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Monday, January 31, 2011

विष कन्या के बाद आया विष पुरुष

रांची।चाईबासा. नोवामुंडी में एक ऐसा युवक है जो सांप खाता है। चूहा और बिच्छू भी उसका प्रिय भोजन है। युवक का नाम बामेया बोबोंगा है। उम्र महज़ 16 साल है। एक बार सांप को दौड़ाकर इसने जिंदा पकड़ा और काटा तो सांप की मृत्यु हो गयी।
लोग बताते हैं कि इसके पूरे शरीर में विष फ़ैल गया है। किसी को यह अगर थप्पड़ जड़ता है या इसके नाख़ून से किसी को खरोंच लगती है तो वह बेहोश हो जाता है। लोग विष कन्या की चर्चा तो खूब सुनते थे, लेकिन इस बार विष युवक सामने आया है। सांप इस युवक की परछाई देखते ही जहां रहता है वहीँ रुक जाता है। उसके कहने पर सांप चलने लगते हैं। एक बार तो इस युवक ने सांप पर आंख गडा़ दी तो सांप मर गया। युवक नोवामुंडी प्रखंड से लगभग 35 किलोमीटर दूर बड़ापासेया गांव में रहता है। इसके दो भाई हैं। पिता रसिका पूर्ति का निधन काफी पहले हो चुका है।
कैसे बना विषैला
लोग बताते हैं कि जब यह युवक तीन साल का था तभी इसकी मां चल बसी। इसके छह वर्ष के बाद पिता की भी मौत हो गयी। इसके बाद यह अकेला सा हो गया। जानवरों को यह चराने का काम करता था। इसी बीच दिन भर जंगल में रहने व गरीबी के कारण इसे चूहा व सांप समेत अन्य जंगली चीजें खाने की लत लग गयी। लोग यह भी बताते हैं कि इसे जंगल में दिव्य शक्ति मिल गयी है। इस कारण यह जहरीला हो गया है। लोग अब इससे खौफ खाने लगे हैं।

-भास्कर से

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Monday, January 31, 2011

विष कन्या के बाद आया विष पुरुष

रांची।चाईबासा. नोवामुंडी में एक ऐसा युवक है जो सांप खाता है। चूहा और बिच्छू भी उसका प्रिय भोजन है। युवक का नाम बामेया बोबोंगा है। उम्र महज़ 16 साल है। एक बार सांप को दौड़ाकर इसने जिंदा पकड़ा और काटा तो सांप की मृत्यु हो गयी।
लोग बताते हैं कि इसके पूरे शरीर में विष फ़ैल गया है। किसी को यह अगर थप्पड़ जड़ता है या इसके नाख़ून से किसी को खरोंच लगती है तो वह बेहोश हो जाता है। लोग विष कन्या की चर्चा तो खूब सुनते थे, लेकिन इस बार विष युवक सामने आया है। सांप इस युवक की परछाई देखते ही जहां रहता है वहीँ रुक जाता है। उसके कहने पर सांप चलने लगते हैं। एक बार तो इस युवक ने सांप पर आंख गडा़ दी तो सांप मर गया। युवक नोवामुंडी प्रखंड से लगभग 35 किलोमीटर दूर बड़ापासेया गांव में रहता है। इसके दो भाई हैं। पिता रसिका पूर्ति का निधन काफी पहले हो चुका है।
कैसे बना विषैला
लोग बताते हैं कि जब यह युवक तीन साल का था तभी इसकी मां चल बसी। इसके छह वर्ष के बाद पिता की भी मौत हो गयी। इसके बाद यह अकेला सा हो गया। जानवरों को यह चराने का काम करता था। इसी बीच दिन भर जंगल में रहने व गरीबी के कारण इसे चूहा व सांप समेत अन्य जंगली चीजें खाने की लत लग गयी। लोग यह भी बताते हैं कि इसे जंगल में दिव्य शक्ति मिल गयी है। इस कारण यह जहरीला हो गया है। लोग अब इससे खौफ खाने लगे हैं।

-भास्कर से

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