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Friday, February 25, 2011

बदलेंगे प्रदेश में खेती के मायने : परोदा

करनाल, विजय काम्बोज
हरियाणा किसान आयोग दुधारु पशुओं की दुग्ध उत्पादन क्षमता घटने से चिंतित है। प्रदेश में प्रतिदिन 30 लीटर दूध देने वाले दुधारु पशु अब 25 लीटर दूध देने लगे हैं। घटते दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने व खेती को बढ़ावा देने के लिए आयोग नई प्लानिंग तैयार करने की दिशा में कार्य कर रहा है।
हरियाणा किसान आयोग के अध्यक्ष पद्मभूषण डॉ. आरएस परोदा राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान में पशुपालन विभाग की ओर से आयोजित राज्यस्तरीय पशु प्रदर्शनी में किसानों से रूबरू हुए। उन्होंने दुधारु पशुओं की दूध उत्पादन क्षमता घटने पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि भविष्य में दूध की बढ़ती मांग को देखते हुए दुधारु पशुओं की क्षमता को बढ़ाए जाने की दरकार है। प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में प्रयास सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए जागरूक किया जाएगा तो साथ ही उन्हें पेस्टीसाइड्स के प्रति भी जागृत किया जाएगा। अच्छी नस्लों को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुर्राह नस्ल की भैंस किसानों के लिए सोने देने वाली मुर्गी की तरह है। दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित भी किया जाता है। पशुपालन व डेयरी विभाग के महानिदेशक डॉ. केएस डांगी ने कहा कि डेयरी व्यवस्था को बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीक को बढ़ावा दिया जाता है। वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव हरदीप कुमार ने कहा कि डेयरी व्यवसाय को बढ़ाने के लिए किसानों की आर्थिक रूप से भी मदद की जा रही है। कई योजनाओं के माध्यम से किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। एनडीआरआइ के निदेशक डॉ. एके श्रीवास्तव ने कहा कि दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए संस्थान प्रतिबद्ध है। किसानों तक आधुनिक तकनीक पहुंचाई जा रही है। वैज्ञानिक भविष्य की हर चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह से सक्षम है। पशु पालन विभाग के उप निदेशक डॉ. गुरमीत सिंह ने अतिथियों का आभार जाहिर किया। इस दौरान उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी व एसडीएम मुकुल कुमार मौजूद रहे।

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Friday, February 25, 2011

बदलेंगे प्रदेश में खेती के मायने : परोदा

करनाल, विजय काम्बोज
हरियाणा किसान आयोग दुधारु पशुओं की दुग्ध उत्पादन क्षमता घटने से चिंतित है। प्रदेश में प्रतिदिन 30 लीटर दूध देने वाले दुधारु पशु अब 25 लीटर दूध देने लगे हैं। घटते दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने व खेती को बढ़ावा देने के लिए आयोग नई प्लानिंग तैयार करने की दिशा में कार्य कर रहा है।
हरियाणा किसान आयोग के अध्यक्ष पद्मभूषण डॉ. आरएस परोदा राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान में पशुपालन विभाग की ओर से आयोजित राज्यस्तरीय पशु प्रदर्शनी में किसानों से रूबरू हुए। उन्होंने दुधारु पशुओं की दूध उत्पादन क्षमता घटने पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि भविष्य में दूध की बढ़ती मांग को देखते हुए दुधारु पशुओं की क्षमता को बढ़ाए जाने की दरकार है। प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में प्रयास सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए जागरूक किया जाएगा तो साथ ही उन्हें पेस्टीसाइड्स के प्रति भी जागृत किया जाएगा। अच्छी नस्लों को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुर्राह नस्ल की भैंस किसानों के लिए सोने देने वाली मुर्गी की तरह है। दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित भी किया जाता है। पशुपालन व डेयरी विभाग के महानिदेशक डॉ. केएस डांगी ने कहा कि डेयरी व्यवस्था को बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीक को बढ़ावा दिया जाता है। वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव हरदीप कुमार ने कहा कि डेयरी व्यवसाय को बढ़ाने के लिए किसानों की आर्थिक रूप से भी मदद की जा रही है। कई योजनाओं के माध्यम से किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। एनडीआरआइ के निदेशक डॉ. एके श्रीवास्तव ने कहा कि दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए संस्थान प्रतिबद्ध है। किसानों तक आधुनिक तकनीक पहुंचाई जा रही है। वैज्ञानिक भविष्य की हर चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह से सक्षम है। पशु पालन विभाग के उप निदेशक डॉ. गुरमीत सिंह ने अतिथियों का आभार जाहिर किया। इस दौरान उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी व एसडीएम मुकुल कुमार मौजूद रहे।

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