायतें और दिल्ली से 85 शिकायतें मिल चुकी हैं। पुलिस के खिलाफ दादरा और नागर हवेली से राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को एक शिकायत, नगालैंड से दो शिकायतें, मिजोरम तथा त्रिपुरा से तीन-तीन और पुडुचेरी तथा अरुणाचल प्रदेश से सात-सात शिकायतें मिली हैं। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को वर्ष 2010 से 12 में उत्तर प्रदेश से हिरासत में प्रताड़ना की 654 शिकायतें, अनुसूचित जातियों -जनजातियों के खिलाफ ज्यादती की 93 और फर्जी मुठभेड़ की 40 शिकायतें मिलीं। हालांकि आंकड़े बताते हैं कि राज्य से मिलने वाली शिकायतों की संख्या घटी है। वर्ष 2009-10 में आयोग को 10,191 और 2008 - 09 में 10,740 शिकायतें मिली थीं। नक्सल प्रभावित राज्यों में पुलिस संबंधी शिकायतें बढ़ी हैं। उड़ीसा में 2009-10 में इनकी संख्या जहां 87 थी वहीं 2010-11 में यह संख्या बढ़ कर 182 हो गई। झारखंड में पुलिस के खिलाफ 2009 -10 में 208 और 2010 -11 में 254 शिकायतें, छत्तीसगढ़ में इसी अवधि में 53 और 58, मध्यप्रदेश में 336 और 355, पश्चिम बंगाल में 113 और 161 शिकायतें राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को मिलीं। महाराष्ट्र में इनकी संख्या कम हुई है। उग्रवाद प्रभावित मणिपुर से राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को 2011-12 के दौरान फर्जी मुठभेड़ की आठ शिकायतें मिलीं। थाने में युवक की मौत दो उप निरीक्षक निलंबित बस्ती, जासं : यूपी पुलिस की वर्दी रविवार को दागदार हो गई। दुबौलिया थाने की हवालात में एक युवक की जान चली गई। परिवारजनों का आरोप है कि पुलिस की क्रूरता से वह मरा, जबकि एसपी इसे खुदकुशी का मामला बता रहे हैं। फिलहाल उन्होंने थाने के दो उप निरीक्षकों को निलंबित कर दिया है, जबकि जिलाधिकारी ने घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दिए हैं। जानकारी के अनुसार दुबौलिया पुलिस ने विशुनदासपुर निवासी भगवंत सिंह के पुत्र नागेन्द्र कुमार सिंह उर्फ झिन्नू (35) को शनिवार को कटरिया से गिरफ्तार किया था। गांव पट्टीदारी की दर्जा नौ की एक छात्रा को 11 मई की रात जबरन उठा ले जाने का उस पर आरोप था। रविवार को दिन के 11 बजे नागेन्द्र की थाने की हवालात में मौत हो गई। इसके बाद पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। इस दौरान आनन-फानन में पुलिस ने चालाकी दिखाते हुए शव हवालात से बाहर निकाल दिया व जिला अस्पताल लाकर उसे मॉर्चरी में रख दिया। जिला मुख्यालय पहुंचे नागेन्द्र के भतीजे रजनीकांत उर्फ सिंपल सिंह ने कहा कि पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार करने के बाद बेरहमी से उसकी पिटाई की और उसके हाथ की अंगुलियां तोड़ डाली। इसी वजह से हवालात में ही जान चली गई।


पहला शख्स, जिसने दी एड्स को मात

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री :
अमेरिका के एक व्यक्ति ने विश्र्व की सबसे खतरनाक बीमारी एड्स को मात देकर चिकित्सा जगत को चमत्कृत कर दिया है। वह दुनिया का ऐसा पहला मरीज है, जिसके शरीर में एचआइवी वायरस पूरी तरह नष्ट हो चुके हैं। 45 वर्षीय टिमोथी रे ब्राउन के लिए इसे किस्मत की ही बात कहेंगे। वह एड्स के अलावा एक और प्राणघातक बीमारी ल्यूकेमिया (एक प्रकार का ब्लड कैंसर) से पीडि़त थे। ल्यूकेमिया के इलाज के लिए उनके शरीर में एक बार बोन मैरो का ट्रांसप्लांटेशन किया गया और उसी के बाद से उनका एड्स भी ठीक होने लगा। अब उनके शरीर में एचआइवी वायरस पूरी तरह नष्ट हो चुके हैं। डॉक्टरों ने इस अनोखी घटना को फंक्शनल क्योर कहा है। ब्राउन ने अपने जीवन की घटना को सैन फ्रांसिस्को में न्यूज चैनल सीबीएस 5 से साझा किया।
ऐसे बदली जिंदगी : 1995 में ब्राउन के शरीर में एचआइवी वायरस के संक्रमण के बारे में पता लगा। वह ल्यूकेमिया से भी जूझ रहे थे। तब वह जर्मनी में रहते थे। बर्लिन में 2007 में हुए बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन ने उनकी जिंदगी बदल दी। वैज्ञानिकों का मानना है कि उनके शरीर में जिस व्यक्ति का बोन मैरो प्रत्यारोपित किया गया था, संभवत: उसके अंदर एचआइवी वायरस के प्रति प्रतिरोधी जीन रहे होंगे, जो बोन मैरो के जरिए ब्राउन के शरीर में भी पहुंच गए और उनका एड्स सही होने लगा। माना जा रहा है कि जिस व्यक्ति का बोन मैरो ब्राउन के शरीर में डाला गया वह काकेशियाई मूल का रहा होगा। यूरोप स्थित काकेशिया पर्वत के आस-पास रहने वाले लोग काकेशियाई मूल के माने जाते हैं। इस मूल के लोग श्वेत होते हैं और यूरोप, उत्तर अफ्रीका, पश्चिम एशिया, मध्य एशिया तक पाए जाते हैं। काकेशियाई मूल के एक प्रतिशत लोगों के शरीर में एड्स के प्रतिरोधी जीन पाए जाते हैं और यह व्यक्ति भी उनमें से एक रहा होगा।
ऐसे विकसित हुई क्षमता : कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि चौदहवीं शताब्दी में यूरोप में लाखों लोगों की जान लेने वाली महामारी ग्रेट प्लेग से बच जाने वाले काकेशियाई लोगों में स्वत: ही एड्स से लड़ने की क्षमता विकसित हो गई थी। उसके बाद यह जीन पीढ़ी दर पीढ़ी उनकी संतानों में आते गए। बड़ी उपलब्धि : एचआइवी वायरस की खोज में प्रमुख भूमिका निभाने वाले यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के डॉक्टर जे लेवी ने इसे चिकित्सा विज्ञान के लिए बड़ी उपलब्धि करार दिया है। उनका कहना है कि उन एड्स के प्रतिरोधी जीनों की संरचना का पता लगाकर इनसे बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है।


सस्ते स्मार्ट मीटर रोकेंगे बिजली की चोरी

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री :
देश में बिजली का उत्पादन बढ़ाने में तो बहुत कामयाबी नहीं मिल रही है, लेकिन सरकार अब बिजली खपत को नियंत्रित करने के लिए कुछ स्मार्ट कदम उठाने की सोच रही है। केंद्र सरकार देश के सभी घरों में स्मार्ट मीटर लगाने की योजना पर काम कर रही है। यह मीटर न सिर्फ बिजली की चोरी को पूरी तरह से रोक देगा, बल्कि घरों में बिजली के साथ ही पानी व रसोई गैस की खपत की भी निगरानी करेगा। स्मार्ट मीटर को दुनिया के कुछ गिने-चुने देशों ने हाल ही में लगाना शुरू किया है।
भारत में इसे लाने के लिए सैम पित्रोदा की अध्यक्षता में गठित एक समिति योजना बना रही है। वैसे इस समिति का गठन पिछले वर्ष देश में स्मार्ट ग्रिड स्थापित करने का रोड मैप तैयार करने के लिए किया गया था। बिजली मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में पित्रोदा समिति ने इस बारे में विचार किया है कि पूरे देश में एक ही तरह के मीटर हों, जो बिजली के साथ ही अन्य सभी सार्वजनिक उपयोग वाली आपूर्तियों (प्रमुख तौर पर पानी और रसोई गैस) पर नजर रख सकें। समिति की कोशिश यह है कि स्मार्ट मीटर की कीमत बेहद किफायती हो ताकि हर ग्राहक इसका इस्तेमाल कर सके। इसलिए पित्रोदा समिति ने इस प्रोजेक्ट को लो कास्ट स्मार्ट मीटर नाम दिया है। खासियत : सूत्रों के मुताबिक, यह मीटर बिजली की खपत की ऑन लाइन निगरानी करेगा। इसलिए इसमें छेड़छाड़ नहीं की जा सकेगी। बिजली चोरी को यह पूरी तरह से रोक सकता है। अभी हर राज्य के अपने-अपने मीटर होते हैं। इनमें छेड़छाड़ करने की घटनाएं आम है। स्मार्ट मीटर की एक खासियत यह होगी कि घर में जिस बिजली उपकरण को जितनी बिजली की जरूरत है, यह उसे उतनी ही बिजली की आपूर्ति करेगा। मसलन, चौबीसों घंटे चलने वाले फ्रिज और कभी-कभार चलने वाले माइक्रोवेव ओवन को कितनी बिजली दी जाए, यह अपने आप ही तय करेगा। इससे बिजली की खपत कम होगी। ग्राहकों के लिए अपना बिजली बिल जानना आसान होगा और बिजली वितरण कंपनियों को ज्यादा कर्मचारी रखने की जरूरत भी नहीं होगी। विस्तार : सरकारी सूत्रों के मुताबिक, शुरुआत में लो कॉस्ट स्मार्ट मीटर सिर्फ बिजली के लिए होंगे। मगर बहुत जल्द ही पानी और पाइप लाइन के जरिये दी जाने वाली गैस की भी निगरानी इनसे होने लगेगी। इनकी बिलिंग भी की जा सकेगी। बिजली मंत्रालय के सूत्र बताते हैं कि स्मार्ट मीटर लगाना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि बिजली उपकरणों का इस्तेमाल भारत में तेजी से बढ़ने वाला है। अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ ही हर घर में टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन के अलावा माइक्रोवेव ओवन, हीटर, होम थिएटर, कंप्यूटर जैसे उपकरण आएंगे। ऐसे में स्मार्ट मीटर के जरिये काफी बिजली बचाई जा सकेगी।


PHOTOGRAPH OF SENIOR UT OFFICIALS:

SANJAY PAHWA, Chandigarh :
PHOTOGRAPH OF SENIOR UT OFFICIALS:The Adviser to the Administrator, Mr. K.K. Sharma , Sh. V.K. Singh,
Finance Secretary, Sh. Ram Niwas Home Secretary, Sh. Pardeep k. Srivastava IGP, Sh. Naunihal Singh-SSP, Sh. Barinder Singh Deputy Commissioner, Sh. Rahul Gupta AEO Releasing the CHANDIGARH ADMINISTRATION'S "SUVIDHA" HAND BOOK Compiled BY SEEMA HANDA, Law Officer ,Department Of LAW & PROSECUTION , UT ,CHD, A facility to procedures pertaining to the construction usage of buildings in Chandigarh (Building Bye Laws).

Saturday, May 21, 2011

हरियाणा में लिंग जांच की सूचना पर एक लाख इनाम

खुशबू (ख़ुशी), इन्द्री :
हरियाणा में बालिकाओं को बचाने की मुहिम बेहद प्रभावी ढंग से चलाई जाने वाली है। गर्भस्थ शिशु की लिंग की जांच करने वालों के खिलाफ राज्य सरकार कड़ी अदालती कार्रवाई के पक्ष में है। इसके साथ ही लिंग परीक्षण की जांच की सूचना देने वाले व्यक्ति को एक लाख रुपये का पुरस्कार देने की योजना है।
इस वर्ष बालिका बचाओ मुहिम पर राज्य में 90 लाख 16 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राव नरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में पीएनडीटी (प्रसव पूर्व निदान तकनीकी अधिनियम) पर राज्य सुपरवाइजरी बोर्ड की बैठक में तय हुआ कि सभी जिलों में विशेष पीएनडीटी प्रकोष्ठों का गठन किया जाएगा। नवजात शिशु को नर्सिग देखभाल उपलब्ध करवाने के लिए सभी जिला सामान्य अस्पतालों में नवजात शिशु गहन देखभाल इकाइयां स्थापित होंगी। बैठक में निर्णय किया गया कि पीएनडीटी अधिनियम के अंतर्गत आने वाले मामलों को न्यायालय के समक्ष रखने से पहले पूरी तैयारी की जाए। इसके लिए जिलास्तर पर वरिष्ठ अधिवक्ताओं की सहायता से मामले तैयार किए जाएं, ताकि अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप आरोपी की सजा को सुनिश्चित बनाया जा सके। यह भी सुझाव दिया गया कि न्यायालय में ऐसे मामलों की पैरवी के लिए वरिष्ठ उप जिला अटॉर्नी मनोनीत किए जाएं। फैसला किया गया कि सामान्य अस्पतालों में प्रयोग की जा रही अल्ट्रासाउंड मशीनों की गतिविधि पर निगरानी रखने के लिए मशीन को साइलेंट आब्जर्वर नामक एक सॉफ्टवेयर से जोड़ा जाएगा। शुरुआती चरण में इस सॉफ्टवेयर से पंचकूला व फरीदाबाद या गुड़गांव के सामान्य अस्पताल की अल्ट्रासाउंड मशीन जोड़ी जाएंगी। इसकी सहायता से मशीन की पूरे दिन की गतिविधि का ब्यौरा मिल सकेगा। फिर अन्य पंजीकृत मशीनों के साथ यह साफ्टवेयर जुड़ेगा

पुलिस भर्ती में नवविवाहिताओं की कतार

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री :
इसे बेरोजगारी व गुरबत की मार कहा जाए या खाकी वर्दी पहनने का खुमार। पंजाब पुलिस में कांस्टेबल बनने के लिए बुधवार को 40 नवविवाहिताएं व तीन गर्भवती महिलाएं भी फिजिकल फिटनेस टेस्ट देने पहुंच गईं। 44 डिग्री तापमान के बीच वे पुलिस लाइन की परेड ग्राउंड में घंटों कतार में खड़ी रहीं। कतार में वकालत व इंजीनियरिंग डिग्रीधारी लड़कियां भी अपना दमखम दिखाने पहुंची थीं।
पंजाब से बाहर के आवेदन भी पहुंचे जिनमें हरियाणा से 28 व राजस्थान से 18 हैं। सूबे में महिला पुलिस कांस्टेबल भर्ती की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास है, लेकिन आवेदक लड़कियों की डिग्रियां राज्य में रोजगार अवसरों के दावों को मुंह चिढ़ा रही हैं। महिला कांस्टेबल के 47 पदों के लिए पुलिस विभाग के पास 1440 आवेदन पहुंचे थे। पुलिस लाइन में 18 मई तक फिजिकल फिटनेस टेस्ट चला। आवेदकों में 3 ऐसी नवविवाहिताएं थीं जो 3 से 4 माह की गर्भवती थीं। वह टेस्ट देने भी पहुंच गई थीं, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने बच्चे को नुकसान होने के डर से उन्हें रोक दिया। 192 लड़कियां तय आयु से कम की थीं जबकि 10 ओवरएज निकलीं। करीब 40 लड़कियां ऐसी थीं जिनका 3 से 6 माह के अंदर विवाह हुआ था। फिर भी वे फिटनेस टेस्ट देने पहुंच गई। आवेदकों में जुझार सिंह नगर बठिंडा की रमनप्रीत का बायोडाटा देखने से पता चला कि उन्होंने बीए व एलएलबी कर रखा है। गांव चुग्घे कलां की किरना, बंगी कलां की अमरजीत, जंडावाला की अमनप्रीत, जोगानंद की सर्बजीत, झंडूके की जतिंदर व बंबीहा की सुखराज के पास एमसीए की डिग्री है। माइसरखाना की परमजीत व भोखड़ा की अमनजीत के पास बीटेक डिग्री है। गांव नागला की रमनदीप, गोनियाना की नवदीप, कोटफत्ता की रमनदीप, जियोंद की सुखपाल, झंडूके की सुखवीर, नागला की गुरदीप, इंद्रजीत, बंबीहा की किरनदीप, हमीरगढ़ की अर्शदीप, मेहमा सरजा की हरप्रीत व रामपुरा की कमलदीप कौर बीसीए डिग्रीधारी हैं। नई बस्ती की ऋचारान, मानसा कलां की सोनप्रीत कौर ने बी कॉम किया है। अमृतसर की वीरपाल, मंडी कलां की हरप्रीत, चुग्घे कलां की रजिया, दूलेवाली की किरनदीप व जलाल की वीरपाल बीएड की डिग्री लेकर नौकरी मांगने पर पुलिस की लाठियां खाने के बजाय खुद भर्ती होने की आस में हैं। मौड़ मंडी की कुलविंदर के पास बीबीए की डिग्री है। बीएससी की डिग्री वाली 15 व एमए की 19 लड़कियां हैं। तलवंडी की सुखजीत कौर, बंगी रुघु की मनजीत, अकलियां कलां की लखवीर ने एमपीएड किया हुआ है। दस के पास एमएससी की डिग्री है।


Role of communication highlighted at the PRCI seminar

Dr KK Khandelwal honoured with Chanakya Award
Chandigarh, Sanjay Pahwa:
No country can progress if only a fraction of population is doing well. All sections of the society should be taken together. And communication plays a big role in bringing all people together. Media is a force multiplier and it can play a vital role in informing people and creating awareness. Mr Vipin Pubby, resident editor, Indian Express, said this while addressing a seminar on "Communication for Inclusive growth" here today at the PHD House. The seminar was organised by the Chandigarh Chapter of Public Relations Council of India (PRCI).
Renuka Salwan, Dr KK Khandelwal  IAS, Vipin Pubby, Resident Editor Indian Express,Lalit Sharma & CJ Singh at PRCI Seminar
Dr KK Khandelwal, IAS, Additional Chief Secretary to Chief Minister of Haryana was the chief guest. He was felicitated by the prestigious Chanakya Award 2011. Dr Khandelwal emphasized on quick and consistent approach with team work and good strategy based on core competency. He narrated the hair and tortoise story to bring his point across.
Dr Khandelwal said role of media was important in keeping a check on corruption and bad administration. He said social marketing needs to be done like product marketing. He also emphasized the multi-sectoral growth for inclusive growth.
Ms Renuka Salwan, Chairman, PRCI Chandigarh Chapter, suggested that professional bodies like PRCI need to get opportunity to work on communication policy making in the government and corporate sector.
PRCI Zonal chairman, Mr Charanjit Singh described the communication professionals as the change agents.
Local chapter secretary Mr Lalit Sharma said PRCI is head quartered in Bangalore and it has 18 chapters with over 3000 members all over the country. The organization is making efforts to bring high standards in the profession of public relations. The Chandigarh chapter is in infancy stage. It successfully organized the Global PR Conclave in the city a month ago.
The programme was well attened by a large gathering of Media and PR professionals besides experts from diffrent walks of life.

यौन उत्पीड़न में आइएमएफ प्रमुख गिरफ्तार

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री :
जिस्मानी हवस से आम इंसान तो क्या दुनिया के नामी गिरामी लोग भी अछूते नही रह सके हैं! दो दो तीन शादियाँ कर लेने के बावजूद इनकी भूख शांत नही होती! जिस कारण ये लोग अपने यहाँ काम करने वाली महिलाओं तक की इज्जत पर हाथ डालने से बाज़ नही आते!
हाल ही में दुनिया के एक जानी मानी संस्था अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) न्यूयॉर्क के प्रबंध निदेशक डॉमिनिक स्ट्रॉस कान को यहां होटल की एक महिला कर्मचारी के यौन उत्पीड़न मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अमेरिकी मीडिया ने पुलिस विभाग के प्रवक्ता डिप्टी कमिश्नर पॉल जे ब्राउनी के हवाले से कहा, उनसे पूछताछ की जा रही है। उन पर बलात्कार की कोशिश, यौन उत्पीड़न और बंधक बनाने का आरोप लगाया गया है। उल्लेखनीय है कि फ्रांस के आगामी चुनाव में राष्ट्रपति पद के दावेदार 62 वर्षीय कान पर शनिवार को मैनहट्टन के सोफिटेल होटल में ठहरने के दौरान वहां की महिला कर्मी को अपने कमरे में बंदकर उसके साथ बदसलूकी करने का आरोप है। 32 वर्षीय महिला ने कहा कि कान ने उसके साथ ऐसा दूसरी बार किया। उसने बताया कि वह साफ-सफाई करने के लिए कान के कमरे में पहुंची थी। उस वक्त वह नहा रहे थे। उसकी आवाज सुनकर वह जैसे थे, वैसे ही बाहर आ गए। महिला ने जब भागने की कोशिश की, तो उन्होंने उसे दबोच लिया और जोर-जबर्दस्ती की। महिला द्वारा पुलिस से शिकायत के बाद शनिवार शाम कान को जॉन एफ कैनेडी हवाईअड्डे से तब गिरफ्तार किया, जब वह फ्रांस जाने के लिए जहाज में सवार हो चुके थे। विमानतल प्रशासन के प्रवक्ता जॉन पीएल केली ने कहा, कान को हथकड़ी नहीं लगाई गई। उन्होंने अधिकारियों से साथ सहयोग किया। मामले की सुनवाई न्यूयॉर्क पुलिस विभाग के स्पेशल विक्टम यूनिट द्वारा की जा रही है। होटल के प्रवक्ता ने बताया कि महिला कर्मी को पुलिस अस्पताल ले गई, जहां पर उसकी हल्की फुल्की चोटों का इलाज किया गया। उनके वकील ने कहा कि इस संबंध में वह सोमवार को अपने मुवक्किल से मिलने के बाद ही कुछ कहेंगे। वहीं पेरिस में उनकी पत्नी एनी सिनक्लेयर ने कहा, मुझे अपने पति पर लगे आरोपों पर विश्वास नहीं है। मुझे विश्वास है कि उनकी बेगुनाही साबित होगी। एनी एक प्रसिद्ध टीवी पत्रकार हैं। इस बीच आइएमएफ के विदेशी संबंधों के प्रमुख कैरोलिन अटकिंसन ने एक बयान जारी कर कहा, आइएमएफ पूरी तरह से परिचालन में है और कामकाज कर रहा है। पहले भी पकड़े गए : कान पर 2008 में भी आइएमएफ के अफ्रीकी विभाग में महिला सहकर्मी से संबंधों का आरोप लग चुका है। हालांकि तब वह सजा से इसलिए बच गए थे कि महिला ने रजामंदी स्वीकार की थी। उस समय कान ने विभाग समेत अपनी पत्नी से भी माफी मांगी थी। कान तीन शादियां कर चुके हैं।

प्रशासन की पोल खोलने पर पत्रकार को जेल

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री :
कहते है सच बोलना इश्वर की इब्बाद्त करना है ! लेकिन भारत देश में ऐसा नही है यहाँ सच बोलने पर सज़ा भुगतनी पड़ती है खासकर तब सरकारी गतिविधियों की पोल खोलने के लिए सच बोला जाये! भारतीय प्रशासनव्यवस्था में इतनी कमियाँ हैं कि कोई भी परेशान हो जाये! लेकिन सरकार है कि सुधार करना ही नही चाहती! और जो सुधार करना चाहते हैं उन्हें वह पसंद नही करती! क्योंकि सरकार जो जैसे चल रहा है वैसे ही चलते रहना चाहती है! हो भी क्यों न सरकार का काला खजाना जो भरता है!
हाल ही में ऐसे ही एक सच के कारण एक पत्रकार को सज़ा भुगतनी पड़ी! मुंबई 26 नवंबर, 2008 को मुंबई पर हुए आतंकी हमले के दौरान पाकिस्तानी आतंकियों से मुकाबला कर रहे मुंबई पुलिस के कई जवानों की राइफलें जाम हो गई थीं। जिन कारणों से ये राइफलें जाम हुईं, उन्हें उजागर करने वाले अंग्रेजी दैनिक मिड-डे के पत्रकार को पिछले दो दिनों से हवालात की हवा खानी पड़ रही है। जागरण समूह के मुंबई से प्रकाशित हो रहे दैनिक अखबार मिड-डे के वरिष्ठ संवाददाता टी.के. द्विवेदी अकेला ने करीब साल भर पहले मुंबई आरपीएफ के शस्त्रागार की एक तस्वीर के साथ खबर प्रकाशित की थी। इस तस्वीर में वहां रखे हथियारों पर बरसात का पानी गिरता दिख रहा था। इस खबर के बाद आरपीएफ के कुछ अधिकारियों पर गाज गिरी थी और विभाग ने अपनी कमी दुरुस्त करते हुए शस्त्रागार की मरम्मत भी करा ली थी। लेकिन, इस घटना के करीब 6 माह बाद राज्य रेल पुलिस (जीआरपी) अपनी खुन्नस निकालते हुए मंगलवार रात मिड-डे कार्यालय से अकेला को पूछताछ के बहाने अपने साथ ले गई और थाने पहुंचने के बाद गोपनीयता उल्लंघन कानून के तहत उनकी गिरफ्तारी दिखा दी। अकेला की गिरफ्तारी जिस प्राथमिकी के आधार पर की गई है, उसमें उनके नाम का उल्लेख कहीं नहीं है। प्राथमिकी में सिर्फ अनधिकृत प्रवेश का आरोप लगाया गया है। यह आरोप भी किसी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी द्वारा नहीं बल्कि मुंबई सीएसटी क्षेत्र में हॉकर्स यूनियन चलाने वाले एक व्यक्ति प्रदीप सोंथालिया की शिकायत के आधार पर लगाया गया है। अकेला की गिरफ्तारी से मुंबई के पत्रकार जगत में रोष है। गिरफ्तारी का विरोध करने के लिए गुरुवार को मुंबई के सभी पत्रकार संगठनों ने मुंबई मराठी पत्रकार संघ में विरोध सभा कर मुंबई प्रेस क्लब से मंत्रालय तक पैदल मार्च किया। पत्रकारों का एक दल राज्य के गृह मंत्री आरआर पाटिल से भी मिलने गया। पाटिल से उन अधिकारियों को तुरंत निलंबित करने की मांग की गई, जिन्होंने अकेला पर बदले की भावना से गोपनीयता उल्लंघन कानून के तहत मामला दर्ज कर उन्हें प्रताडि़त किया। अकेला ने करीब साल भर पहले मुंबई आरपीएफ के शस्त्रागार की तस्वीर के साथ एक खबर प्रकाशित की थी। इस तस्वीर में शस्त्रागार में रखे असलहों पर बरसात का पानी गिरता दिखाई दे रहा था। यह तस्वीर प्रकाशित होने के बाद आरपीएफ के कुछ अधिकारियों पर गाज गिरी थी।


IIFT Mohali & Zaira Diamond ,Chandigarh Presents LAKHSYA-2011

Chandigarh - Sanjay Pahwa:
IIFT-Mohali( International Institute of Fashion Technology) , Mohali and Zaira Diamond , Presents “Lakshya 2011” the institute Annual fashion show in collaboration with The Bella Vista hotel , Panchkula .
Eminent global models catwalking on the ramp at the Hotel
 Bella Vista, on the eve of Annual Fashion Show organised by INTERNATIONAL INSTITUTE OF FASHION TECHNOLOGY , Mohali and Zaira Dimonds .

The associate partners are State bank of India , Swatch group, Signature mineral water , PTC news , Hindustan times , 92.7 BIG FM and Femina Plus. The students of MBA, Fashion Designing , AMM and GMT, course showcased their creativity by designing awesome collection for their Fashion Show, “LAKSHYA-2010”. Giving details of the show Mr Kawaljeet Singh , director of IIFT-Mohali said that students were given a choice of themes to design their collection like Delhi Ethno, Celestial, love & Happiness, Out of Africa, Free Fall, Bheegi Basanti, Fashion Rajdhani, Pakiza, Random, Red Fever, Black Scratch, Floral retreat, Dipped in chocolate. Students used fabrics like cotton, chiffon, crepe, satin, crinkly georgette, silk taffeta and leather keeping in mind the fashion forecast and colors. Surface ornamentation is given with embroidery in semi precious stones, sequins, shimmer embellishments, decorative bias facing, embroidered ruffles, handmade buttons etc. A total number of 90 dresses were displayed on International fashion week model , super model and fashion week models like , Anna, Dona Mishi, Ashita ,Mehak,Shipra malik and many more. The show was choreographed by Kaushik Ghosh.
Designers who showcased their talent along with their chosen themes were:
Theme:                                                         Designers name:
Delhi Ethno                                                 Md. Rayees Akhtar
Celestial                                                      Jaswinder Kaur
Love & Happiness                                       Monika Chauhan
Out of Africa                                               Deepika Kochar
Free Fall                                                      Rakesh Thakur
Bhegi Basanti                                             Devinder Singh
Fashion Rajdhani                                      Zenieb rao
Pakiza                                                         Rupinder Kaur
Random                                                      Verinder Kaur
Red fever                                                    Divya Aggarwal
Black Scratch                                            Poonam Thakur
Floral Retreat                                            Jyoti Sharma
Dipped In Chocolate                                 Damanpreet Kaur
The chief guest for the show was Mrs. & Mr. Manoj jain MD Zaira Diamon Chandigarh and VVIP guest Bhai Sukhdeep singh sidhu OSD to chief minister , Punjab.The guest of honor was Mr. S.K.Sehgal, CGM, State bank of India , Chandigarh.



कोई भूखा सो रहा तो कहीं खाने की बर्बादी हो रही

खुशबू, इन्द्री (करनाल) :
आपने अपने आसपास या फिर रेड लाइट सिग्नल पर ऐसे बच्चों और बुजुर्गो को जरूर देखा होगा, जो दूसरों से मांगकर अपना पेट भरते हैं। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि इन्हें पूरे दिन कुछ नहीं मिल पाता और भूखे पेट ही सोना पड़ता है। भूख किसी भी सभ्य समाज के लिए एक बदनुमा दाग की तरह होती है। फिर भी इस हकीकत को दरकिनार कर देते हैं। दरअसल, इसके लिए हमारी कुछ आदतें ही जिम्मेदार हैं। जब आप किसी होटल या रेस्त्रां में लंच या डिनर करने जाते हैं तो वहां एक से ज्यादा डिश ऑर्डर तो कर देते हैं, लेकिन पूरा खाना किसी भी रूप में संभव नहीं होता। और जो खाना आप रेस्त्रां की मेज पर छोड़कर आते हैं, वह बर्बाद ही होता है। इसी तरह शादी या किसी समारोह की पार्टी में जो लोग जाते हैं, उनमें से ज्यादातर अपनी प्लेट में अधिक खाना रख लेते हैं, जिसे बाद में कूड़ेदान के हवाले कर दिया जाता है। जरा सोचिए, यह खाना कई लोगों की भूख शांत कर सकता था, लेकिन कूड़ेदान में जाकर बर्बाद हो जाता है। खाने की बर्बादी पर पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र संघ के फूड एंड एग्रीकल्चर संगठन यानी एफएओ की रिपोर्ट में ऐसा आंकड़ा उजागर किया है, जो पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय होना चाहिए। रिपोर्ट के मुताबिक, पूरी दुनिया में एक साल में करीब 130 करोड़ टन खाद्य सामग्री या तो बेकार हो जाती है या फिर उसे फेंक दिया जाता है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि खाना बेकार करने की समस्या औद्योगिक देशों में सबसे ज्यादा है। आंकड़ों के मुताबिक, विकासशील देशों में 63 करोड़ टन और औद्योगिक देशों में 67 करोड़ टन खाने की बर्बादी हर साल होती है।
अफ्रीका महाद्वीप में हर साल करीब 23 करोड़ टन भोजन का उत्पादन होता है, जबकि अमीर देशों में 22.2 करोड़ टन खाना बर्बाद हो जाता है। कहने का अर्थ यह है कि जितना खाना एक महाद्वीप में रहने वाले लोगों की एक साल में भूख मिटाता है, उतना तो अमीर देश बर्बाद कर देते हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि पूरी दुनिया में कई देश भुखमरी की समस्या से जूझ रहे हैं और दूसरी ओर बड़े पैमाने पर खाने की बर्बादी हर साल हो रही है। एक अध्ययन के मुताबिक अमेरिका और ब्रिटेन में संपन्न लोग जितना भोजन खराब करते हैं, उससे दुनिया के 1.5 अरब भूखे लोगों को खाना खिलाया जा सकता है। पश्चिमी देशों खासकर अमेरिका और ब्रिटेन में संपन्न लोग रेस्त्रां में थोड़ा-बहुत भोजन खाकर शेष छोड़ देते है। यदि इस बचे हुए भोजन को गरीब लोगों को खिला दिया जाता तो इसका सदुपयोग हो जाता, परंतु रेस्त्रां के मालिक इस बचे हुए भोजन को कूड़ेदान के हवाले कर देते हैं। खाने की बर्बादी में भारत भी कम पीछे नहीं है। हमारे यहां सबसे ज्यादा खाने की बर्बादी शादी समारोहों और पार्टियों में होती है। छोटे से छोटे समारोह में भी कम से कम 20 पकवान तैयार कराए जाते हैं। और मामला किसी रईस का हो तो पकवानों की गिनती करना ही मुश्किल हो जाता है। हमारे देश में सामाजिक-आर्थिक विकास के साथ शादियों की तड़क-भड़क भी बढ़ती ही जा रही है। समाज का नव धनाढ्य तबका विवाह समारोहों को अपनी हैसियत दिखाने का एक अवसर मानता है और इस मौके पर बेहिसाब खर्च करता है। बड़ी शादियों में खाने की स्टॉल कई सौ मीटर तक फैली हो सकती हैं। इसमें शामिल होने वाले लोग पहले तो अपनी क्षमता से ज्यादा प्लेट में खाना परोस लेते हैं, जो जब खाया नहीं जाता तो उसे बर्बाद कर देते हैं। हमारे यहां शादियों में मेहमानों की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं है। इसलिए मेजबान हमेशा कुछ अधिक लोगों के भोजन का इंतजाम करके चलता है ताकि अधिक लोग आने पर खाने की कमी नहीं रहे, लेकिन ऐसा बहुत कम ही होता है कि किसी समारोह में भोजन कम पड़ जाए। समारोहों में अक्सर खाना ज्यादा बन जाता है और अंत में उसे कूड़ेदान के हवाले ही करना पड़ता है। कैटर्स भी मानते हैं कि शादी या दूसरी पार्टियों में कई प्रकार के व्यंजन रखने से खाने की बर्बादी होती है। उनके मुताबिक, खाने की बर्बादी दो तरह से होती है, एक तो लोगों द्वारा थाली में ज्यादा जूठन छोड़ने से और दूसरा, मेहमानों के उम्मीद से कम आने पर। कैटर्स का मानना है कि जितने ज्यादा पकवान होंगे उतनी ही बर्बादी होगी। पिछले दिनों भारत सरकार ने शादी-ब्याह और अन्य सामाजिक समारोहों में खाने की बर्बादी को लेकर चिंता जताई और इसे रोकने के लिए गंभीर कदम उठाने की बात भी कही। खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री केवी थॉमस का कहना था कि इसके लिए जागरूकता अभियान तो चलाया ही जाएगा और सरकार जल्द ही ऐसा विधेयक लाने वाली है, जिससे शादियों में बनने वाले विभिन्न व्यंजनों की संख्या पर रोक के साथ-साथमेहमानों की संख्या को भी नियंत्रित किया जा सके। सरकार का कहना है कि इसके लिए पाकिस्तान में शादियों के लिए लागू एक व्यंजन व्यवस्था का अध्ययन किया जाएगा। अगर यह हमारे देश के हिसाब से सही रही तो इसे कानून बनाकर लागू किया जा सकता है। थॉमस का कहना था कि सरकार ने विवाह समारोहों में खाने की बर्बादी का पता लगाने के लिए कोई विधिवत अध्ययन तो नहीं कराया है, लेकिन अनुमान है कि यह बर्बादी 15 से 20 प्रतिशत तक की है। भारत जैसे देश के लिए जहां अब भी एक बड़ा तबका भुखमरी का शिकार है, यह शर्मनाक है। शादी में अपव्यय रोकने के लिए तमाम सामाजिक तथा धार्मिक संगठन भी अपनी ओर से पहल करते रहे हैं, लेकिन उसका कोई खास असर पड़ता नजर नहीं आ रहा है। सवाल है कि क्या सरकार के प्रयासों का कोई लोगों पर प्रभाव पड़ेगा? वैसे तो सामाजिक समारोहों पर किसी तरह के नियंत्रण का विचार कोई नया नहीं है। साठ के दशक में सरकार गेस्ट कंट्रोल ऑर्डर ला चुकी है। सरकार जो करेगी, वह तो बाद की बात है, लेकिन इससे पहले हमें इस बात का प्रण लेना होगा कि आगे से हम जब भी किसी शादी या पार्टी में जाएंगे, वहां उतना ही खाना अपनी प्लेट में लेंगे, जितना हम खा सकते हों। साथ ही अपने साथियों, रिश्तेदारों और दोस्तों को भी ऐसा ही करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। भारतीय परंपराओं में माना गया है कि किसी भूखे व्यक्ति को खाना खिलाना सबसे बड़ा पुण्य होता है। खाने की बर्बादी को रोककर हम न केवल अपने देश से बल्कि पूरी दुनिया से भुखमरी नामक राक्षस का अंत कर सकेंगे। यदि भोजन की बर्बादी तुरंत नहीं रोकी गई तो वह दिन दूर नहीं, जब पूरी दुनिया के देशों भयानक अकाल का सामना करना पड़ेगा। खाने की बर्बादी को हमें हर हालत में रोकना होगा ताकि कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए।

IMRAN KHAN ASKS FANS TO FOLLOW HIS LEAD – ADOPT A DOG, DON'T BUY!

Bollywood Heartthrob Pays Tribute to the Beloved Canine Sidekick Who 'Changed My Life' in New PETA Ad

Chandigarh / Mumbai : Sanjay Pahwa–
Posing with his adopted dog – who passed away recently – beside the caption "Tony Changed My Life. You Can Change a Homeless Dog's Life. Please Adopt", renowned actor Imran Khan appears in a brand-new ad for People for the Ethical Treatment of Animals (PETA) India. Khan – who sprang to prominence following his performance in the 2008 Hindi film Jaane Tu … Ya Jaane Na – says his life was enriched after he adopted Tony and that he would like his legions of fans to experience the same joy. After his friend found Tony wandering in the streets, Khan took the time to file a complaint with the police and learned that the person Tony had been living with had thrown him out of the house. The ad was shot by top photographer Avinash Gowariker.
In an exclusive PETA interview, Khan talked about how he has always tried to help animals in need. The broadcast quality interview can be found at http://petaav.com/4broadcast/Imran_Khan_PETA_India_v1_PAL.htm
"Ultimately it boils down to how much you care", says Khan in the video, who wants to open his own animal shelter. "I care a lot about animals. If I see an injured animal, sick animal and essentially any animal I feel I could help in some way, I do that." Adds Khan, "The fact is that there are dogs and cats and all kinds of animals roaming around the streets. Very often people buy dogs, buy cats – they see them as toys or as fashion accessories. They get bored of them and they … throw them out of the house. That's a very horrible thing to do".
In India, around 25 million homeless dogs struggle to survive on the streets. Many of them go hungry, are injured or killed, are hit by vehicles or are abused by cruel people. Countless others are kept in animal shelters because there aren't enough good homes for them. Every time a dog or cat has a litter, it means fewer homes for the dogs and cats who are languishing in animals shelters or roaming the streets. PETA encourages all prospective cat or dog guardians to always adopt from an animal shelter or take in a homeless animal from the streets and never to buy from a breeder or pet store. PETA also reminds guardians always to get their animal companions sterilised.

Friday, May 20, 2011

Anjali shoots additional song for film Koi Hai Apna at locales of Mumbai

New Delhi, Chandan sharma:
Bharat Giri producer of film Koi Hai Apna organised the shoot of additional song for their film at Mumbai studio..Music of this film is given by Satish Dhehras .The film is made under the banner of kujika Films Movies .Ram Gopal Mali director of the film has taken additional song from Mumbai Filmcity the shoot.The song is choreographed by Mahesh Balraj.The song and some scenes were picturised with Dharam Giri & Anjali in three days. Other cast of the film are Mahesh Giri,Paresh Bhatt,Versha Chandra & Altaf.haya, Anjali is very happy to be part of this film as she has a great role and basically a women oriented role.The film will release in September 2011 all over.

शाहदत में नैगेटिव किरदार है: अशफाक खान

नई दिल्ली,(प्रेमबाबू शर्मा)...
काली,तेरे लिए,बंदिनी, माता की चौकी, बाबा ऐसा वर ढूढो और जिंदगी लव यू जैसे अनेक धारावाहिकों में विविधतापूर्ण किरदारों को निभाने वाले अभिनेता अश्फाक खान की इस सप्ताह फिल्म शाहदत रीलिज हो रही है। फिल्म अशफाक नैगेटिव किरदार को निभा रहे है। उन्होंने हाल में हुई मुलाकात में बताया कि ‘शाहदत’ फिल्म में उनका किरदार पूरी तरह से नैगेटिव एक दबंग इंसान का है। जिसका मकसद गांव में आंतक फैलाकर अपना उल्लू सीधा करना है। फिल्म का निर्देशक आर.के.खान ने किया।
बुलंदशहर से जुडे अश्फाक जमीन से जुडे कलाकार है और अब
एक लंबे के बाद में अश्फाक सुर्खियों मे आये है इसकी खास वजह ? प्रश्न के जबाव मेें उनका कहना था कि वे वजह सुर्खियां क्यों ? जब बाजार में आपका काम नजर आयेगा तो आप स्वयं ही सुर्खियां में आ जाओगें । अश्फाक के खाते में एक फिल्म गड़बड़ घोटाला है’ इस फिल्म में वे हास्य किरदार को निभा रहे है । उनका कहना है कि मैं अलग दिखने और अलग तरह का अभिनय करने का प्रयास कर रहा हॅू यह एक चुनौती है साथ ही रोचक भी। इस फिल्म के अलावा और क्या चल रहा है? हाल ही में एक शॉर्ट फिल्म ‘कडवा सच’ की है और दो सीरीयल्स। फिल्हाल तो फिल्म शाहदत और फिल्म में मेरे किरदार पर दर्शको की प्रतिक्रिया क्या होगी के बारे में सोच रहा हॅू

सबको स्वास्थ्य बीमा तो एड्स रोगियों को क्यों नहीं

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री:
जब संविधान में सबको समानता का अधिकार मिला हुआ है तो कैसे बीमा कंपनियां किसी नागरिक के साथ बीमारी के आधार पर भेदभाव कर सकती हैं। कुछ इसी तरह का सवाल उठाते हुए उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई है। इसमें मांग की गई है कि बीमा कंपनियों को निर्देश दिए जाएं कि एचआइवी व एड्स के रोगियों को भी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी दी जाए और उनके इलाज का खर्च उठाया जाए।
मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा व न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की खंडपीठ ने इस याचिका पर केंद्र सरकार, इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अॅथारिटी (आइआरडीए) व अन्य पक्षों को नोटिस जारी कर 27 जुलाई तक जवाब मांगा है। डाक्टर राजीव शर्मा ने अधिवक्ता तारिक अदीब के जरिए दायर इस याचिका में कहा है कि देखने में आया है कि बीमा कंपनियां एचआइवी व एड्स पीडि़तों को स्वास्थ्य बीमा की सुविधा नहीं दे रही हैं। जिन लोगों के पास स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी है और अगर पॉलिसी की अवधि के दौरान उनको यह बीमारी हो जाती है तो कंपनियां इलाज का खर्च उठाने से मना कर देती हंै। आइआरडीए के पास रजिस्टर्ड 24 में से 15 कंपनियां ऐसे लोगों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ नहीं देती हैं। कुछ कंपनियां स्वास्थ्य बीमा देती ही नहीं, जबकि अन्य कंपनियां भी बहाने बनाकर ऐसे लोगों को पॉलिसी नहीं देती हंै। सिर्फ एक कंपनी एचआइवी व एड्स मरीजों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ दे रही है।

खाने में मिलावट पर होगी उम्रकैद

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री : नई दिल्ली शहर से मिलावटी खाने की चीजें पूरी तरह से हटाने को अब कटिबद्ध दिल्ली सरकार ने एक कड़ा कानून बनाने का फैसला किया है। ऐसी अवैध गतिविधियों में लिप्त पाए जाने वालों को अब अधिकतम सजा आजीवन कारावास और दस लाख रुपये तक का जुर्माना भुगतना पड़ेगा।
अब आयेंगे मिलावटखोर काबू में इस दिशा में दिल्ली सरकार द्वारा एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है!
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री एके वालिया ने कहा कि इस संबंध में 2006 में ही संसद में खाद्यान्न सुरक्षा और मानक अधिनियम पारित किया गया था। लेकिन दूषित और मिलावटी खाद्यान्न से लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली सरकार इस कानून को अगले तीन महीने में अमल में ले आएगी। उन्होंने कहा कि इस नए कानून के लागू होने के बाद खाने की चीजों में मिलावट लगभग असंभव हो जाएगी। चूंकि इस अपराध में भागीदार लोगों के खिलाफ भारी जुर्माना और उम्रकैद की सजा लागू हो जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया हालांकि संसद ने इस अधिनियम को साल 2006 में ही पारित कर दिया था लेकिन इसे कानून का रूप देकर इसे लागू करने की अधिसूचना केंद्र सरकार ने कुछ ही हफ्ते पहले जारी की है। इस अधिनियम में खाद्य सामग्री के निर्माताओं पर कम से कम एक लाख रुपये से लेकर अधिकतम दस लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता है। इस दंड को देने का अधिकार सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट का होगा। कानून के प्रावधानों के अनुसार मिलावट कर्ता को अपराध की गंभीरता के आधार पर छह माह की कैद से लेकर उम्रकैद तक की सजा हो सकती है। वालिया ने बताया कि नया कानून मौजूदा खाद्यान्न में मिलावट रोकने के प्रावधानों की जगह लेगा। उन्होंने कहा कि वह शहर से दूषित और विषाक्त भोजन सिरे से हटाने के लिए इस कानून को लागू करने को प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि नए कानून के तहत नकली या मिलावटी भोज्य पर्दाथ बनाने वाले को सात साल कैद और दस लाख रुपये जुर्माना भरना पड़ेगा। अगर ऐसे किसी मामले में किसी की मौत हो जाती है तो उन पर अधिकतम दंड उम्रकैद के साथ ही दस लाख रुपये जुर्माना लगेगा। इतना ही नहीं अगर मिलावटी भोजन से किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है तो मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता के तौर पर कम से कम पांच लाख रुपये हर्जाना और घायल व बीमार को तीन लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। वालिया ने कहा कि इस प्रावधान के तहत खाद्य पदार्थो के व्यापार से जुड़े सभी कारोबारियों को खाद्य विभाग से खुद को पंजीकृत कराना होगा या फिर इसके लिए लाइसेंस हासिल करना होगा। अब नए प्रावधान के मुताबिक अब मानक पर खरे नहीं उतरने वाले खाद्य पदार्थो के लिए विज्ञापनों से गुमराह नहीं किया जा सकेगा। चूंकि अब ऐसे मामले में अदालत नहीं जाना होगा और निर्माता कंपनी पर सीधे-सीधे दस लाख रुपये का जुर्माना लगेगा। फिलहाल मौजूदा पीएफए अधिनियम के अनुसार अभी ऐसे सारे मामले अदालत में जाते हैं। इसलिए मामले का निपटारा अब जल्द होगा। वालिया ने कहा कि खाद्य पदार्थ में बताई गई सामग्री न होने पर नए प्रावधानों के तहत दो लाख रुपये का जुर्माना होगा जबकि गुणवत्ता से समझौता करके खाद्यान्न बेचने पर पांच लाख रुपये का जुर्माना होगा। साफ-सफाई से खाद्य पदार्थ नहीं बनाने या बेचने पर भी एक लाख रुपये का जुर्माना होगा। उन्होंने बताया कि खाद्यान्न मिलावट रोकथाम विभाग के अधिकारियों को पहले विभिन्न बाजारों में छापे मारने को कहा गया है। पिछले महीने पीएफए विभाग ने दिल्ली में विभिन्न स्थानों से खाद्य पदार्थो के 264 नमूने उठाए हैं। अभी 43 नमूने के नतीजे आने बाकी हैं।


ऑनर किलिंग : बेटियों के खून से रंगे मांओं ने हाथ

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री
भारत देश में आये दिन ऑनर किलिंग के मामले बढ़ते जा रहे हैं! हाल ही में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ऑनर किलिंग का एक और मामला सामने आया है। इज्जत की खातिर इस बार खून से हाथ सने हैं दो मांओं के। दोनों ने बेटियों की मौत के लिए एक ही रात मुकर्रर की और तरीका भी एक जैसा ही अपनाया। दोनों मांओं ने मिलकर एक-एक कर दोनों युवतियों को फांसी पर लटका दिया। दोनों के घर के बीच लगभग 50 मीटर का फासला है। मामले की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
मुगलपुरा में रहने वाली जाहिदा (18) पुत्री स्व. जरीफ और हुसनो (24) पुत्री स्व. इस्लाम मवींकला के एक स्कूल में मजदूरी करते हुए प्रेम संबंध दो बिहारी मजदूरों से हो गए। करीब 15 दिन पूर्व परिजनों को चकमा देकर दोनों प्रेमियों के साथ फरार हो गईं। तीन दिन पूर्व अचानक दोनों युवतियां कोतवाली पहंुची और सुरक्षा की गुहार लगाते हुए बताया कि उन्होंने प्रेमियों के साथ धर्म परिवर्तन कर विवाह रचा लिया है। जाहिदा की गुमशुदगी दर्ज थी तो इस पर पुलिस ने उसके परिजनों को सूचित कर दिया। दोनों लड़कियां इस जिद पर अड़ी थीं कि वे अपने घर न जाकर प्रेमियों के साथ ही रहेंगी। मामला बढ़ता देख दोनों को एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया, जिस पर एसडीएम ने दोनों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया। गुरुवार को दोनों युवतियों के बयान होने थे। सुबह के समय दोनों युवतियों के घर में चीख-पुकार मच गई तो मोहल्ले के लोग एकत्र हो गए। दोनों के घर के अंदर जाहिदा और हुसनो के शव फांसी पर लटके थे। बाद में जाहिदा की मां खातून और हुसनो की मां सुबरातो ने कुबूल किया कि इज्जत की खातिर उन दोनों ने एक साथ मिलकर पहले जाहिदा और फिर हुसनो को मौत के घाट उतार दिया। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।अब इन माओं को कानून क्या सज़ा देगा,देगा भी या नही कोई नही जनता
लेकिन इज्जत की खातिर हत्या जैसा संगीन जुर्म करने वाले हत्यारों को मृत्यु दंड जैसी सज़ा अवश्य दी जनि चाहिए
इसके लिए सविधान में संशोधन भी किया जाना चाहिए



इमेजिन पर रामायण की गूंज

नई दिल्ली,(प्रेमबाबू शर्मा )
पौैराणिक सीरियलों की कडी में रामायण का एक बार फिर से प्रसारण  16मई से सोमवार से बृहस्पतिवार तक शाम 7 से 8 बजे तक चैनल इमेजिन पर होगा।
इमेजिन टीवी के प्रोग्रामिंग हेड (फिक्शन) सौरभ तिवारी का कहना है कि इसमें कोई दो राय नहीं कि रामायण अब तक का श्रेष्ठ फिक्शन है। देशव्यापी स्तर पर इसे देखने वाले दर्शकों की संख्या भी बहुत है। दर्शकों की मांग पर इस सदियों पुराने पौराणिक ग्रंथ पर बने सीरियल को एक बार फिर प्रस्तुत किया जा रहा है। सीरियल में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है, बल्कि इसके तकनीकी पक्ष को और बेहतर करने का प्रयास किया गया है। यह सीरियल महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण एवं तुलसीदास द्वारा रचित रामचरित मानस पर आधारित है। यह कहानी है बुराई पर अच्छाई की जीत की। इस शो में संगीत पक्ष को ज्यादा सुदृढ़ किया गया है, ताकि यह वर्तमान समय के दर्शकों की कसौटी पर खरा उतर सके।

नया शो ‘इंडियाज़ मोस्ट हांटेड’

नई दिल्ली (प्रेमबाबू शर्मा )...
क्या भूतप्र्रेत का अस्तित्व है ? कपोल कल्पित से जैसे लगने वाले विषय को भुनाते हुए एनडीटीवी गुड टाइम्स ने 13 मई,शक्रवार से रात 10 बजे एक नयेे शो का प्रसारण शुरू किया है ‘इंडिया’ज मोस्ट हाउंटेड’ । यह रिसर्च शो है जो भूतों की रहस्यमयी दुनियां और रहस्यमयी स्थानों के पीछे छिपे सच को उजागर करेगा। रॉकी और मयूर की मषहूर जोड़ी सूत्रधार की भूमिका निभाएगी।
इस शो में भारत की असंख्य प्राचीन मान्यताओं और  रीतिरिवाजों और व्यक्ति विषेष के मन पर पड़ने वाले इन मान्यताओं के मनोवैज्ञानिक प्रभावों पर रोषनी डाली जाएगी।
एनडीटीवी गुड टाइम्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्मिता चक्रवर्ती ने कहा, ‘भूत जैसे रोमांचित करने वाले कथानक आज भी कुछ लोगों का पंसद विषय है। हम ने जब यह शो शरू करने का निणर्य लिया तो लोगों में रॉकी और मयूर से ‘भुतहा’ कहानी सुनने को लेकर खासा उत्साह देखा गया। वस्तुतः न्यू ओरलियंस जैसी जगहों पर भुतहा  या भयानक पर्यटन बेहद आकर्षक रहा है हमारे देष में आज भी अनेक भुतहा हवेलियां या हिल स्टेषन हैं जिनके अधख्ुाले रहस्य आज भी आम लोगों में  कौतुहल का विषय रहा है।इस शो के द्वारा उनके पीछे की वास्तविकता को उजागर करना है।एनडीटीवी गुड टाइम्स इस बात को लेकर उत्साहित है कि रॉकी और मयूर इस शो को नए नजरिये से पेष कर रहे है।
सूत्रधार रॉकी सिंह शो का हिस्सा बन कर रोमांचित हैं क्योंकि रूहानी दुनिया का राज खोलने वाला पहला शो है।

अपने अब तक के सफर से खुश है: गायक जैवी

नई दिल्ली (प्रेमबाबू शर्मा )...
शौकीन कुडियां, नी वालिया, पंजाबी मुडे जैसी अनेक अलबम की सफलता के बाद गायक जैवी अपनी नई अलबम हॉट बीट में व्यस्त है। बातचीत के दौरान बताया कि उस्ताद नुसरत फतेह अली की गायकी से प्रभावित होकर ही वे गायकी में आये थे। उनकी अलबम को हॉट बीट को म्युजिक कंपनी एमी ग्रुप रीलिज कर रही है।
आजकल गीतों के प्रमोषन के लिए उनके विडियों तैयार किये जाते है हॉट वीट के दो गीतों के विडियों पर काम चल रहा है। आखिर अलबम में क्या खास है ? जैवी ने बताया कि ‘ हॉट बीट अलबम 8 बहुरंगीय गीतों का संग्रह है, या यूं कहे कि इसमें हर मूड के गीत है। संगीतकार लोली, जानी सिंह और जीती ने कमाल की कंपोजिग की है तो निर्देषक अमृतसिंह ने भी दमदार विडियों तैयार किया है।
पंजाब के कपूरथला में जन्में जैवी सिंह ने गायकी की विधिवत् शिक्षा ली हैृ, पटियाला घराने के उस्ताद सुखदेव साहिल से। जैवी देष और विदेष में अपनी गायकी का रंग बिखरने के बाद आज भी हंसराज हंस की षैली को अपनाते है। इसकी वजह जो भी रही हो , लेकिन वे एक साफ कहते है कि ‘बदलते समय के अनुसार ही इंसान को भी उसी के अनुरूप ढाल लेना चाहिए।‘ अतीत की एक घटना को याद करते हुए जैवी कहते है कि ‘ गायकी के शुरूआती दौर में एक बार मुझे पंजाब एंड सिंध बैक द्वारा आयोजित प्रतिभा खोज प्रतियोगिता में गाने का अवसर मिला। लेकिन जब अंत तक मुझे मंच पर नहीं बुलाया गया तो मै मयूस हो गया खैर, एक नेक आदमी ने मेरा हौसला बढाते हुए मंच पर मौका दिलाया और जब मैंने मंच पर गीत ‘ जुगनी गई सी’ गाया तो पूरा ही प्रागंण तालियों से गूंज उठा। मजेदार बात यह रही की उस प्रतियोगिता में मैं दुसरे स्थान पर रहा।’ अपने अब तक के सफर से जैवी सिंह खुश हैं। भविष्य की योजनाओं की चर्चा चलते ही जैवी कहते है कि ‘मैं फिलहाल तो पंजाबी फिल्मों व बॉलीवुड की कुछ फिल्मों में गाने के प्रस्ताव आये है। बाकी तो समय ही बतायेगा किया क्या जाए।

FIVE BJP MLAS SWORN IN AS PUNJAB CABINET MINISTER

CHANDIGARH, Sanjay Pahwa :
The Punjab Governor and Administrator, UT, Chandigarh, Mr. Shivraj V. Patil, today administered the oath of office and secrecy to Mr Tikshan Sood, Ms Laxmi Kanta Chawla, Mr. Satpal Gosai, Mr. Surjit Kumar Jaiyani and Mr. Arunesh Shakir as Cabinet Ministers, Punjab at a brief but impressive ceremony held at Punjab Raj Bhavan.
Earlier, Mr. S.S. Brar, who is holding the charge of State Chief Secretary sought the permission of the Governor to start the swearing in ceremony. Soon after being sworn in Mr Tikshan Sood, Ms Laxmi Kanta Chawla, Mr. Satpal Gosai, Mr. Surjit Kumar Jaiyani and Mr. Arunesh Shakir signed the oath, which was counter signed by the Governor.
The oath to these Cabinet Ministers was administered by the Governor in the presence of Punjab Chief Minister, Mr. Parkash Singh Badal.
Prominent amongst others who attended the swearing in ceremony included Speaker Punjab Vidhan Sabha, Mr. Nirmal Singh Kahlon, Mr Shanta Kumar,Senior National Vice President incharge of the party affairs in Punjab, Member of Rajya Sabha, Mr. Sukhdev Singh Dhindsa, besides Members of Punjab Council of Ministers, senior leaders of political parties, top brass of State civil and police administration. Likewise, the members of the journalist fraternity and the invitees from all over the State also attended the ceremony.
On the occasion, the newly sworn in Cabinet Ministers were accompanied by their family members, friends and well wishers.
The Swearing-in-Ceremony ended with the National Anthem played by the Police Band. High-Tea was also served to the guests at the Punjab Raj Bhavan after the ceremony

Sunday, May 15, 2011

PIKENDER PAL SINGH TAKES OVER AS THE REGIONAL DIRECTOR OF CII NORTHERN REGION

Chandigarh : Sanjay Pahwa:
 Mr Pikender Pal Singh has taken over as the new Regional Director of Confederation of Indian Industry (Northern Region) stated a press release from CII, Northern Region
In a career spanning over 20 years, Pikender has worked in different capacities and departments of the Confederation. Prior to assuming the position of Regional Director, he was responsible for the implementation of the CII national theme of India @75, a vision building exercise to transform India into an economically vital, technologically innovative, socially and ethically vibrant leader by 2022 , in Northern states. The exercise was spread over 5 states which included Chandigarh, Delhi, Punjab, Rajasthan and Uttarakhand. It was under his leadership, the states developed vision documents for preparing a roadmap to economic development and inclusive growth in the region. Taking forward the path breaking initiative of India@75 in Northern region, Singh worked bringing together all stakeholders including the industry, government, institutions, community groups and individuals to translate the vision into a reality.
One of his other areas of responsibilities included facilitating and catalyzing change by working closely with the State Governments on policy issues, enhancing efficiency, competitiveness and expanding business opportunities for industry through a range of specialized services and global linkages for various sectors – manufacturing, engineering, food processing, textiles, IT/ITES, Infrastructure, Education, Healthcare, to name a few.
With a specialization of over 15 years of conceptualizing and building brand for tradefairs, Pikender has been actively involved in institutionalizing the major National & International Trade Fairs of CII, which included Agro Tech, CeraGlass India 2010 , Tex Tech and other B-2-B trade shows in the Region.
As a part of various delegations and networking assignments, he has travelled to Italy, Hungary, Pakistan, Mauritius, and Belgium. He was also a part of Punjab Chief Minister’s delegation to Israel, Egypt and Dubai representing CII at WATEC 2009.
A firm believer in the theory of CHANGE, Singh says “A break from the past is necessary both in terms of thinking and action. It requires partnerships with diverse stakeholders ranging from government to individuals, and community groups to institutions. And for this we need to develop next practices that help us achieve the vision.”, expressed Pikender . The northern Region would further strengthen its linkages with its membership spread over 9 states in the north, business opportunity for MSMEs , Skill development , Affirmative Action and ground interface with the state government are some of the thrust areas for the region in the coming months , stated the new Regional Director .
Mr Pikender is a Post Graduate from Delhi University and holds specialization in Marketing, Business Management and Trade Fairs. Urge to learn, trust and development of people in a professional environment, are imbibed in his work ethics

आज भी जिन्दा है इंसानियत :एक दूसरे के पति को किडनी देंगी महिलाएं

खुशबू(ख़ुशी)इन्द्री :
बठिंडा की सुमन व फिरोजपुर की अनीता (काल्पनिक नाम) के बीच वैसे तो कोई नाता नहीं, लेकिन अपने-अपने पति की जिंदगी बचाने के लिए दोनों रिश्ते की अटूट डोर में बंध गई हैं। दोनों ही एक दूसरे की जिंदगी में मसीहा बनकर आई हैं। ब्लड ग्रुप मैच होने के बाद वे एक-दूसरे के पति को किडनी दान कर रही हैं। फरीदकोट में ह्यूमन आर्गन ट्रांसप्लांटेशन की ऑथोराइजेशन कमेटी बठिंडा के इस मामले को मंजूरी दे चुकी है। फिरोजपुर की महिला को भी जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
जानकारी के अनुसार शहर के वार्ड नंबर बसंत विहार 16 में मकान नंबर 561 में रहने वाली सुमन के पति महेश सिंह की दोनों किडनियां खराब हैं। महेश की लगातार डायलसिस करवानी पड़ती है। उन्होंने जालंधर के एक निजी अस्पताल में इसकी जांच करवाई तो डाक्टर ने कहा कि एक किडनी मिल जाए तो फिर वह स्वस्थ जिंदगी जी सकेंगे। इस पर सुमन ने सावित्री बन पति महेश की जिंदगी बचाने के लिए किडनी दान करने की इच्छा जाहिर की। यह केस इस क्षेत्र के लिए बनी ऑथोराइजेशन कमेटी को भेज दिया गया। वहां सुमन व महेश का ब्लड ग्रुप आपस में मैच नहीं हुआ। कुछ यही हाल फिरोजपुर की मोरी गेट के नजदीक मकान नंबर 190 में रहने वाली अनीता का भी था। उसके पति यशपाल का भी जालंधर के ही अस्पताल में इलाज चल रहा था। यशपाल की भी दोनों किडनियां खराब हो गई थीं। उनकी पत्नी ने भी अपनी किडनी देने की इच्छा जाहिर की, लेकिन उनका भी पति से ब्लड ग्रुप मैच नहीं हुआ। ऐसे में इसे संयोग ही कहेंगे कि दोनों पक्षों की आपस में मुलाकात हुई तथा सुमन का ब्लड ग्रुप यशपाल से मैच हो गया और अनीता का महेश से। फिर दोनों परिवारों ने तय किया कि सुमन, यशपाल को किडनी देंगी और अनीता महेश को, ताकि दोनों अपने-अपने पति की जिंदगी बचा सकें। सिविल सर्जन बठिंडा डॉ. नीलम बजाज ने कहा कि यहां के केस को मंजूरी मिल गई है। सिविल सर्जन फिरोजपुर डॉ. धर्मपाल गोदारा ने कहा कि पुलिस की तरफ से किसी के न आने के कारण मंजूरी नहीं मिल सकी। संभवत: अगली बैठक में मंजूरी मिल जाएगी।