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Friday, March 11, 2011

दूध उत्पादन बढ़ाने को लेकर मंथन

करनाल, विजय काम्बोज :
राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान विभाग के पशु प्रजनन विभाग की ओर से आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने पर मंथन किया गया। वैज्ञानिकों ने कहा कि प्रजनन आंकड़ों के विश्लेषण और प्रशिक्षण से दुग्ध वृद्धि के कार्यक्रमों को विकसित करने में मदद मिलेगी।
21 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि हिसार स्थित केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ.आरके सेठी रहे। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादन की वार्षिक आनुवांशिक दर की वृद्धि के लिए गैर आनुवांशिक कारकों का संशोधन करना होगा। इसके साथ ही आधुनिक साफ्टवेयर के प्रयोग द्वारा प्रजनन आंकड़ों का यथार्थ विश्लेषण करना होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के निदेशक डॉ. एके श्रीवास्तव ने की। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों को प्रजनन आंकड़ों के विश्लेषण के प्रशिक्षण द्वारा दुग्ध उत्पादन के वृद्धि कार्यक्रमों को विकसित करने में मदद मिलेगी। राष्ट्रीय पशु आनुवांशिक संसाधन ब्यूरो के निदेशक डॉ.बीके जोशी ने दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सही दिशा में कार्य किया जा रहा है। दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने के लिए संस्थान के सुंयक्त निदेशक डॉ. जीआर पाटिल ने भी राय जाहिर की। प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों से आए 17 प्रतिभागियों ने शिरकत की। प्रशिक्षण कार्यक्रम के निदेशक डॉ. आरएस गांधी अतिथियों का स्वागत किया। डॉ. ईश्वर दयाल गुप्ता ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ.अवतार सिंह ने अतिथियों का आभार जाहिर किया।

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Friday, March 11, 2011

दूध उत्पादन बढ़ाने को लेकर मंथन

करनाल, विजय काम्बोज :
राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान विभाग के पशु प्रजनन विभाग की ओर से आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने पर मंथन किया गया। वैज्ञानिकों ने कहा कि प्रजनन आंकड़ों के विश्लेषण और प्रशिक्षण से दुग्ध वृद्धि के कार्यक्रमों को विकसित करने में मदद मिलेगी।
21 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि हिसार स्थित केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ.आरके सेठी रहे। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादन की वार्षिक आनुवांशिक दर की वृद्धि के लिए गैर आनुवांशिक कारकों का संशोधन करना होगा। इसके साथ ही आधुनिक साफ्टवेयर के प्रयोग द्वारा प्रजनन आंकड़ों का यथार्थ विश्लेषण करना होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के निदेशक डॉ. एके श्रीवास्तव ने की। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों को प्रजनन आंकड़ों के विश्लेषण के प्रशिक्षण द्वारा दुग्ध उत्पादन के वृद्धि कार्यक्रमों को विकसित करने में मदद मिलेगी। राष्ट्रीय पशु आनुवांशिक संसाधन ब्यूरो के निदेशक डॉ.बीके जोशी ने दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सही दिशा में कार्य किया जा रहा है। दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने के लिए संस्थान के सुंयक्त निदेशक डॉ. जीआर पाटिल ने भी राय जाहिर की। प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों से आए 17 प्रतिभागियों ने शिरकत की। प्रशिक्षण कार्यक्रम के निदेशक डॉ. आरएस गांधी अतिथियों का स्वागत किया। डॉ. ईश्वर दयाल गुप्ता ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ.अवतार सिंह ने अतिथियों का आभार जाहिर किया।

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