SAMACHAR TODAY LIVE TV

http://samacharcloud.purplestream.in/samachar/samachar2-live.smil/playlist.m3u8

Monday, February 15, 2016

देशद्रोह के मुक़दमे में गिलानी गिरफ़्तार

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में भारत विरोधी नारेबाजी को लेकर देशद्रोह के आरोप में दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व लेक्चरर एसएआर गिलानी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आज गिलानी की कोर्ट में पेशी होगी। 
दिल्ली यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रोफेसर एसएआर गिलानी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली के प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित एक कार्यक्रम में देश विरोधी नारे लगाने के बाद उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। आज गिलानी को कोर्ट में पेश किया जाएगा। 
गिलानी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उन्हें दिल्ली के आरएमएल अस्पताल ले गई, जहां उनका मेडिकल कराया गया. गिलानी पर आरोप है कि उन्होंने 10 फरवरी को अफजल गुरु की बरसी के मौके पर प्रेस क्लब में एक कार्यक्रम आयोजित किया था और वहां देश-विरोधी नारे लगाए गए थे. नारे लगाने वालों में कथित रूप से गिलानी भी शामिल थे। बता दे कि इससे पहले गिलानी को 2001 में संसद हमला मामले में गिरफ्तार किया गया था लेकिन दिल्ली उच्च न्यायालय ने 'सबूतों की कमी' के चलते अक्टूबर 2003 में उन्हें बरी कर दिया था। 

No comments:

Monday, February 15, 2016

देशद्रोह के मुक़दमे में गिलानी गिरफ़्तार

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में भारत विरोधी नारेबाजी को लेकर देशद्रोह के आरोप में दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व लेक्चरर एसएआर गिलानी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आज गिलानी की कोर्ट में पेशी होगी। 
दिल्ली यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रोफेसर एसएआर गिलानी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली के प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित एक कार्यक्रम में देश विरोधी नारे लगाने के बाद उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। आज गिलानी को कोर्ट में पेश किया जाएगा। 
गिलानी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उन्हें दिल्ली के आरएमएल अस्पताल ले गई, जहां उनका मेडिकल कराया गया. गिलानी पर आरोप है कि उन्होंने 10 फरवरी को अफजल गुरु की बरसी के मौके पर प्रेस क्लब में एक कार्यक्रम आयोजित किया था और वहां देश-विरोधी नारे लगाए गए थे. नारे लगाने वालों में कथित रूप से गिलानी भी शामिल थे। बता दे कि इससे पहले गिलानी को 2001 में संसद हमला मामले में गिरफ्तार किया गया था लेकिन दिल्ली उच्च न्यायालय ने 'सबूतों की कमी' के चलते अक्टूबर 2003 में उन्हें बरी कर दिया था। 

No comments: