SAMACHAR TODAY LIVE TV

http://samacharcloud.purplestream.in/samachar/samachar2-live.smil/playlist.m3u8

Tuesday, January 18, 2011

सैफ विंटर गमेस ::देखे जलवा औली में !

                                                         औली तैयार, दिल बेकरार
1 - औली: दक्षिण एशियाई शीतकालीन खेलों के लिए औली पूरी तरह तैयार रहा । स्कीयर्स स्लोप पर जौहर दिखाने को बेकरार हैं और दर्शक रोमांचक घडि़यां निहारने को। शुक्रवार को केंद्रीय योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह आहलूवालिया उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक की मौजूदगी में प्रतियोगिता का उद्घाटन हुआ । साउथ एशियन विंटर गेम्स के उद्घाटन समारोह को भव्य बनाने के लिए सभी तैयारियां परिपूर्ण थी। इस मौके पर मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक, उत्तराखण्ड के खेल मंत्री खजान दास, स्थानीय विधायक केदार सिंह फोनिया, नगरपालिका परिषद जोशीमठ के अध्यक्ष ऋषिप्रसाद सती आदि भी मौजूद रहे ! प्रतियोगिता में भारत के अलावा, पाकिस्तान, नेपाल, श्रीलंका आदि टीमो ने भाग लिया । आकर्षण का केंद्र था छोटे पैकेज का बड़ा धमाका; अपनी मदहोश आवाज़ का जादू लेकर मंच पर आये कैलाश खेर ! कैलाश खेर के गानों पर पूरा स्टेडियम झूमने पर मजबूर हुआ !
साथ ही उनकी लहलहाती आवाज़ पर हो रहे आइस स्कीइंग डांस ने सबका खूब मनोरंजन किया !
शुरू हुई दिलचस्प स्पर्धाएं !
2 - आखिरकार इंतजार की घडि़यां खत्म हुई। पहाड़ी धुनों और सूफीयाना सुर लहरियों के बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने औली में दक्षिण एशियाई शीतकालीन खेलों की ओपन स्पर्धाओं के शुभारंभ की औपचारिक घोषणा की।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए औली में प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की जाएगी। जहां साउथ एशियन देशों के खिलाड़ी भी प्रशिक्षण ले सकेंगे। इसके अलावा पहले तीन स्थान प्राप्त करने वाले खिलाडि़यों के प्रोत्साहित के लिए सरकार योजना बनाएगी। शुक्रवार को दोपहर बाद करीब ढाई बजे औली में ओपन स्पर्धाएं शुरू हो गई। कार्यक्रम का उद्घाटन पहले योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया को करना था, लेकिन खराब मौसम के चलते वह नहीं पहुंच पाए।
स्पर्धाओं के चलते खिलाड़ियों में आसमान चुने का भरपूर उत्साह देखने को मिला ! जहाँ भिन्न देशों के खिलाडियों ने एक ओर अव्वल आने की पूरी कोशिश की वही दुसरे देशो के सहभागी खिलाडियों के साथ स्नेह और नम्र रिश्तों की शुरुआत की !
पदक तालिका
G S B
भारत 10 8 10
पकिस्तान 1 3 1
श्रीलंका 0 0 0
नेपाल 0 0 0
समापन समारोह::
3- औली,: औली में चल रहे पहले दक्षिण एशियाई शीतकालीन खेलों की ओपन स्पर्धाओं का रविवार को समापन हो गया। समापन समारोह में मुख्य अतिथि और पर्यटन मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि सरकार औली को विश्वस्तरीय स्लोप बनाने की योजना पर कार्य कर रही है, जिससे यहां विंटर ओलंपिक की कुछ स्पर्धाओं का आयोजन किया जा सके। उन्होंने कहा कि स्थानीय युवाओं को भी जीएमवीएन और पर्यटन विभाग के जरिए स्कीइंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा सरकार युवाओं को स्नो स्कूटर खरीदने के लिए भी प्रेरित करेगी। रविवार को औली में आयोजित समारोह में श्री कौशिक ने कहा कि खेलों को पर्यटन से जोड़ा जाएगा।
औली::कुदरत मेहरबान रही और पहले दक्षिण एशियाई शीतकालीन खेल अंजाम तक पहुंच गए। अंतरराष्ट्रीय स्तर के इस आयोजन से मिले अनुभव खट्टे भी रहे और मीठे भी। देखा जाए तो शुरुआत से ही स्पर्धाओं पर संशय की तलवार लटकती रही। कभी मौसम खलनायक बनकर उभरा तो कभी अधूरी तैयारियां परेशानियां पैदा करती रहीं।इससे भी आगे यदि आयोजकों को खामियों से मिले सबक याद रहे तो भविष्य बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। तीन साल से चल रहा इंतजार खत्म हुआ और उत्तराखंड को विंटर गेम्स की मेजबानी का मौका मिल ही गया। खेलों को लेकर सरकार से लेकर सड़क तक उत्साह था। किसी भी राज्य के लिए ऐसा मौका निश्चित ही गौरव का अहसास कराता है। दो चरणों में हुए इस अंतरराष्ट्रीय इंवेट में भारत-पाक समेत आर्धा दर्जन से ज्यादा देशों के खिलाडि़यों ने शिरकत की। सुखद पहलू रहा कि जो खिलाड़ी पहली बार इन खेलों में भाग लेने पहुंचे, उन्होंने खेल का लुत्फ उठाया। एक तरह से उनके लिए ये स्पर्धाएं भविष्य की राह प्रशस्त करने का माध्यम बनीं। जहां तक तैयारियों का सवाल था, उस पर शुरुआत से किंतु-परंतु लगने शुरू हो गए। खैर, किसी तरह इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हुआ व इवेंट मैनेजमेंट का जिम्मा एक निजी कंपनी को सौंपा गया। यहां आईटीबीपी ने लोगों को बैठाने से लेकर खाने पीने की व्यवस्थाएं की हुई थीं। दूसरे दिन भारी बर्फबारी के चलते प्रतियोगिता देखने पहुंचे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा । बर्फ्भारी के होते समापन समारोह के दौरान औली तक का मार्ग बर्फ से अटा हुआ था ! जिस कारण आये हुए पर्यटक, और सैलानियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा ! मौके पर प्रदेश सरकार ने बचाव कार्य शुरू कर सबको राहत दिलाई !
इन प्रतियोगिताएं से प्रदेश में पर्यटकों का बोल बाला रहा और साथ ही मेहमानों की खातिर करने का अवसर मिला! अनमोल रहा आये हुए प्रतियोगी देशों से सप्रेम मित्रता समभंद बनाने का मौका !
एक संतुष्टि भरी सांस लेते हुए मन से यही बात निकलती है अंत भला तो सब भला !

- संदीप अरोरा

देहरादून,
09927985001

No comments:

Tuesday, January 18, 2011

सैफ विंटर गमेस ::देखे जलवा औली में !

                                                         औली तैयार, दिल बेकरार
1 - औली: दक्षिण एशियाई शीतकालीन खेलों के लिए औली पूरी तरह तैयार रहा । स्कीयर्स स्लोप पर जौहर दिखाने को बेकरार हैं और दर्शक रोमांचक घडि़यां निहारने को। शुक्रवार को केंद्रीय योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह आहलूवालिया उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक की मौजूदगी में प्रतियोगिता का उद्घाटन हुआ । साउथ एशियन विंटर गेम्स के उद्घाटन समारोह को भव्य बनाने के लिए सभी तैयारियां परिपूर्ण थी। इस मौके पर मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक, उत्तराखण्ड के खेल मंत्री खजान दास, स्थानीय विधायक केदार सिंह फोनिया, नगरपालिका परिषद जोशीमठ के अध्यक्ष ऋषिप्रसाद सती आदि भी मौजूद रहे ! प्रतियोगिता में भारत के अलावा, पाकिस्तान, नेपाल, श्रीलंका आदि टीमो ने भाग लिया । आकर्षण का केंद्र था छोटे पैकेज का बड़ा धमाका; अपनी मदहोश आवाज़ का जादू लेकर मंच पर आये कैलाश खेर ! कैलाश खेर के गानों पर पूरा स्टेडियम झूमने पर मजबूर हुआ !
साथ ही उनकी लहलहाती आवाज़ पर हो रहे आइस स्कीइंग डांस ने सबका खूब मनोरंजन किया !
शुरू हुई दिलचस्प स्पर्धाएं !
2 - आखिरकार इंतजार की घडि़यां खत्म हुई। पहाड़ी धुनों और सूफीयाना सुर लहरियों के बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने औली में दक्षिण एशियाई शीतकालीन खेलों की ओपन स्पर्धाओं के शुभारंभ की औपचारिक घोषणा की।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए औली में प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की जाएगी। जहां साउथ एशियन देशों के खिलाड़ी भी प्रशिक्षण ले सकेंगे। इसके अलावा पहले तीन स्थान प्राप्त करने वाले खिलाडि़यों के प्रोत्साहित के लिए सरकार योजना बनाएगी। शुक्रवार को दोपहर बाद करीब ढाई बजे औली में ओपन स्पर्धाएं शुरू हो गई। कार्यक्रम का उद्घाटन पहले योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया को करना था, लेकिन खराब मौसम के चलते वह नहीं पहुंच पाए।
स्पर्धाओं के चलते खिलाड़ियों में आसमान चुने का भरपूर उत्साह देखने को मिला ! जहाँ भिन्न देशों के खिलाडियों ने एक ओर अव्वल आने की पूरी कोशिश की वही दुसरे देशो के सहभागी खिलाडियों के साथ स्नेह और नम्र रिश्तों की शुरुआत की !
पदक तालिका
G S B
भारत 10 8 10
पकिस्तान 1 3 1
श्रीलंका 0 0 0
नेपाल 0 0 0
समापन समारोह::
3- औली,: औली में चल रहे पहले दक्षिण एशियाई शीतकालीन खेलों की ओपन स्पर्धाओं का रविवार को समापन हो गया। समापन समारोह में मुख्य अतिथि और पर्यटन मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि सरकार औली को विश्वस्तरीय स्लोप बनाने की योजना पर कार्य कर रही है, जिससे यहां विंटर ओलंपिक की कुछ स्पर्धाओं का आयोजन किया जा सके। उन्होंने कहा कि स्थानीय युवाओं को भी जीएमवीएन और पर्यटन विभाग के जरिए स्कीइंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा सरकार युवाओं को स्नो स्कूटर खरीदने के लिए भी प्रेरित करेगी। रविवार को औली में आयोजित समारोह में श्री कौशिक ने कहा कि खेलों को पर्यटन से जोड़ा जाएगा।
औली::कुदरत मेहरबान रही और पहले दक्षिण एशियाई शीतकालीन खेल अंजाम तक पहुंच गए। अंतरराष्ट्रीय स्तर के इस आयोजन से मिले अनुभव खट्टे भी रहे और मीठे भी। देखा जाए तो शुरुआत से ही स्पर्धाओं पर संशय की तलवार लटकती रही। कभी मौसम खलनायक बनकर उभरा तो कभी अधूरी तैयारियां परेशानियां पैदा करती रहीं।इससे भी आगे यदि आयोजकों को खामियों से मिले सबक याद रहे तो भविष्य बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। तीन साल से चल रहा इंतजार खत्म हुआ और उत्तराखंड को विंटर गेम्स की मेजबानी का मौका मिल ही गया। खेलों को लेकर सरकार से लेकर सड़क तक उत्साह था। किसी भी राज्य के लिए ऐसा मौका निश्चित ही गौरव का अहसास कराता है। दो चरणों में हुए इस अंतरराष्ट्रीय इंवेट में भारत-पाक समेत आर्धा दर्जन से ज्यादा देशों के खिलाडि़यों ने शिरकत की। सुखद पहलू रहा कि जो खिलाड़ी पहली बार इन खेलों में भाग लेने पहुंचे, उन्होंने खेल का लुत्फ उठाया। एक तरह से उनके लिए ये स्पर्धाएं भविष्य की राह प्रशस्त करने का माध्यम बनीं। जहां तक तैयारियों का सवाल था, उस पर शुरुआत से किंतु-परंतु लगने शुरू हो गए। खैर, किसी तरह इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हुआ व इवेंट मैनेजमेंट का जिम्मा एक निजी कंपनी को सौंपा गया। यहां आईटीबीपी ने लोगों को बैठाने से लेकर खाने पीने की व्यवस्थाएं की हुई थीं। दूसरे दिन भारी बर्फबारी के चलते प्रतियोगिता देखने पहुंचे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा । बर्फ्भारी के होते समापन समारोह के दौरान औली तक का मार्ग बर्फ से अटा हुआ था ! जिस कारण आये हुए पर्यटक, और सैलानियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा ! मौके पर प्रदेश सरकार ने बचाव कार्य शुरू कर सबको राहत दिलाई !
इन प्रतियोगिताएं से प्रदेश में पर्यटकों का बोल बाला रहा और साथ ही मेहमानों की खातिर करने का अवसर मिला! अनमोल रहा आये हुए प्रतियोगी देशों से सप्रेम मित्रता समभंद बनाने का मौका !
एक संतुष्टि भरी सांस लेते हुए मन से यही बात निकलती है अंत भला तो सब भला !

- संदीप अरोरा

देहरादून,
09927985001

No comments: