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Sunday, December 12, 2010

शादी के दस साल, पांच बच्चे ...लेकिन आज तक नही देखि बीवी की सूरत ????

दुबई. क्या आप यकीन करेंगे कि सऊदी अरब में कई ऐसे पति हैं जो सारी जिंदगी अपनी पत्नी की सूरत नहीं देखते। उनका मानना है कि इस्लाम उन्हें पत्नी की शक्ल देखने से रोकता है और पत्नी को हमेशा बुर्के में ही रहना चाहिए। पत्नियां इतनी रूढ़िवादी कि पति तक को शक्ल नहीं दिखातीं।
इसका दर्दनाक सच यहां तब सामने आया जब एक व्यक्ति की पत्नी की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई और वह उसकी पहचान तक नहीं कर पाया। उसे पता ही नहीं था कि बिना बुर्के के उसकी पत्नी दिखती कैसी है। अंत में शव को बुर्का पहनाया गया और तब उस व्यक्ति ने पहचान लिया कि वह उसकी पत्नी है।
खाड़ी के देशों में ज्यादातर महिलाएं बुर्का पहनती हैं। उनके पति तक अंदाजा नहीं लगा पाते कि उनकी हमसफर की शक्ल कैसी है।
मुफ्लेह मुहम्मद और मुहम्मद हिलाल सऊदी अरब के दो ऐसे ही शख्स हैं। मुफ्लेह की शादी को 10 साल हो गए और पांच बच्चे हैं। लेकिन अभी तक उसने अपनी पत्नी की शक्ल नहीं देखी। हिलाल की पत्नी की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई लेकिन वह उसे तभी पहचान पाया जब उसके शव पर बुर्का रखा गया।
सऊदी अरब के भाषाई अखबार ‘अलहयात’ ने लिखा है कि दुनिया के एक चौथाई तेल भंडार वाले देश में कई महिलाएं आज भी पुरानी परंपराओं पर चल रही हैं। वे रिश्तेदारों व अन्य लोगों के साथ साथ पति के सामने भी पर्दा करती हैं। नई पीढ़ी की लड़कियां जरूर अपना चेहरा खुला रखने लगी हैं। लेकिन गांवों में आज भी पर्दा न करने वाली महिलाओं को सदाचार बढ़ाने व कदाचार रोकने वाले आयोग की सख्ती झेलनी पड़ती है। (भास्कर से)

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Sunday, December 12, 2010

शादी के दस साल, पांच बच्चे ...लेकिन आज तक नही देखि बीवी की सूरत ????

दुबई. क्या आप यकीन करेंगे कि सऊदी अरब में कई ऐसे पति हैं जो सारी जिंदगी अपनी पत्नी की सूरत नहीं देखते। उनका मानना है कि इस्लाम उन्हें पत्नी की शक्ल देखने से रोकता है और पत्नी को हमेशा बुर्के में ही रहना चाहिए। पत्नियां इतनी रूढ़िवादी कि पति तक को शक्ल नहीं दिखातीं।
इसका दर्दनाक सच यहां तब सामने आया जब एक व्यक्ति की पत्नी की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई और वह उसकी पहचान तक नहीं कर पाया। उसे पता ही नहीं था कि बिना बुर्के के उसकी पत्नी दिखती कैसी है। अंत में शव को बुर्का पहनाया गया और तब उस व्यक्ति ने पहचान लिया कि वह उसकी पत्नी है।
खाड़ी के देशों में ज्यादातर महिलाएं बुर्का पहनती हैं। उनके पति तक अंदाजा नहीं लगा पाते कि उनकी हमसफर की शक्ल कैसी है।
मुफ्लेह मुहम्मद और मुहम्मद हिलाल सऊदी अरब के दो ऐसे ही शख्स हैं। मुफ्लेह की शादी को 10 साल हो गए और पांच बच्चे हैं। लेकिन अभी तक उसने अपनी पत्नी की शक्ल नहीं देखी। हिलाल की पत्नी की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई लेकिन वह उसे तभी पहचान पाया जब उसके शव पर बुर्का रखा गया।
सऊदी अरब के भाषाई अखबार ‘अलहयात’ ने लिखा है कि दुनिया के एक चौथाई तेल भंडार वाले देश में कई महिलाएं आज भी पुरानी परंपराओं पर चल रही हैं। वे रिश्तेदारों व अन्य लोगों के साथ साथ पति के सामने भी पर्दा करती हैं। नई पीढ़ी की लड़कियां जरूर अपना चेहरा खुला रखने लगी हैं। लेकिन गांवों में आज भी पर्दा न करने वाली महिलाओं को सदाचार बढ़ाने व कदाचार रोकने वाले आयोग की सख्ती झेलनी पड़ती है। (भास्कर से)

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