SAMACHAR TODAY LIVE TV

http://samacharcloud.purplestream.in/samachar/samachar2-live.smil/playlist.m3u8

Wednesday, December 8, 2010

गुम होने पर मिल सकता आपका मोबाइल

भोपाल. राजधानी से हर तीसरे दिन एक मोबाइल चोरी हो जाता है, लेकिन हकीकत में मोबाइल गुम होने के आंकड़े कहीं ज्यादा होते हैं। यदि आपका मोबाइल भी चोरी हो गया है और आप उसे भूलकर नया मोबाइल लेने की सोच रहे हों, तो रुक जाइए। यदि आपके पास मोबाइल का आईएमईआई नंबर है,तो हो सकता है कि गुम हुआ मोबाइल आपको वापस मिल जाए।
दरअसल हाल ही में डीजीपी एसके राउत के बेटे का मोबाइल उसकी शादी के दिन ही चोरी हो गया। मामला डीजीपी के बेटे से जुड़ा था, तो पुलिस भी मोबाइल के आईएमईआई नंबर के आधार पर उसकी खोज में लगी है। पुलिस अधिकारी उम्मीद जता रहे हैं कि मोबाइल का आईएमईआई नंबर होने के चलते उन्हें जल्द कामयाबी भी मिल जाएगी। लेकिन ज्यादातर लोग यह नहीं जानते कि आईएमईआई नंबर किस तरह से उनके लिए उपयोगी साबित हो सकता है।
खासकर तब जब मोबाइल गुम या फिर चोरी हो गया हो। मोबाइल इस वक्त किस इलाके में है और उसे कौन इस्तेमाल कर रहा है, सबकुछ इस आईएमईआई नंबर से पता चल सकता है।
आईएमईआई नंबर क्या है?
हर मोबाइल का एक अलग पहचान नंबर होता है। जिसे आईएमईआई (इंटरनेशनल मोबाइल एक्सक्लूसिव आईडेंटिफिकेशन) नंबर कहा जाता है। उसे इस प्रकार से तैयार किया जाता है, जो किसी अन्य मोबाइल से मेल न खा सके।
थाने से उसकी डीटेल सायबर सेल या क्राइम ब्रांच भेजी जाती हैआईएमईआई नंबर की सर्चिग शुरू होती हैटॉवर लोकेशन के आधार पर उसकी स्थिति मिलती है पुलिस टीम लोकेशन पहचानकर वहां पहुंचती है और आरोपियों से मोबाइल जब्त करती है इस तरह आपका मोबाइल वापस आपके हाथ पहुंच जाता है।
दर्ज मामले - सफलता
वर्ष दर्ज प्रकरण मोबाइल हुए ट्रेस2009 123 252010 76 26(थानों में दर्ज प्रकरण)
2010 300 60
(सायबर सेल में चल रही सर्चिग)
कैसे होती है सर्चिग?
मोबाइल चोरी होने के बाद इसकी एफआईआर थाने में करानी होती है। इसके बाद मोबाइल की आईएमईआई नंबर समेत अन्य डीटेल थाने से सायबर सेल या फिर क्राइम ब्रांच भेजी जाती है। वहां से इंटरनेट के जरिए पुलिस टेलीकॉम कंपनियों को आईएमईआई नंबर भेजती है। कंपनी मोबाइल में इस्तेमाल की जा रही सिम के आधार पर आईएमईआई नंबर सर्च कर लेती है। टॉवर लोकेशन से यह पता चल जाता है कि मोबाइल कहां इस्तेमाल हो रहा है।
तुरंत कराएं एफआईआर
किसी का मोबाइल चोरी होने पर उसे फौरन थाने पहुंचकर एफआईआर दर्ज करानी चाहिए। ताकि उसके आईएमईआई नंबर के आधार पर मोबाइल की सर्चिग शुरू की जा सके।
राजेंद्र मिश्रा,आईजी,सायबर सेल
मोबाइल चोरी होने की शिकायतें कम ही आती हैं। ज्यादातर मामलों में लोग अपना मोबाइल कहीं भूल जाते हैं, लिहाजा हम ऐसे मामलों में मोबाइल गुम होने की रिपोर्ट दर्ज करते हैं।
आदर्श कटियार,एसएसपी,भोपाल

(भास्कर से )



थाने में एफआईआर

No comments:

Wednesday, December 8, 2010

गुम होने पर मिल सकता आपका मोबाइल

भोपाल. राजधानी से हर तीसरे दिन एक मोबाइल चोरी हो जाता है, लेकिन हकीकत में मोबाइल गुम होने के आंकड़े कहीं ज्यादा होते हैं। यदि आपका मोबाइल भी चोरी हो गया है और आप उसे भूलकर नया मोबाइल लेने की सोच रहे हों, तो रुक जाइए। यदि आपके पास मोबाइल का आईएमईआई नंबर है,तो हो सकता है कि गुम हुआ मोबाइल आपको वापस मिल जाए।
दरअसल हाल ही में डीजीपी एसके राउत के बेटे का मोबाइल उसकी शादी के दिन ही चोरी हो गया। मामला डीजीपी के बेटे से जुड़ा था, तो पुलिस भी मोबाइल के आईएमईआई नंबर के आधार पर उसकी खोज में लगी है। पुलिस अधिकारी उम्मीद जता रहे हैं कि मोबाइल का आईएमईआई नंबर होने के चलते उन्हें जल्द कामयाबी भी मिल जाएगी। लेकिन ज्यादातर लोग यह नहीं जानते कि आईएमईआई नंबर किस तरह से उनके लिए उपयोगी साबित हो सकता है।
खासकर तब जब मोबाइल गुम या फिर चोरी हो गया हो। मोबाइल इस वक्त किस इलाके में है और उसे कौन इस्तेमाल कर रहा है, सबकुछ इस आईएमईआई नंबर से पता चल सकता है।
आईएमईआई नंबर क्या है?
हर मोबाइल का एक अलग पहचान नंबर होता है। जिसे आईएमईआई (इंटरनेशनल मोबाइल एक्सक्लूसिव आईडेंटिफिकेशन) नंबर कहा जाता है। उसे इस प्रकार से तैयार किया जाता है, जो किसी अन्य मोबाइल से मेल न खा सके।
थाने से उसकी डीटेल सायबर सेल या क्राइम ब्रांच भेजी जाती हैआईएमईआई नंबर की सर्चिग शुरू होती हैटॉवर लोकेशन के आधार पर उसकी स्थिति मिलती है पुलिस टीम लोकेशन पहचानकर वहां पहुंचती है और आरोपियों से मोबाइल जब्त करती है इस तरह आपका मोबाइल वापस आपके हाथ पहुंच जाता है।
दर्ज मामले - सफलता
वर्ष दर्ज प्रकरण मोबाइल हुए ट्रेस2009 123 252010 76 26(थानों में दर्ज प्रकरण)
2010 300 60
(सायबर सेल में चल रही सर्चिग)
कैसे होती है सर्चिग?
मोबाइल चोरी होने के बाद इसकी एफआईआर थाने में करानी होती है। इसके बाद मोबाइल की आईएमईआई नंबर समेत अन्य डीटेल थाने से सायबर सेल या फिर क्राइम ब्रांच भेजी जाती है। वहां से इंटरनेट के जरिए पुलिस टेलीकॉम कंपनियों को आईएमईआई नंबर भेजती है। कंपनी मोबाइल में इस्तेमाल की जा रही सिम के आधार पर आईएमईआई नंबर सर्च कर लेती है। टॉवर लोकेशन से यह पता चल जाता है कि मोबाइल कहां इस्तेमाल हो रहा है।
तुरंत कराएं एफआईआर
किसी का मोबाइल चोरी होने पर उसे फौरन थाने पहुंचकर एफआईआर दर्ज करानी चाहिए। ताकि उसके आईएमईआई नंबर के आधार पर मोबाइल की सर्चिग शुरू की जा सके।
राजेंद्र मिश्रा,आईजी,सायबर सेल
मोबाइल चोरी होने की शिकायतें कम ही आती हैं। ज्यादातर मामलों में लोग अपना मोबाइल कहीं भूल जाते हैं, लिहाजा हम ऐसे मामलों में मोबाइल गुम होने की रिपोर्ट दर्ज करते हैं।
आदर्श कटियार,एसएसपी,भोपाल

(भास्कर से )



थाने में एफआईआर

No comments: