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Saturday, January 8, 2011

बदमाशों के बीच मुठभेड़ की असली कहानी

अम्बाला सिटी। दिन शुक्रवार, समय दोपहर 2.24 बजे, जगह लोकल बस अड्डा की मुख्य सड़क। चार हथियारबंद बदमाश हवा में गोलियां चलाते हुए अग्रसेन चौक की तरफ बढ़ रहे थे और इनके पीछे कुछ युवक भी तेजी से भाग रहे थे। इस दौरान मुख्य सड़क पर गश्त कर रहे एएसआई जगदीश चंद्र ने अपनी सर्विस रिवाल्वर तानते ही बदमाशों को रुकने का आदेश दिए लेकिन बदमाशों ने रुकने की बजाय एएसआई पर ही फायर कर दिया। बदमाशों का यह फायर मिस हो गया। इसके बाद उनकी जो हालत हुई उससे देखकर हर कोई हैरान था। यह कोई फिल्मी सीन नहीं बल्कि एएसआई जगदीश चंद्र व बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ की असली कहानी है। एएसआई को जनता का भी पूरा सहयोग मिला तभी तो तीन बदमाश मौके पर पकड़े गए जबकि एक फरार हो गया। पकड़े बदमाशों से अब सीआईए स्टाफ पूछताछ कर रहा है।
चोरी की कार से वारदात का इरादा : शुक्रवार को चार बदमाश चोरी की इंडिगो कार में सवार होकर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के मकसद से शहर में दाखिल हुए थे। बदमाशों ने चोरी की कार पर नकली नंबर प्लेट लगाई हुई थी। जब ये बदमाश जगाधरी गेट से गुजरे तो इतने में सोनिया कालोनी के महावीर सिंह की नजर कार पर पड़ गई। नकली नंबर होने के बावजूद महावीर ने अपनी कार को पहचान लिया। उसने तुरंत अपने सहयोगियों के साथ उनका पीछा शुरू कर दिया। इस बात की भनक बदमाशों को लग गई।
इसके बाद बदमाशों ने गाड़ी शुकलकुंड रोड की ओर दौड़ा ली लेकिन यहां रोड जाम होने पर बदमाशों ने गाड़ी को वहीं पर छोड़ दिया। इसके बाद वे पैदल ही बस अड्डे की मुख्य सड़क पर दौड़ने लगे। महावीर भी सहयोगियों के साथ अपनी कार से उतरते ही उनकी ओर तेजी से बढ़ा। उन्हें देखकर बदमाश सड़क से गुजर रहे फोर व्हीलर पर सवार हो गए। इतने में एक बदमाश ने महावीर पर गोली चला दी जो उसके बिल्कुल पास से निकल गई।
बदमाशों की जमकर हुई धुनाईबदमाशों की धरपकड़ की भनक लगते ही मौके पर सैकड़ों राहगीर जमा हो गए जिन्होंने बदमाशों पर जमकर-लात घूंसे चलाए। एक बदमाश तो धुनाई होने के बाद बेहोश हो गया। मामले की भनक लगते ही मौके पर आई सीआईए टीम ने बड़ी मुश्किल से तीनों बदमाशों को अपने कब्जे में लिया।
गोली चलते ही संभाला मोर्चागोली चलते ही गश्त कर रहे एएसआई जगदीश चंद्र ने मोर्चा संभाल लिया और उनका मुकाबला करने का निर्णय लिया। महावीर पार्क के बिल्कुल सामने अपनी सर्विस रिवाल्वर निकालकर एएसआई जगदीश ने तुरंत फोर व्हीलर से उतरे चारों युवकों को रुकने का आदेश दिया लेकिन रुकने की बजाय एक बदमाश ने एएसआई पर गोली चला दी। इस पर एएसआई जगदीश चंद्र ने दूसरे हाथ में पकड़े डंडे से उसके हाथ पर वार कर दिया। बदमाश की रिवाल्वर नीचे गिर गई। रिवाल्वर नीचे गिरते ही एएसआई ने उसे काबू कर नीचे ढहा लिया। मामले की भनक लगते ही वहां बैठे दर्जनों टैक्सी ड्राइवर बदमाशों पर टूट पड़े। हालांकि भीड़ का फायदा उठाकर एक बदमाश मौके से फरार हो गया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जों से मौके से दो रिवाल्वर जब्त की।
पूछताछ में मिली 5 रिवाल्वरपकड़े गए आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के जिला मेरठ के कंकरखेड़ा वासी अजरुन, मनीमाजरा के हरीश ठाकुर व नोएडा उत्तर प्रदेश के रमेश कुमार के तौर पर हुई। इन बदमाशों का इरादा किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने का था। इसका अंदाजा उनके कब्जे से मिली पांच देसी पिस्तौलों से लगाया जा सकता है। इनमें चार 315 बोर तथा एक 9 एएम की पिस्तौल शामिल है। इतना ही नहीं पुलिस ने पूछताछ के दौरान उनके कब्जे से नशीली चीज से भरी दो शीशियां भी मिली हैं। पुलिस को आरोपियों के खिलाफ कई मामले दर्ज होने का पता चला है।
सोनिया कालोनी से चुराई थी कारबदमाशों के कब्जे जो सफेद इंडिगो कार जब्त हुई वह रविवार को सोनिया कालोनी से चोरी हुई थी। कार मालिक महावीर सिंह ने बताया कि घर के बाहर से चोर उसे चुरा ले गए थे। उसने तत्काल मामले की सूचना पुलिस को दी थी और पुलिस ने कार चोरी का मामला भी दर्ज किया था। बदमाश चोरी के बाद इस कार पर चंडीगढ़ का जाली नंबर लगाकर घूम रहे थे।


(भास्कर से )

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Saturday, January 8, 2011

बदमाशों के बीच मुठभेड़ की असली कहानी

अम्बाला सिटी। दिन शुक्रवार, समय दोपहर 2.24 बजे, जगह लोकल बस अड्डा की मुख्य सड़क। चार हथियारबंद बदमाश हवा में गोलियां चलाते हुए अग्रसेन चौक की तरफ बढ़ रहे थे और इनके पीछे कुछ युवक भी तेजी से भाग रहे थे। इस दौरान मुख्य सड़क पर गश्त कर रहे एएसआई जगदीश चंद्र ने अपनी सर्विस रिवाल्वर तानते ही बदमाशों को रुकने का आदेश दिए लेकिन बदमाशों ने रुकने की बजाय एएसआई पर ही फायर कर दिया। बदमाशों का यह फायर मिस हो गया। इसके बाद उनकी जो हालत हुई उससे देखकर हर कोई हैरान था। यह कोई फिल्मी सीन नहीं बल्कि एएसआई जगदीश चंद्र व बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ की असली कहानी है। एएसआई को जनता का भी पूरा सहयोग मिला तभी तो तीन बदमाश मौके पर पकड़े गए जबकि एक फरार हो गया। पकड़े बदमाशों से अब सीआईए स्टाफ पूछताछ कर रहा है।
चोरी की कार से वारदात का इरादा : शुक्रवार को चार बदमाश चोरी की इंडिगो कार में सवार होकर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के मकसद से शहर में दाखिल हुए थे। बदमाशों ने चोरी की कार पर नकली नंबर प्लेट लगाई हुई थी। जब ये बदमाश जगाधरी गेट से गुजरे तो इतने में सोनिया कालोनी के महावीर सिंह की नजर कार पर पड़ गई। नकली नंबर होने के बावजूद महावीर ने अपनी कार को पहचान लिया। उसने तुरंत अपने सहयोगियों के साथ उनका पीछा शुरू कर दिया। इस बात की भनक बदमाशों को लग गई।
इसके बाद बदमाशों ने गाड़ी शुकलकुंड रोड की ओर दौड़ा ली लेकिन यहां रोड जाम होने पर बदमाशों ने गाड़ी को वहीं पर छोड़ दिया। इसके बाद वे पैदल ही बस अड्डे की मुख्य सड़क पर दौड़ने लगे। महावीर भी सहयोगियों के साथ अपनी कार से उतरते ही उनकी ओर तेजी से बढ़ा। उन्हें देखकर बदमाश सड़क से गुजर रहे फोर व्हीलर पर सवार हो गए। इतने में एक बदमाश ने महावीर पर गोली चला दी जो उसके बिल्कुल पास से निकल गई।
बदमाशों की जमकर हुई धुनाईबदमाशों की धरपकड़ की भनक लगते ही मौके पर सैकड़ों राहगीर जमा हो गए जिन्होंने बदमाशों पर जमकर-लात घूंसे चलाए। एक बदमाश तो धुनाई होने के बाद बेहोश हो गया। मामले की भनक लगते ही मौके पर आई सीआईए टीम ने बड़ी मुश्किल से तीनों बदमाशों को अपने कब्जे में लिया।
गोली चलते ही संभाला मोर्चागोली चलते ही गश्त कर रहे एएसआई जगदीश चंद्र ने मोर्चा संभाल लिया और उनका मुकाबला करने का निर्णय लिया। महावीर पार्क के बिल्कुल सामने अपनी सर्विस रिवाल्वर निकालकर एएसआई जगदीश ने तुरंत फोर व्हीलर से उतरे चारों युवकों को रुकने का आदेश दिया लेकिन रुकने की बजाय एक बदमाश ने एएसआई पर गोली चला दी। इस पर एएसआई जगदीश चंद्र ने दूसरे हाथ में पकड़े डंडे से उसके हाथ पर वार कर दिया। बदमाश की रिवाल्वर नीचे गिर गई। रिवाल्वर नीचे गिरते ही एएसआई ने उसे काबू कर नीचे ढहा लिया। मामले की भनक लगते ही वहां बैठे दर्जनों टैक्सी ड्राइवर बदमाशों पर टूट पड़े। हालांकि भीड़ का फायदा उठाकर एक बदमाश मौके से फरार हो गया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जों से मौके से दो रिवाल्वर जब्त की।
पूछताछ में मिली 5 रिवाल्वरपकड़े गए आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के जिला मेरठ के कंकरखेड़ा वासी अजरुन, मनीमाजरा के हरीश ठाकुर व नोएडा उत्तर प्रदेश के रमेश कुमार के तौर पर हुई। इन बदमाशों का इरादा किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने का था। इसका अंदाजा उनके कब्जे से मिली पांच देसी पिस्तौलों से लगाया जा सकता है। इनमें चार 315 बोर तथा एक 9 एएम की पिस्तौल शामिल है। इतना ही नहीं पुलिस ने पूछताछ के दौरान उनके कब्जे से नशीली चीज से भरी दो शीशियां भी मिली हैं। पुलिस को आरोपियों के खिलाफ कई मामले दर्ज होने का पता चला है।
सोनिया कालोनी से चुराई थी कारबदमाशों के कब्जे जो सफेद इंडिगो कार जब्त हुई वह रविवार को सोनिया कालोनी से चोरी हुई थी। कार मालिक महावीर सिंह ने बताया कि घर के बाहर से चोर उसे चुरा ले गए थे। उसने तत्काल मामले की सूचना पुलिस को दी थी और पुलिस ने कार चोरी का मामला भी दर्ज किया था। बदमाश चोरी के बाद इस कार पर चंडीगढ़ का जाली नंबर लगाकर घूम रहे थे।


(भास्कर से )

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