इन्द्री, (करनाल) विजय काम्बोज
आस्ट्रेलिया से आए 17 सदस्यीय दल ने मंगलवार को डीडब्ल्यूआर, रंबा, उचाना व सीएसएसआरआई का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने भारत आस्ट्रेलिया के संयुक्त प्रयास से चल रहे प्रोजेक्ट का मुआयना किया और प्रोजेक्ट की ग्रोथ पर विचार विमर्श किया। डीडब्ल्यूआर के वैज्ञानिकों ने उन्हें सभी प्रोजेक्ट का मुआयना करवाया और भविष्य में मिलने वाले फल के बारे में भी बताया।
आस्ट्रेलिया के वैज्ञानिक डा. जोहन डिक्शन व डा. पॉल फॉक्स की अगुवाई में मंगलवार को करनाल पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले डीडब्ल्यूआर की फील्ड का मुआयना किया। संस्थान के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डा. एसएस सिंह, वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. रणधीर सिंह ने उन्हें डीडब्ल्यूआर की गतिविधियों से अवगत करवाया। उन्हें एसीआईएआर के प्रोजेक्ट दिखाने के लिए रंबा व उचाना गांव ले जाया गया। रंबा में साहब सिंह के खेत में उन्होंने प्रोजेक्ट के तहत हो रही खेती का निरीक्षण किया। इसके बाद उचाना गांव में किसान धर्मबीर के खेत में हो रहे प्रोजेक्ट की खेती का मुआयना लिया। वैज्ञानिकों का दल सीएसएसआरआई भी गया। डा. रणधीर सिंह के अनुसार भारत व आस्ट्रेलिया के वैज्ञानिक मिलकर गेहूं की गुणवत्ता, जैव प्रौद्योगिकी, जैविक व अजैविक स्टे्रस पर रिसर्च कर रहे हैं। इसके चलते दोनों देशों के वैज्ञानिक कई प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। भारत के किसानों को गुणवत्ता खेती के बारे में जागरूक किया जा रहा है। इस दौरान उनके साथ डा. आरके गुप्ता, डा. अनुज कुमार, डा. रमेश कुमार, डा. रतन तिवारी, राजेंद्र शर्मा सहित कई वैज्ञानिक उपस्थित रहे।
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