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Tuesday, December 20, 2011

अंधविश्वास : औलाद की चाहत में मासूम बच्ची की बलि


- कई टुकड़ो में बरामद हुआ बच्चा का शव
- तांत्रिक क्रियाओं के चलते दी गयी बलि
मुजफ्फरनगर। आस-औलाद की चाहत में आरोपियों ने चार साल की मासूम बच्ची की तांत्रिक क्रियाओं के चलते बलि दे दी गयी। जिसका खुलासा उस समय हुआ, जब पुलिस ने शक के आधार पर आरोपियों को पकड़कर  पूछताछ की तो ये सनसनीखेज मामला सामने आया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर बच्चे के शव को कई टुकड़ो में बरामद कर पंचनामा भरा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जबकि पुलिस ने चोरी-छिपे ही आरोपियों को जेल भेज दिया।
छपार थाना क्षेत्र के नंगला खोजा निवासी मोमीन की 4 वर्षीया बेटी मेविश गत 7 दिसम्बर को रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हो गयी थी, जिसको परिजनों ने आसपास खूब तलाश किया, लेकिन बच्ची का जब कुछ अता-पता नहीं चल सका तो मजबूरन पीडि़तो को पुलिस से शिकायत करनी पड़ी। पुलिस ने मामला गुमशुदगी में दर्ज कर कार्रवाई आगे बढा दी, मगर परिजन इससे संतुष्ट नहीं हुए तो पुलिस ने मामले को अपहरण में दर्ज कर लिया और शक के आधार पर गांव के ही सकील को उसकी पत्नी महरूबी, पुत्रवधु महरूनी पत्नी हुसैन, बेटे तनवीर और कलीम को उठाकर पूछताछ करनी शुरू कर दी। पहले तो आरोपी पुलिस की आंखों में धूल झौंकते रहे, लेकिन जब पुलिस ने सख्ताई से पूछताछ की तो आरोपी टूट गये और उन्होंने सारा वाक्या पुलिस को कह सुनाया।
डेमो पिक्चर 
दरअसल सकील के तीन बेटे है मौहम्मद हुसैन, तनवीर और कलीम। तीनों ही शादीशुदा तो है, लेकिन किसी को भी औलाद पैदा नहीं हुई, जिस पर उक्त लोगों ने तमाम नीम-हकीम और डाक्टरों से अपना और अपनी पत्नियों का उपचार कराया, लेकिन कोई फायदा नहीं हो सका तो अंधविश्वास के चलते आरोपी तंत्र-मंत्र के चक्कर में फंस गये। आरोप है कि आरोपियों को किसी तांत्रिक ने मासूम बच्चे की बलि देने की सलाह दी, जिस पर आरोपियों ने गत 7 दिसम्बर को मासूम मेविश का अपहरण कर लिया और फिर उसकी बलि दे डाली। आरोपियों के मुंह से ये सब सुनकर पुलिस का भी कलेजा फटा का फटा रह गया। आनन-फानन में आलाधिकारियों के निर्देश पर आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने सहारनपुर जनपद के देवबंद थाना क्षेत्र के केंदकी गांव के जंगल में संजय त्यागी के खेत में तलाश किया तो बच्ची का शव छ: टुकड़ों में बरामद हो गया। सूत्रों की माने तो मौके से तांत्रिक क्रियाओं का भी सामान बरामद किया गया। पुलिस ने शव को पंचनामे के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बताया जाता है कि जैसे ही मामला आलाधिकारियों के संज्ञान में आया, वैसे ही पुलिस अधिकारियों द्वारा निर्देशित छपार पुलिस ने आनन-फानन में मामले को नर बलि से रंजिश की ओर मोड दिया तथा लिखा-पढी में मामला रंजिश का बताते हुए आरोपियों को जेल भेज दिये गये। ये भी बताया जा रहा है कि धर-पकड़ की सुचना मिलते ही हुसैन घबराकर दो दिन पहले ही कोर्ट के पेश होकर जेल जा चुका है, जबकि ये भी बताया जा रहा है कि इससे पहले भी आरोपीगण करीब चार वर्ष पूर्व गांव के ही रिजवान के चार वर्षीय बेटे मुसाहिद की बलि दे चुके है, जिसके खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपियों को पकडकर जेल भेजा था, मगर बच्चे की चाह में इस बार फिर से आरोपियों ने इस खौफनाक वारदात को अंजाम दे डाला।


अमित सैनी
मुज़फ्फरनगर

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Tuesday, December 20, 2011

अंधविश्वास : औलाद की चाहत में मासूम बच्ची की बलि


- कई टुकड़ो में बरामद हुआ बच्चा का शव
- तांत्रिक क्रियाओं के चलते दी गयी बलि
मुजफ्फरनगर। आस-औलाद की चाहत में आरोपियों ने चार साल की मासूम बच्ची की तांत्रिक क्रियाओं के चलते बलि दे दी गयी। जिसका खुलासा उस समय हुआ, जब पुलिस ने शक के आधार पर आरोपियों को पकड़कर  पूछताछ की तो ये सनसनीखेज मामला सामने आया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर बच्चे के शव को कई टुकड़ो में बरामद कर पंचनामा भरा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जबकि पुलिस ने चोरी-छिपे ही आरोपियों को जेल भेज दिया।
छपार थाना क्षेत्र के नंगला खोजा निवासी मोमीन की 4 वर्षीया बेटी मेविश गत 7 दिसम्बर को रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हो गयी थी, जिसको परिजनों ने आसपास खूब तलाश किया, लेकिन बच्ची का जब कुछ अता-पता नहीं चल सका तो मजबूरन पीडि़तो को पुलिस से शिकायत करनी पड़ी। पुलिस ने मामला गुमशुदगी में दर्ज कर कार्रवाई आगे बढा दी, मगर परिजन इससे संतुष्ट नहीं हुए तो पुलिस ने मामले को अपहरण में दर्ज कर लिया और शक के आधार पर गांव के ही सकील को उसकी पत्नी महरूबी, पुत्रवधु महरूनी पत्नी हुसैन, बेटे तनवीर और कलीम को उठाकर पूछताछ करनी शुरू कर दी। पहले तो आरोपी पुलिस की आंखों में धूल झौंकते रहे, लेकिन जब पुलिस ने सख्ताई से पूछताछ की तो आरोपी टूट गये और उन्होंने सारा वाक्या पुलिस को कह सुनाया।
डेमो पिक्चर 
दरअसल सकील के तीन बेटे है मौहम्मद हुसैन, तनवीर और कलीम। तीनों ही शादीशुदा तो है, लेकिन किसी को भी औलाद पैदा नहीं हुई, जिस पर उक्त लोगों ने तमाम नीम-हकीम और डाक्टरों से अपना और अपनी पत्नियों का उपचार कराया, लेकिन कोई फायदा नहीं हो सका तो अंधविश्वास के चलते आरोपी तंत्र-मंत्र के चक्कर में फंस गये। आरोप है कि आरोपियों को किसी तांत्रिक ने मासूम बच्चे की बलि देने की सलाह दी, जिस पर आरोपियों ने गत 7 दिसम्बर को मासूम मेविश का अपहरण कर लिया और फिर उसकी बलि दे डाली। आरोपियों के मुंह से ये सब सुनकर पुलिस का भी कलेजा फटा का फटा रह गया। आनन-फानन में आलाधिकारियों के निर्देश पर आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने सहारनपुर जनपद के देवबंद थाना क्षेत्र के केंदकी गांव के जंगल में संजय त्यागी के खेत में तलाश किया तो बच्ची का शव छ: टुकड़ों में बरामद हो गया। सूत्रों की माने तो मौके से तांत्रिक क्रियाओं का भी सामान बरामद किया गया। पुलिस ने शव को पंचनामे के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बताया जाता है कि जैसे ही मामला आलाधिकारियों के संज्ञान में आया, वैसे ही पुलिस अधिकारियों द्वारा निर्देशित छपार पुलिस ने आनन-फानन में मामले को नर बलि से रंजिश की ओर मोड दिया तथा लिखा-पढी में मामला रंजिश का बताते हुए आरोपियों को जेल भेज दिये गये। ये भी बताया जा रहा है कि धर-पकड़ की सुचना मिलते ही हुसैन घबराकर दो दिन पहले ही कोर्ट के पेश होकर जेल जा चुका है, जबकि ये भी बताया जा रहा है कि इससे पहले भी आरोपीगण करीब चार वर्ष पूर्व गांव के ही रिजवान के चार वर्षीय बेटे मुसाहिद की बलि दे चुके है, जिसके खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपियों को पकडकर जेल भेजा था, मगर बच्चे की चाह में इस बार फिर से आरोपियों ने इस खौफनाक वारदात को अंजाम दे डाला।


अमित सैनी
मुज़फ्फरनगर

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