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Saturday, April 9, 2011

जात के नाम पर चल रहे अंधविश्वास से मेरी लडाई है फिल्म कुछ लोग में: अनुपम खेर

नई दिल्ली, (प्रेमबाबू शर्मा) ।
अनुपम इन दिनों प्रख्यात गांधीवादी अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान में उनका साथ देने की वजह से सुर्खियों में हैं। उन्होंने शूजा अली के निर्देशन में बनी फिल्म कुछ लोग में दो अलग किरदार निभाए हैं। वैसे इन दिनों अनुपम खेर नए डायरेक्टर्स के साथ फिल्में करने के लिए चर्चित हैं। इन डायरेक्टर्स की फिल्मों के बदौलत उनकी बतौर एक्टर दूसरी पारी शुरू हुई है। जैसे खोसला का घोंसला, ए वेडनेसडे तथा ये फासले आदि। इन दिनों वे लखनऊ में लगातार शूजा अली की फिल्म कुछ लोग की शूटिंग में व्यस्त हैं
कुछ लोग से कैसे जुड़ना हुआ?
फिल्म के निर्माता आसिफ और निर्देशक शूजा अली जब मेरे पास आए तो उन्होंने इस फिल्म की बाउंड स्क्रिप्ट मुझे देते हुए कहा कि पहले आप इसे पढ़ लीजिए, फिल्म की बात बाद में करेंगे। मुझे कहानी काफी पसंद आई और अपनी भूमिका भी। और जब वे दो बारा मुझसे मिले तो उनकी आंखों में पूरा विश्वास था कि मैं यह फिल्म करने वाला हूं।

आप की फिल्म में क्या भूमिका है?

फिल्म में मेरे कैरेक्टर का नाम डॉ. मुस्तफा है। यह ऐसा किरदार है जो धर्म के साथ-साथ आधुनिकता की बातें करता है। उसकी लड़ाई जात से नहीं बल्कि जात के नाम पर चल रहे अंधविश्वास से है।


इसमें मुस्लिम मूल्यों और प्रगति की बातें हैं। इन्हें कहानी और किरदारों के जरिये बड़ी शिद्दत से कहने की कोशिश की गई है। इसमें ढेर सारे ऐसेमूल्य हैं जो मुस्लिम समाज को कुछ गंभीर संदेश देते हैं।

कुछ अरसे से आप नए निर्देशकों के साथ काम कर रहे हैं?

वह इसलिए क्योंकि वे नया सोचते हैं, नया करने की कोशिश करते हैं। इसका उदाहरण है खोसला का घोंसला या ए वेडनेसडे। दूसरे इनके काम करने का तरीका मेरे जैसे एक्टर के लिए बहुत ही बेहतर है। सबसे महत्वपूर्ण है बाउंड स्क्रिप्ट। इससे फिल्म और अपनी भूमिका के बारे में आसानी से पता चल जाता है।

फिल्म में आपके अलावा और कौन-कौन आर्टिस्ट हैं?

मेरे अलावा गुलशन ग्रोवर हैं, जो कट्टर मुस्लिम के किरदार में हैं। साउथ का लड़का गणेश वेंकटरमन है जो अमिताभ, मोहनलाल और कमल हासन जैसे महारथियों के साथ फिल्में कर चुका है। इनके अलावा उर्वशी शर्मा, रति अग्निहोत्री और नीलिमा अजीम भी फिल्म से कमबैक कर रही हैं।
आप फिल्मों के चुनाव में पहले से कहीं अधिक चूजी हो गये हैं?
पहले भी था लेकिन अब इसलिए क्योंकि खराब फिल्म या खराब काम देखकर लोग कहेंगे कि जब यह खुद इतना घटिया एक्टर है तो अपने स्कूल में एक्टिंग क्या सिखाएगा ।
आपको लीजेंड एक्टर कहा जाता है ?
इस शब्द से मुझे बहुत नफरत है क्योंकि लीजेंड का मतलब यह कि आप जो करना चाहते थे, कर चुके। इसलिए मैं कभी लीजेंड नहीं बनूंगा, जो लोग मुझे बनाने पर तुले हुए हैं।
यह किस तरह की फिल्म है?

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Saturday, April 9, 2011

जात के नाम पर चल रहे अंधविश्वास से मेरी लडाई है फिल्म कुछ लोग में: अनुपम खेर

नई दिल्ली, (प्रेमबाबू शर्मा) ।
अनुपम इन दिनों प्रख्यात गांधीवादी अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान में उनका साथ देने की वजह से सुर्खियों में हैं। उन्होंने शूजा अली के निर्देशन में बनी फिल्म कुछ लोग में दो अलग किरदार निभाए हैं। वैसे इन दिनों अनुपम खेर नए डायरेक्टर्स के साथ फिल्में करने के लिए चर्चित हैं। इन डायरेक्टर्स की फिल्मों के बदौलत उनकी बतौर एक्टर दूसरी पारी शुरू हुई है। जैसे खोसला का घोंसला, ए वेडनेसडे तथा ये फासले आदि। इन दिनों वे लखनऊ में लगातार शूजा अली की फिल्म कुछ लोग की शूटिंग में व्यस्त हैं
कुछ लोग से कैसे जुड़ना हुआ?
फिल्म के निर्माता आसिफ और निर्देशक शूजा अली जब मेरे पास आए तो उन्होंने इस फिल्म की बाउंड स्क्रिप्ट मुझे देते हुए कहा कि पहले आप इसे पढ़ लीजिए, फिल्म की बात बाद में करेंगे। मुझे कहानी काफी पसंद आई और अपनी भूमिका भी। और जब वे दो बारा मुझसे मिले तो उनकी आंखों में पूरा विश्वास था कि मैं यह फिल्म करने वाला हूं।

आप की फिल्म में क्या भूमिका है?

फिल्म में मेरे कैरेक्टर का नाम डॉ. मुस्तफा है। यह ऐसा किरदार है जो धर्म के साथ-साथ आधुनिकता की बातें करता है। उसकी लड़ाई जात से नहीं बल्कि जात के नाम पर चल रहे अंधविश्वास से है।


इसमें मुस्लिम मूल्यों और प्रगति की बातें हैं। इन्हें कहानी और किरदारों के जरिये बड़ी शिद्दत से कहने की कोशिश की गई है। इसमें ढेर सारे ऐसेमूल्य हैं जो मुस्लिम समाज को कुछ गंभीर संदेश देते हैं।

कुछ अरसे से आप नए निर्देशकों के साथ काम कर रहे हैं?

वह इसलिए क्योंकि वे नया सोचते हैं, नया करने की कोशिश करते हैं। इसका उदाहरण है खोसला का घोंसला या ए वेडनेसडे। दूसरे इनके काम करने का तरीका मेरे जैसे एक्टर के लिए बहुत ही बेहतर है। सबसे महत्वपूर्ण है बाउंड स्क्रिप्ट। इससे फिल्म और अपनी भूमिका के बारे में आसानी से पता चल जाता है।

फिल्म में आपके अलावा और कौन-कौन आर्टिस्ट हैं?

मेरे अलावा गुलशन ग्रोवर हैं, जो कट्टर मुस्लिम के किरदार में हैं। साउथ का लड़का गणेश वेंकटरमन है जो अमिताभ, मोहनलाल और कमल हासन जैसे महारथियों के साथ फिल्में कर चुका है। इनके अलावा उर्वशी शर्मा, रति अग्निहोत्री और नीलिमा अजीम भी फिल्म से कमबैक कर रही हैं।
आप फिल्मों के चुनाव में पहले से कहीं अधिक चूजी हो गये हैं?
पहले भी था लेकिन अब इसलिए क्योंकि खराब फिल्म या खराब काम देखकर लोग कहेंगे कि जब यह खुद इतना घटिया एक्टर है तो अपने स्कूल में एक्टिंग क्या सिखाएगा ।
आपको लीजेंड एक्टर कहा जाता है ?
इस शब्द से मुझे बहुत नफरत है क्योंकि लीजेंड का मतलब यह कि आप जो करना चाहते थे, कर चुके। इसलिए मैं कभी लीजेंड नहीं बनूंगा, जो लोग मुझे बनाने पर तुले हुए हैं।
यह किस तरह की फिल्म है?

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