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Sunday, May 22, 2011

विद्यार्थियों ने निकाली कन्या जागरूकता अभियान रैली

रादौर, कुलदीप सैनी :
इंडियन पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल रादौर के विद्यार्थियों द्वारा जागरूकता रैली निकाली गई। रैली में स्कूल के लगभग एक हजार से अधिक बच्चों ने भाग लिया। रैली मुख्य बाजार से होती हुई स्कूल परिसर पर पहुंची। इस दौरान बच्चों ने हाथ में कन्या भ्रूण हत्या रोको व पर्यावरण बचाओं जैसे स्लोगन लिखे बैनर हाथ में लिए लोगों को इन ज्वलंत समस्याओं के प्रति जागरूक होने का आह्वान किया। रैली को स्कूल के प्रिसींपल ईश मेहता ने हरी झंडी देकर रवाना किया।
इस अवसर पर स्कूल के प्रिसींपल ईश मेहता ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या समाज के लिए एक के लिए एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। अगर इस पर जल्द ही अकुंश नहीं लगाया गया तो समस्या एक विकराल रूप धारण कर लेगी। जिससे कई प्रकार की सामाजिक समस्याएं भी उत्पन्न हो जाएगी। भाइयों की कलाई राखी के दिन सूनी रहेगी तो वहीं कुंवारे लडक़ों को शादी के लिए लड़किया मिलना भी मुश्किल हो जाएगा। कन्या भ्रूण हत्या एक सामाजिक अपराध है। इस सामाजिक बुराई के कारण दिन प्रतिदिन लिंगानुपात असंतुलित होता जा रहा है। लड़कियों की संख्या लगातार कम होती जा रही है। कन्याओं को गर्भ में मार देने वाले लोग एक छोटी सोच वाले होते है। जो लड़कियों को बोझ समझते है। लेकिन लड़कियां आज किसी भी क्षेत्र में लडक़ो से पीछे नहीं है। कन्या भ्रूण हत्या करने वाले लोग यह बात भूल जाते है कि लडक़ी के बिना तो वंश वृद्धि भी संभव नहीं है। लेकिन इस बुराई को रोकने के लिए हम सभी को आगे आना होगा। नहीं तो यह समाज का संतुलन बिगाड़ देगी। कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए महिलाओं को भी जागरूक होना होगा। अगर कोई महिलाओं पर भ्रूण हत्या का दबाव डालता है तो उसके खिलाफ महिलाओं को आवाज उठानी होगी। तभी कन्या भ्रृण हत्या पर अंकुश लगाया जा सकेगा। प्रर्यावरण प्रदुषण पर बोलते हुए ईश मेहता ने कहा कि वैज्ञानिक उन्नति ने मानव जीवन को अंत्यंत सरल बना दिया है। लेकिन इसका दुष्प्रभाव भी हमे देखने को मिल रहा है। प्रर्यावरण प्रदुषण भी इसी उन्नति की देन है। बड़ी बड़ी फैक्ट्रियों का धुआं आज प्रदुषण को बढ़ावा दे रहा है। आबादी बढऩे से वनों व पेड़ पौधों की संख्या में भी कमी आ रही है। जिस कारण पर्यावरण प्रदुषण अधिक हो रहा है। पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए पेड़ो की संख्या बढ़ाना अति आवश्यक है। इसलिए हमें समय समय पर पौधारोपण अवश्य करते रहना चाहिए। इस अवसर पर सभी बच्चों ने कन्या भ्रूण हत्या को रोकने व पर्यावरण को साफ सूथरा रखने की भी शपथ ली।

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Sunday, May 22, 2011

विद्यार्थियों ने निकाली कन्या जागरूकता अभियान रैली

रादौर, कुलदीप सैनी :
इंडियन पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल रादौर के विद्यार्थियों द्वारा जागरूकता रैली निकाली गई। रैली में स्कूल के लगभग एक हजार से अधिक बच्चों ने भाग लिया। रैली मुख्य बाजार से होती हुई स्कूल परिसर पर पहुंची। इस दौरान बच्चों ने हाथ में कन्या भ्रूण हत्या रोको व पर्यावरण बचाओं जैसे स्लोगन लिखे बैनर हाथ में लिए लोगों को इन ज्वलंत समस्याओं के प्रति जागरूक होने का आह्वान किया। रैली को स्कूल के प्रिसींपल ईश मेहता ने हरी झंडी देकर रवाना किया।
इस अवसर पर स्कूल के प्रिसींपल ईश मेहता ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या समाज के लिए एक के लिए एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। अगर इस पर जल्द ही अकुंश नहीं लगाया गया तो समस्या एक विकराल रूप धारण कर लेगी। जिससे कई प्रकार की सामाजिक समस्याएं भी उत्पन्न हो जाएगी। भाइयों की कलाई राखी के दिन सूनी रहेगी तो वहीं कुंवारे लडक़ों को शादी के लिए लड़किया मिलना भी मुश्किल हो जाएगा। कन्या भ्रूण हत्या एक सामाजिक अपराध है। इस सामाजिक बुराई के कारण दिन प्रतिदिन लिंगानुपात असंतुलित होता जा रहा है। लड़कियों की संख्या लगातार कम होती जा रही है। कन्याओं को गर्भ में मार देने वाले लोग एक छोटी सोच वाले होते है। जो लड़कियों को बोझ समझते है। लेकिन लड़कियां आज किसी भी क्षेत्र में लडक़ो से पीछे नहीं है। कन्या भ्रूण हत्या करने वाले लोग यह बात भूल जाते है कि लडक़ी के बिना तो वंश वृद्धि भी संभव नहीं है। लेकिन इस बुराई को रोकने के लिए हम सभी को आगे आना होगा। नहीं तो यह समाज का संतुलन बिगाड़ देगी। कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए महिलाओं को भी जागरूक होना होगा। अगर कोई महिलाओं पर भ्रूण हत्या का दबाव डालता है तो उसके खिलाफ महिलाओं को आवाज उठानी होगी। तभी कन्या भ्रृण हत्या पर अंकुश लगाया जा सकेगा। प्रर्यावरण प्रदुषण पर बोलते हुए ईश मेहता ने कहा कि वैज्ञानिक उन्नति ने मानव जीवन को अंत्यंत सरल बना दिया है। लेकिन इसका दुष्प्रभाव भी हमे देखने को मिल रहा है। प्रर्यावरण प्रदुषण भी इसी उन्नति की देन है। बड़ी बड़ी फैक्ट्रियों का धुआं आज प्रदुषण को बढ़ावा दे रहा है। आबादी बढऩे से वनों व पेड़ पौधों की संख्या में भी कमी आ रही है। जिस कारण पर्यावरण प्रदुषण अधिक हो रहा है। पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए पेड़ो की संख्या बढ़ाना अति आवश्यक है। इसलिए हमें समय समय पर पौधारोपण अवश्य करते रहना चाहिए। इस अवसर पर सभी बच्चों ने कन्या भ्रूण हत्या को रोकने व पर्यावरण को साफ सूथरा रखने की भी शपथ ली।

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