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Friday, January 21, 2011

सेक्स और फर्जीवाड़ा सिखाते धार्मिक बाबा!?????

नई दिल्ली। धर्म और राजनीति का कॉकटेल तो आदि काल से चला आ रहा है, लेकिन सेक्स के तड़के ने आध्यात्म को दूषित कर दिया है। ऐसे में भरोसा करें तो किस पर? क्यों उठ रहा है आध्यात्मिक चेहरों से विश्वास ? तत्कालिक घटनाओं पर चलिए एक नजर डालते हैं, जिसने देश के कुछ चुनिंदा चमत्कारिक चेहरों को बेनकाब किया है।
वैसे तो साधु शब्द आते ही हृदय भावविह्वल हो उठता है। साधु की व्याख्या करते हुए तुलसीदास ने कहा है कि 'साधु सराहि सुमन सुर बरषे'। साधु बोलता है तब अमृत और फूलों का बरसात होती है। साधु को आध्यात्मिक, निस्वार्थ सेवक और सदाचारी कहा जाता है। शंकराचार्य, स्वामी परमहंस और आदि काल के बह्मर्षी समाज को मार्गदर्शन देते रहे हैं। ऐसे गौरवशाली इतिहास को आज भगवताचार्य राजेंद्र, नित्यानंद, पायलट बाबा, इच्छाधारी बाबा जैसे साधु कलंकित कर रहे हैं। घर्म के नाम पर धंधे की शुरूआत करने वाले ये साधु देह व्यापार तक अपनी पहुंच बना लिए हैं। कुछ ऐसी दुर्भाग्यशाली घटनाओं पर एक नजर...
गिरफ्त में आए भगवतार्य राजेंद्र उर्फ पोर्न स्वामी
हाल ही में वृंदावन पुलिस ने इस बाबा को गिरफ्तार किया है। यह यमुना नदी के घाटों और पवित्र स्थानों के आस-पास पर अश्लील फिल्में शूट करता था। इस स्वामी से कई अश्लील फिल्में और क्लिपिंक्स बरामद की गई हैं। फिल्मों में कुछ विदेशी युवक युवतियां के साथ स्वामी खुद भी अप्राकृतिक यौनाचार करता हुआ दिखा है। यहां तक की इस पोर्न बाबा ने अपनी बीबी की भी अश्लील फिल्में बनाकर बाजार में बेचा है।
भगवताचार्य पर आरोप है कि पैसों के लालच में उसने अपनी पत्नी के साथ के कुछ अंतंरग चित्रों को इंटरनेट पर अपलोड कर दिया और सीडी बना कर बाजार में बेच दिया है। लेकिन जब इन चित्रों और सीडी को लेकर साधु की बीवी को कुछ लोगों ने ब्लैकमेल किया तो उसने साधु के बचाव में ब्लैकमेल करने वाले और एक दुकानदार के खिलाफ शिकायत दर्ज कर दी है।
मामला यह है कि 28 जून को साधू राजेंद्र की पत्नी ने अपना लैपटॉप ठीक करवाने के लिए अरविंद नामक व्यक्ति को दिया था। साधु की पत्नी का आरोप है कि अरविंद और उसके साथियों ने लैपटॉप के साथ छेड़छाड़ की है। और उसके पति के कुछ अंतरंग चित्रों की सीडी बनाकर बाजार में बेच दी है। उसे ब्लैकमेल कर रहे हैं कि वह उन्हें दस लाख रुपए दे वरना वह इसे समाज में सार्वजनिक कर देंगे।
अरविंद ने इस आरोप से इंकार करते हुए कहा कि, इस तरह की सीडी बाजार में पहले से आ रही थीं। उसने लैपटॉप के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की है। बाजार में इस सीडी का खुलासा होने के बाद से साधू राजेंद्र के खिलाफ मथुरा और वृंदावन के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
स्वामी नित्‍यानंद
नित्‍यानंद अपने सैक्स स्कैंडल के लिए सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहा। कहा जाता है कि स्‍वामी ‘प्राचीन तांत्रिक रहस्‍यों’ की शिक्षा देने और उनके प्रयोग के लिए अपने आश्रम में आने वाली महिलाओं से ‘सीक्रेट सेक्‍स एग्रीमेंट’ करता था। इसके अनुसार, महिलाओं को नग्‍नता और सेक्‍स के लिए सहमति जतानी होती थी। अपने अश्‍लील फोटो खींचने की अनुमति देनी पड़ती थी। साथ ही उन्‍हें इस बात की सख्‍त हिदायत दी जाती थी कि इस बात को वे आश्रम से बाहर नहीं ले जाएं। उस समय जो सेक्स सीडी बरामद की गई उसमें नित्यानंद, एक लड़की के साथ रंगरलिया मनाते दिखाई दिया था। लड़की को कथित अभिनेत्री रंजीता बताया गया।
बताते चलें कि स्वामी नित्यानंद का असली नाम राजशेखर है। वह तमिलनाडु के थिरुनामलाई के रहने वाले हैं। इसका थिरुनामलाई और बैंगलोर में बहुत बड़ा आश्रम है। इन्ही जगहों में से कहीं पर संत को कैमरे में कैद किया जा रहा था। वीडियो में साड़ी पहने एक महिला दिखती है जिसके साथ बाबा को बाद में आपत्तिजनक हालात में देखा जाता है। नित्‍यानंद पर फिलहाल केस चल रहा है।
भीमानंद उर्फ इच्छाधरी बाबा
भीमानंद, इच्छाधारी बाबा का चोला पहन कर देह व्यापार का धंधा करवाता था। उसके संपर्क में 600 लड़कियां थीं। इनमें से 50 लड़कियां केवल बाबा के लिए ही काम करती थी। लड़कियों के रेट का 40 फीसदी कमीशन बाबा अपने पास रखता था। बाबा ने अलग-अलग लड़कियों के अलग-अलग रेट रख रखे थे। मॉडल के लिए 50 हजार, स्टूडेंट के लिए 20 हजार और हाउसवाइफ के लिए 10 हजार। इन लड़कियों को देश भर में फैले बाबा के एजेंट लाते थे।
भीमानंद के पास से दस सेलफोन और करीब 100 मिली डायरी मिली। इनमें से कई में कॉल गर्ल्स से सम्बन्धित जानकारियों का जिक्र था। बाबा के आलीशान ठिकाने से चांदी के कवर वाली तलवार, बंदूक तथा बारहसिंगा के सींग बरामद किए गए। भीमानंद के परिवार वालों पर भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनके कुख्यात ददुआ डकैत से गहरे ताल्लुकात थे।

भीमानंद के कमाई के कई जरिए थे। भक्ति कार्यक्रम में चढ़ावा तथा देह व्यापार से हासिल रुपये बाबा ने रीयल एस्टेट और ब्याज पर लगा रखे थे। विदेशों से भी चंदे के रूप में उसकी कमाई होती थी।
पायलट बाबा
देशभर में एक रूपये में कंप्यूटर शिक्षा देने का दावा करने वाले पायलट बाबा ने फ्रॉड करके करोड़ो कमाए। बडे़-बडे़ नेताओं ने पायलट बाबा का साथ देकर इसे जोरशोर से प्रसारित किया। इस गोरखधंधे के तहत आईकावा इंटरनेशनल कंप्यूटर कंपनी के साथ करार होने के बाद एक रूपये में कंप्यूटर शिक्षा देने का खेल पूरे देशभर में शुरू किया गया। कंप्यूटर सेंटर की फ्रेंचाइजी खोलने के लिये जमानत राशि के रूप में 50 हजार रूपये जमा कराए।
वहीं, कुंभ नगरी मे हुए हादसे को लेकर भी बाबा के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की गई है। इस हादसे में कई बेगुनाहो की जान चली गई। कार्रवाई के नाम पर सिर्फ गिरफ्तारी हुई। कहा जाता है कि बाबा के ऊंचे पहुंच के कारण ही ऐसा संभव हो पाया है।
आपकी राय
ऐसे बाबा भक्ति की साख पर बट्टा लगा रहे हैं। इनकी वजह से लोगों का साधु-मनीषियों से विश्वास उठता जा रहा है। जिनको लोग भगवान की तरह पूजते हैं। उनकी प्रवचन को अमृत समान मानकर ग्रहण करते हैं। उसी नित्यानंद और राजेंद्र जैसे संतों ने लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। ऐसे बाबाओं का धंधा किन वजहों से फल-फूल जाता है? लोग आखिर इंसान को भगवान की तरह क्यों पूजने लगते हैं? इस बारे में आप क्या सोचते हैं? अपनी राय हमसे साझा कीजिए।

(दैनिक भास्कर के सोजन्य से )

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Friday, January 21, 2011

सेक्स और फर्जीवाड़ा सिखाते धार्मिक बाबा!?????

नई दिल्ली। धर्म और राजनीति का कॉकटेल तो आदि काल से चला आ रहा है, लेकिन सेक्स के तड़के ने आध्यात्म को दूषित कर दिया है। ऐसे में भरोसा करें तो किस पर? क्यों उठ रहा है आध्यात्मिक चेहरों से विश्वास ? तत्कालिक घटनाओं पर चलिए एक नजर डालते हैं, जिसने देश के कुछ चुनिंदा चमत्कारिक चेहरों को बेनकाब किया है।
वैसे तो साधु शब्द आते ही हृदय भावविह्वल हो उठता है। साधु की व्याख्या करते हुए तुलसीदास ने कहा है कि 'साधु सराहि सुमन सुर बरषे'। साधु बोलता है तब अमृत और फूलों का बरसात होती है। साधु को आध्यात्मिक, निस्वार्थ सेवक और सदाचारी कहा जाता है। शंकराचार्य, स्वामी परमहंस और आदि काल के बह्मर्षी समाज को मार्गदर्शन देते रहे हैं। ऐसे गौरवशाली इतिहास को आज भगवताचार्य राजेंद्र, नित्यानंद, पायलट बाबा, इच्छाधारी बाबा जैसे साधु कलंकित कर रहे हैं। घर्म के नाम पर धंधे की शुरूआत करने वाले ये साधु देह व्यापार तक अपनी पहुंच बना लिए हैं। कुछ ऐसी दुर्भाग्यशाली घटनाओं पर एक नजर...
गिरफ्त में आए भगवतार्य राजेंद्र उर्फ पोर्न स्वामी
हाल ही में वृंदावन पुलिस ने इस बाबा को गिरफ्तार किया है। यह यमुना नदी के घाटों और पवित्र स्थानों के आस-पास पर अश्लील फिल्में शूट करता था। इस स्वामी से कई अश्लील फिल्में और क्लिपिंक्स बरामद की गई हैं। फिल्मों में कुछ विदेशी युवक युवतियां के साथ स्वामी खुद भी अप्राकृतिक यौनाचार करता हुआ दिखा है। यहां तक की इस पोर्न बाबा ने अपनी बीबी की भी अश्लील फिल्में बनाकर बाजार में बेचा है।
भगवताचार्य पर आरोप है कि पैसों के लालच में उसने अपनी पत्नी के साथ के कुछ अंतंरग चित्रों को इंटरनेट पर अपलोड कर दिया और सीडी बना कर बाजार में बेच दिया है। लेकिन जब इन चित्रों और सीडी को लेकर साधु की बीवी को कुछ लोगों ने ब्लैकमेल किया तो उसने साधु के बचाव में ब्लैकमेल करने वाले और एक दुकानदार के खिलाफ शिकायत दर्ज कर दी है।
मामला यह है कि 28 जून को साधू राजेंद्र की पत्नी ने अपना लैपटॉप ठीक करवाने के लिए अरविंद नामक व्यक्ति को दिया था। साधु की पत्नी का आरोप है कि अरविंद और उसके साथियों ने लैपटॉप के साथ छेड़छाड़ की है। और उसके पति के कुछ अंतरंग चित्रों की सीडी बनाकर बाजार में बेच दी है। उसे ब्लैकमेल कर रहे हैं कि वह उन्हें दस लाख रुपए दे वरना वह इसे समाज में सार्वजनिक कर देंगे।
अरविंद ने इस आरोप से इंकार करते हुए कहा कि, इस तरह की सीडी बाजार में पहले से आ रही थीं। उसने लैपटॉप के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की है। बाजार में इस सीडी का खुलासा होने के बाद से साधू राजेंद्र के खिलाफ मथुरा और वृंदावन के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
स्वामी नित्‍यानंद
नित्‍यानंद अपने सैक्स स्कैंडल के लिए सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहा। कहा जाता है कि स्‍वामी ‘प्राचीन तांत्रिक रहस्‍यों’ की शिक्षा देने और उनके प्रयोग के लिए अपने आश्रम में आने वाली महिलाओं से ‘सीक्रेट सेक्‍स एग्रीमेंट’ करता था। इसके अनुसार, महिलाओं को नग्‍नता और सेक्‍स के लिए सहमति जतानी होती थी। अपने अश्‍लील फोटो खींचने की अनुमति देनी पड़ती थी। साथ ही उन्‍हें इस बात की सख्‍त हिदायत दी जाती थी कि इस बात को वे आश्रम से बाहर नहीं ले जाएं। उस समय जो सेक्स सीडी बरामद की गई उसमें नित्यानंद, एक लड़की के साथ रंगरलिया मनाते दिखाई दिया था। लड़की को कथित अभिनेत्री रंजीता बताया गया।
बताते चलें कि स्वामी नित्यानंद का असली नाम राजशेखर है। वह तमिलनाडु के थिरुनामलाई के रहने वाले हैं। इसका थिरुनामलाई और बैंगलोर में बहुत बड़ा आश्रम है। इन्ही जगहों में से कहीं पर संत को कैमरे में कैद किया जा रहा था। वीडियो में साड़ी पहने एक महिला दिखती है जिसके साथ बाबा को बाद में आपत्तिजनक हालात में देखा जाता है। नित्‍यानंद पर फिलहाल केस चल रहा है।
भीमानंद उर्फ इच्छाधरी बाबा
भीमानंद, इच्छाधारी बाबा का चोला पहन कर देह व्यापार का धंधा करवाता था। उसके संपर्क में 600 लड़कियां थीं। इनमें से 50 लड़कियां केवल बाबा के लिए ही काम करती थी। लड़कियों के रेट का 40 फीसदी कमीशन बाबा अपने पास रखता था। बाबा ने अलग-अलग लड़कियों के अलग-अलग रेट रख रखे थे। मॉडल के लिए 50 हजार, स्टूडेंट के लिए 20 हजार और हाउसवाइफ के लिए 10 हजार। इन लड़कियों को देश भर में फैले बाबा के एजेंट लाते थे।
भीमानंद के पास से दस सेलफोन और करीब 100 मिली डायरी मिली। इनमें से कई में कॉल गर्ल्स से सम्बन्धित जानकारियों का जिक्र था। बाबा के आलीशान ठिकाने से चांदी के कवर वाली तलवार, बंदूक तथा बारहसिंगा के सींग बरामद किए गए। भीमानंद के परिवार वालों पर भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनके कुख्यात ददुआ डकैत से गहरे ताल्लुकात थे।

भीमानंद के कमाई के कई जरिए थे। भक्ति कार्यक्रम में चढ़ावा तथा देह व्यापार से हासिल रुपये बाबा ने रीयल एस्टेट और ब्याज पर लगा रखे थे। विदेशों से भी चंदे के रूप में उसकी कमाई होती थी।
पायलट बाबा
देशभर में एक रूपये में कंप्यूटर शिक्षा देने का दावा करने वाले पायलट बाबा ने फ्रॉड करके करोड़ो कमाए। बडे़-बडे़ नेताओं ने पायलट बाबा का साथ देकर इसे जोरशोर से प्रसारित किया। इस गोरखधंधे के तहत आईकावा इंटरनेशनल कंप्यूटर कंपनी के साथ करार होने के बाद एक रूपये में कंप्यूटर शिक्षा देने का खेल पूरे देशभर में शुरू किया गया। कंप्यूटर सेंटर की फ्रेंचाइजी खोलने के लिये जमानत राशि के रूप में 50 हजार रूपये जमा कराए।
वहीं, कुंभ नगरी मे हुए हादसे को लेकर भी बाबा के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की गई है। इस हादसे में कई बेगुनाहो की जान चली गई। कार्रवाई के नाम पर सिर्फ गिरफ्तारी हुई। कहा जाता है कि बाबा के ऊंचे पहुंच के कारण ही ऐसा संभव हो पाया है।
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ऐसे बाबा भक्ति की साख पर बट्टा लगा रहे हैं। इनकी वजह से लोगों का साधु-मनीषियों से विश्वास उठता जा रहा है। जिनको लोग भगवान की तरह पूजते हैं। उनकी प्रवचन को अमृत समान मानकर ग्रहण करते हैं। उसी नित्यानंद और राजेंद्र जैसे संतों ने लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। ऐसे बाबाओं का धंधा किन वजहों से फल-फूल जाता है? लोग आखिर इंसान को भगवान की तरह क्यों पूजने लगते हैं? इस बारे में आप क्या सोचते हैं? अपनी राय हमसे साझा कीजिए।

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