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Sunday, December 12, 2010

आनर किलिंग के डर से प्रेमी युगल ने छोड़ा गाँव

अम्बाला. परिजनों की मर्जी के खिलाफ शादी रचाने वाले निर्मल सिंह व वर्षा देवी को ऑनर किलिंग का डर सता रहा है। इस प्रेमी जोड़े को सबसे ज्यादा डर रिश्तेदारों से हैं जो कि उनकी जान के दुश्मन बने हुए हैं। निर्मल की मानें तो रिश्तेदारों ने पहले उसके खिलाफ दुष्कर्म का झूठा मामला दर्ज करवाया था, मगर अब कोर्ट उसे क्लीन चिट दे चुकी है।
जान बचाने के मकसद से प्रेमी जोड़ा पहले ही गांव छोड़ चुका है। अब डर के साए में छिपकर रहना पड़ रहा है। इस सिलसिले में प्रेमी जोड़े की ओर से डीजीपी रंजीव दलाल के साथ एसपी शशांक आनंद को शिकायत भेजकर सुरक्षा की गुहार लगाई है। शिकायत में जान के दुश्मन बने 16 लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है।
पढ़ते-पढ़ते हो गया प्यार
सौंटा के निर्मल सिंह को मोतीनगर की रहने वाली वर्षा देवी से पढ़ते-पढ़ते प्यार हो गया था। मोतीनगर से सौंटा में अपने मामा के पास रहने वाली वर्षा व निर्मल उस समय छठी कक्षा में पढ़ते थे। उम्र बढ़ने के साथ ही दोनों के बीच प्यार भी प्रगाढ़ हो गया।
निर्मल सिंह के मुताबिक दोनों के प्यार की कहानी वर्षा के मामा व दूसरे रिश्तेदारों को पता चल गई। इस वजह से उसे कई बार वर्षा से दूर रहने की भी चेतावनी दी। रिश्तेदारों के विरोध की वजह से घर से भागकर 10 मई को दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने भी दोनों की शादी को मंजूरी दे दी।
करवा दिया रेप का मामला दर्ज
निर्मल सिंह ने शिकायत में बताया कि बालिग होने के बावजूद पुलिस से मिलकर वर्षा के रिश्तेदारों ने उसके खिलाफ 12 मई को वर्षा से दुष्कर्म करने के आरोप में झूठा मामला दर्ज करवा दिया। निर्मल सिंह का आरोप है कि दोनों के शादीशुदा होने के बावजूद उस पर झूठा आरोप लगाया गया।
रिश्तेदारों ने पुलिस को गुमराह कर वर्षा की उम्र 17 साल बताई थी, जबकि उस समय वह बालिग थी। जांच के दौरान ही पुलिस ने निर्मल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। कई महीने तक उसे झूठे केस में जेल की हवा खानी पड़ी। निर्मल के अनुसार 30 जून को हाईकोर्ट से जमानत होने के बावजूद वर्षा के रिश्तेदारों की धमकी के कारण उसने जेल से रिहाई नहीं करवाई। धमकी के बावजूद 23 अगस्त को निर्मल सिंह जेल से बाहर आ गया।
इन लोगों से बना हुआ है जान का खतरा
डीजीपी को भेजी शिकायत में निर्मल सिंह ने सौंटा के गब्बर सिंह, नैब सिंह, महिंद्र सिंह, नरेश कुमार, संजय कुमार, दरबारा सिंह, ध्यान सिंह, कमला देवी, मीना रानी, बिंद्र कौर, केशर देवी, सराबो देवी, मेजर सिंह, बबलू, दीपा, बंसो देवी से अपनी व पत्नी की जान को खतरा बताया है। निर्मल सिंह ने साफ किया कि वर्षा के पिता रामेश्वर, भाई काका तथा मां से उनकी जान को खतरा नहीं है। उसकी मानें तो वर्षा के परिजनों की बजाए उनके रिश्तेदार जान के दुश्मन बने हुए हैं। उनके डर के कारण ही वह पत्नी को गांव नहीं ले जा पा रहा है।
सेशन जज ने किया बरी
नग्गल पुलिस द्वारा निर्मल सिंह के खिलाफ किए गए दुष्कर्म के मामले को सेशन जज आरके बिश्नोई की कोर्ट ने भी सिरे से खारिज कर दिया। उसकी ओर से मामले की पैरवी कर रहे एडवोकेट दिलबाग सिंह दानीपुर की दलीलों पर सहमति जताने के बाद कोर्ट ने 4 नवम्बर को उसे बरी करने के आदेश दिए। निर्मल सिंह के अनुसार वर्षा की सहमति से ही उसने शादी रचाई थी और उस समय वह बालिग थी। इसी वजह से दुष्कर्म के तमाम आरोप झूठे पाए गए। तमाम आरोप झूठे पाए जाने के बावजूद वर्ष के रिश्तेदार उनकी हत्या करने पर तुले हैं।
मेरे क्लाइंट निर्मल सिंह के खिलाफ पुलिस ने रेप का झूठा मामला दर्ज किया था। इसी वजह से कोर्ट ने महज कुछ महीने की सुनवाई में ही मामले से निर्मल को डिस्चार्ज कर दिया। निर्मल सिंह व वर्षा की जान को अभी भी खतरा है। इसी वजह से पुलिस के आला अधिकारियों को सुरक्षा के लिए शिकायत भेजी गई है। - दिलबाग सिंह दानीपुर, एडवोकेट।
प्रेमी जोड़े की शिकायत अभी मुझे नहीं मिली है। अगर उनकी शिकायत मेरी पास आई तो उनकी सुरक्षा के पर्याप्त बंदोबस्त किए जाएंगे। पुलिस लाइन में ऐसी प्रेमी जोड़ों को सुरक्षा देने की व्यवस्था की गई है। बाकायदा उनके रहने वाले के लिए भी रूम की भी व्यवस्था है। बालिग होने के बावजूद रेप का मामला दर्ज करने के सिलसिले में भी जांच करवाई जाएगी। - शशांक आनंद, एसपी, अम्बाला। (भास्कर से )
 

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Sunday, December 12, 2010

आनर किलिंग के डर से प्रेमी युगल ने छोड़ा गाँव

अम्बाला. परिजनों की मर्जी के खिलाफ शादी रचाने वाले निर्मल सिंह व वर्षा देवी को ऑनर किलिंग का डर सता रहा है। इस प्रेमी जोड़े को सबसे ज्यादा डर रिश्तेदारों से हैं जो कि उनकी जान के दुश्मन बने हुए हैं। निर्मल की मानें तो रिश्तेदारों ने पहले उसके खिलाफ दुष्कर्म का झूठा मामला दर्ज करवाया था, मगर अब कोर्ट उसे क्लीन चिट दे चुकी है।
जान बचाने के मकसद से प्रेमी जोड़ा पहले ही गांव छोड़ चुका है। अब डर के साए में छिपकर रहना पड़ रहा है। इस सिलसिले में प्रेमी जोड़े की ओर से डीजीपी रंजीव दलाल के साथ एसपी शशांक आनंद को शिकायत भेजकर सुरक्षा की गुहार लगाई है। शिकायत में जान के दुश्मन बने 16 लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है।
पढ़ते-पढ़ते हो गया प्यार
सौंटा के निर्मल सिंह को मोतीनगर की रहने वाली वर्षा देवी से पढ़ते-पढ़ते प्यार हो गया था। मोतीनगर से सौंटा में अपने मामा के पास रहने वाली वर्षा व निर्मल उस समय छठी कक्षा में पढ़ते थे। उम्र बढ़ने के साथ ही दोनों के बीच प्यार भी प्रगाढ़ हो गया।
निर्मल सिंह के मुताबिक दोनों के प्यार की कहानी वर्षा के मामा व दूसरे रिश्तेदारों को पता चल गई। इस वजह से उसे कई बार वर्षा से दूर रहने की भी चेतावनी दी। रिश्तेदारों के विरोध की वजह से घर से भागकर 10 मई को दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने भी दोनों की शादी को मंजूरी दे दी।
करवा दिया रेप का मामला दर्ज
निर्मल सिंह ने शिकायत में बताया कि बालिग होने के बावजूद पुलिस से मिलकर वर्षा के रिश्तेदारों ने उसके खिलाफ 12 मई को वर्षा से दुष्कर्म करने के आरोप में झूठा मामला दर्ज करवा दिया। निर्मल सिंह का आरोप है कि दोनों के शादीशुदा होने के बावजूद उस पर झूठा आरोप लगाया गया।
रिश्तेदारों ने पुलिस को गुमराह कर वर्षा की उम्र 17 साल बताई थी, जबकि उस समय वह बालिग थी। जांच के दौरान ही पुलिस ने निर्मल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। कई महीने तक उसे झूठे केस में जेल की हवा खानी पड़ी। निर्मल के अनुसार 30 जून को हाईकोर्ट से जमानत होने के बावजूद वर्षा के रिश्तेदारों की धमकी के कारण उसने जेल से रिहाई नहीं करवाई। धमकी के बावजूद 23 अगस्त को निर्मल सिंह जेल से बाहर आ गया।
इन लोगों से बना हुआ है जान का खतरा
डीजीपी को भेजी शिकायत में निर्मल सिंह ने सौंटा के गब्बर सिंह, नैब सिंह, महिंद्र सिंह, नरेश कुमार, संजय कुमार, दरबारा सिंह, ध्यान सिंह, कमला देवी, मीना रानी, बिंद्र कौर, केशर देवी, सराबो देवी, मेजर सिंह, बबलू, दीपा, बंसो देवी से अपनी व पत्नी की जान को खतरा बताया है। निर्मल सिंह ने साफ किया कि वर्षा के पिता रामेश्वर, भाई काका तथा मां से उनकी जान को खतरा नहीं है। उसकी मानें तो वर्षा के परिजनों की बजाए उनके रिश्तेदार जान के दुश्मन बने हुए हैं। उनके डर के कारण ही वह पत्नी को गांव नहीं ले जा पा रहा है।
सेशन जज ने किया बरी
नग्गल पुलिस द्वारा निर्मल सिंह के खिलाफ किए गए दुष्कर्म के मामले को सेशन जज आरके बिश्नोई की कोर्ट ने भी सिरे से खारिज कर दिया। उसकी ओर से मामले की पैरवी कर रहे एडवोकेट दिलबाग सिंह दानीपुर की दलीलों पर सहमति जताने के बाद कोर्ट ने 4 नवम्बर को उसे बरी करने के आदेश दिए। निर्मल सिंह के अनुसार वर्षा की सहमति से ही उसने शादी रचाई थी और उस समय वह बालिग थी। इसी वजह से दुष्कर्म के तमाम आरोप झूठे पाए गए। तमाम आरोप झूठे पाए जाने के बावजूद वर्ष के रिश्तेदार उनकी हत्या करने पर तुले हैं।
मेरे क्लाइंट निर्मल सिंह के खिलाफ पुलिस ने रेप का झूठा मामला दर्ज किया था। इसी वजह से कोर्ट ने महज कुछ महीने की सुनवाई में ही मामले से निर्मल को डिस्चार्ज कर दिया। निर्मल सिंह व वर्षा की जान को अभी भी खतरा है। इसी वजह से पुलिस के आला अधिकारियों को सुरक्षा के लिए शिकायत भेजी गई है। - दिलबाग सिंह दानीपुर, एडवोकेट।
प्रेमी जोड़े की शिकायत अभी मुझे नहीं मिली है। अगर उनकी शिकायत मेरी पास आई तो उनकी सुरक्षा के पर्याप्त बंदोबस्त किए जाएंगे। पुलिस लाइन में ऐसी प्रेमी जोड़ों को सुरक्षा देने की व्यवस्था की गई है। बाकायदा उनके रहने वाले के लिए भी रूम की भी व्यवस्था है। बालिग होने के बावजूद रेप का मामला दर्ज करने के सिलसिले में भी जांच करवाई जाएगी। - शशांक आनंद, एसपी, अम्बाला। (भास्कर से )
 

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