जिस ईमेल के जरिए आप यहां से हजारों मील दूर रह रहे अपनों से जुड़े हुए हैं, क्या उसका अंत हो जाएगा। सुनने में यह जरुर अटपटा लग सकता है लेकिन फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग का तो यही कहना है।
मार्क ने ईमेल को संचार का धीमा और अनौपचारिक माध्यम बताते हुए कहा कि ईमेल का इस्तेमाल घटता जा रहा है और मॉडर्न दुनिया ईमेल से बाहर निकल चुकी है। यह सब चिट्ठियों की तरह अस्तित्व से बाहर हो जाएगा। उनका कहना है कि फेसबुक बहुत तेज काम करता है और यह जीमेल से दो दो हाथ करने को तैयार है। फेसबुक की नई मैसेजिंग सर्विस में वेब और टेक्स्ट सभी का समश्रिण है। फेसबुक इस्तेमाल कर रहे 50 करोड़ लोग फेसबुक डॉट कॉम ईमेल एड्रेस का इस्तेमाल कर सकेंगे। सबसे बड़ी बात यह कि सौ साल पुरानी बात भी यूजर के मेल बॉक्स में आ जाएगी।
फेसबुक की नई ईमेल प्रणाली इंस्टैंट मैसेंजिंग और ऑन लाइन चैट पर आधारित है, फेसबुक में ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि वह स्पैम का मुकाबला कर सके।
मार्क का कहना है कि यह ईमेल नहीं बल्कि यह ईमेल को हैंडल करता है। टेक्स्ट, ईमेल और इंस्टैंट मैसेंजिंग फेसबुक फीड का हिस्सा होंगे।
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